गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में प्याज की गिरती कीमतों से किसान परेशान हैं. कीमतों में गिरावट आने से किसान लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. लेकिन तमिलनाडु में ऐसा नहीं है. यहां पर प्याज किसानों को मंडी में अच्छा रेट मिल रहा है. 1 जुलाई को तमिलनाडु की धर्मपुरी मंडी में बेल्लारी प्याज का मिनिमम रेट 3000 रुपये क्विंटल दर्ज किया गया. जबकि, मैक्सिमम और मॉडल प्राइस 3200 रुपये क्विंटल रहा. इससे यहां के किसान दूसरे राज्यों के मुकाबले अच्छी कमाई कर रहे हैं.
30 जून को मध्य प्रदेश के रतलाम में मंडी के अंदर FAQ क्वालिटी वाले प्याज का मिनिमम प्राइस 250 रुपये क्विंटल रहा. जबकि, मॉडल प्राइस 400 रुपये क्विंटल और मैक्सिमम रेट 1000 रुपये क्विंटल दर्ज किया गया. हालांकि, किसानों का कहना है कि खेती पर लागत 2000 से 2500 रुपये प्रति क्विंटल आती है. ऐसे में किसान लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं.
पंजाब में 1500 रुपये क्विंटल रहा प्याज
बात अगर पंजाब की करें तो, यहां के संगरूर में 30 जून को FAQ ग्रेट वाले प्याज का न्यूनतम रेट 1500 रुपये क्विंटल रहा. जबकि, मॉडल प्राइस 1700 रुपये और मैक्सिमम रेट भी 1700 रुपये क्विंटल ही दर्ज किया गया. वहीं, 29 जून को उत्तर प्रदेश के आगरा में मीडियम क्वालिटी वाले प्याज की मिनिमम कीमत 675 रुपये क्विंटल रही. जबकि, मॉडल और मैक्सिमम रेट 700 रुपये क्टिंवल पहुंच गया.
आगरा में लाल प्याज का रेट
हालांकि, 23 जून को अगरा में लाल प्याज ने अच्छा कारोबार किया. इसकी मिनिमम कीमत 1050 रुपये क्लिंटल रही. जबकि, मैक्सिमम रेट 1340 रुपये क्विंटल और मॉडल रेट 1180 रुपये क्विंटल दर्ज किया गया.
200 रुपये की आर्थिक मदद
वहीं, गुजरात सरकार ने विशेष योजना के तहत किसानों को प्रति क्विंटल 200 रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी. कृषि मंत्री राघवजी पटेल ने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित किसानों को प्रति क्विंटल 200 रुपये की आर्थिक मदद देगी, जिसकी अधिकतम सीमा 50,000 रुपये प्रति किसान होगी. उन्होंने कहा कि वर्ष 2024- 25 में गुजरात में करीब 93,500 हेक्टेयर में प्याज की बुवाई हुई, जो सामान्य क्षेत्र से ज्यादा है. इसके चलते राज्य में करीब 248.70 लाख क्विंटल प्याज का उत्पादन हुआ है.