ICAR वैज्ञानिक की आम किसानों को चेतावनी.. बारिश के बाद कीटों का खतरा, बचाव करें

ICAR के वैज्ञानिक और निदेशक टी दामोदरन ने आम की फसलों पर कीटों के आक्रमण की संभावना जताई है. उन्होंने बताया की मिट्टी में बढ़ती नमी के कारण थ्रिप्स और फल मक्खियों जैसे कीटों का आक्रमण का खतरा हो सकता है.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Updated On: 22 May, 2025 | 05:19 PM

देश के कई राज्यों में बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. ऐसे में उत्तर प्रदेश में आम की बागवानी करने वाले किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के सेंट्रल इंस्टीट्यूट फॉर सबट्रॉपिकल हॉर्टीकल्चर के निदेशक टी दामोदरन ने आम की फसलों पर कीटों के आक्रमण की संभावना जताई है. बता दें कि देश में आम के कुल उत्पादन का एक तिहाई उत्पादन यूपी में होता है. हालांकि, उन्होंने कहा कि बारिश का असर आम की पैदावार पर नहीं होगा लेकिन कुछ इलाकों में कीटों का हमला हो सकता है.

आम की फसल में लग सकते हैं ये 2 कीट

फल मक्खियां

ICAR के निदेशक टी दामोदरन ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि बदलते मौसम और मिट्टी में नमी के कारण आम की फसलों में फल मक्खियों का प्रकोप बढ़ सकता है. जो कि आम की ग्रोथ में कमी लाने का काम करेंगे.उन्होंने कहा कि अगर समय रहते इन्हें नहीं रोका गया तो आम की फसल बढ़ने के साथ-साथ इन कीटों की आबादी भी बढ़ती जाएगी.

ऐसे करें बचाव

फल मक्खियों से आम की फसल को बचाने के लिए ‘मिथाइल यूजेनॉल ट्रैप’का इस्तेमाल करें. ये ट्रैप बाजार में उपलब्ध हैं और इन्हें 1.5 से 2 मीटर की ऊंचाई पर लटकाकर लगाया जा सकता है. किसान चाहें तो 20 ग्राम गुड़ को 100 भाग पानी और 1 लीटर कीटनाशक में मिलाकर पेड़ के तने, निचली शाखाओं और पत्तियों पर इस मिश्रण का छिड़काव कर सकते हैं. ध्यान रखें कि इस मिश्रण का छिड़काव सुबह या शाम ही करना चाहिए.

थ्रिप्स कीट 

टी दामोदरन ने बताया कि बारिश के कारण थ्रिप्स आम की फसल पर थ्रिप्स का भी आक्रमण होने का खतरा बढ़ सकता है. उन्होंने बताया कि थ्रिप्स से आम की फसल के बचाव के लिए किसान इमिडाक्लोप्रिड 17.8% एसएल (0.3 मिली/ली) या थायमेथोक्सम 25% डब्ल्यूजी (0.3 ग्राम/ली) या लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन 5% ईसी (1 मिली/ली) या टॉलफेनपाइराड 15% ईसी 1.5 मिली/ली जैसे कीटनाशकों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

उत्तर प्रदेश में होता है एक तिहाई उत्पादन

बात करें आम के उत्पादम की तो भारत में कुल 24 मिलियन टन आम उत्पादन होता है. जिसमें से उत्तर प्रदेश में आम का एक तिहाई उत्पादन होता है. उत्तर प्रदेश में मुख्य तौर पर आम की दशहरी, लंगड़ा, चौसा और आम्रपाली किस्मों की सबसे ज्यादा बागवानी होती है. उत्तर प्रदेश के बिजनौर , सहारनपुर और लखनऊ जिलों में आम की सबसे ज्यादा बागवानी होती है. बता दें कि यूपी में आम के फलों की कटाई जून के महीने में शुरू होगी.

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Published: 22 May, 2025 | 05:13 PM

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