कम खर्च में मशरूम स्पॉन तैयार करें, ये हैं आसान और फायदेमंद तरीका

यह स्पॉन खास वैज्ञानिक तरीकों से तैयार किया जाता है, जिसमें साफ-सुथरा माहौल और सही तकनीक बहुत जरूरी होती है.

Kisan India
Noida | Published: 8 Apr, 2025 | 11:27 AM

मशरूम की खेती की शुरुआत होती है स्पॉन यानी बीज से. चाहे आप बटन मशरूम उगाना चाहें या ओयस्टर मशरूम, इसके लिए सबसे जरूरी है अच्छी गुणवत्ता वाला स्पॉन. यह स्पॉन खास वैज्ञानिक तरीकों से तैयार किया जाता है, जिसमें साफ-सुथरा माहौल और सही तकनीक बहुत जरूरी होती है. अगर आप भी मशरूम की खेती शुरू करना चाहते हैं, तो पहले जान लीजिए कि मशरूम स्पॉन कैसे तैयार किया जाता है.

मशरूम स्पॉन क्या है?

मशरूम स्पॉन को आप मशरूम की खेती का बीज कह सकते हैं. जैसे फसलों के लिए बीज बोया जाता है, वैसे ही मशरूम उगाने के लिए स्पॉन का उपयोग किया जाता है. जब स्पॉन को सही ढंग से तैयार किए गए सब्सट्रेट (जैसे भूसा, लकड़ी का बुरादा आदि) में मिलाया जाता है, तो वहां से मशरूम उगना शुरू होता है. सीधे शब्दों में कहें तो स्पॉन साफ-सुथरा और ताकतवर मशरूम बीज है, जिसे इसकी खेती की नींव कहा जाता है.

उपकरण और सामग्रियां

-गेहूं, ज्वार, बाजरा या अन्य अनाज
-पोटैशियम परमैंगनेट और फॉर्मालिन (साफ-सफाई के लिए)
-शुद्ध मशरूम कल्चर (Pure Culture)
-कांच की बोतलें या प्लास्टिक बैग
-प्रेशर कुकर या ऑटोक्लेव (स्टरलाइजेशन के लिए)
-लैमिनार एयर फ्लो चैम्बर (संक्रमण मुक्त वातावरण के लिए)
-स्पिरिट लैंप, कागज, रबर बैंड

शुरुआती तैयारी

सबसे पहले गेहूं या अन्य अनाज को साफ करें और अशुद्ध दाने अलग करें. इन्हें 12 घंटे तक पानी में भिगोएं और फिर हल्की आंच पर उबालें ताकि ये मुलायम हो जाएं लेकिन टूटें नहीं.

इसके बाद, अनाज को कपड़े पर फैला कर सुखाएं ताकि अतिरिक्त नमी निकल जाए. स्टरलाइजेशन से पहले फॉर्मालिन और पोटैशियम परमैंगनेट के घोल से सभी उपकरणों और काम करने वाले क्षेत्र को साफ करें ताकि संक्रमण का खतरा न रहे.

अनाज को स्टरलाइज (कीटाणुमुक्त) कैसे करें?

सबसे पहले सूखे हुए अनाज (जैसे गेहूं या ज्वार) में थोड़ा चूने का पाउडर (1-2%) और जिप्सम (0.5%) मिलाएं. इससे दाने आपस में नहीं चिपकेंगे और हवा का प्रवाह बना रहेगा.

अब इन अनाजों को कांच की बोतलों या पॉलीबैग में भर लें. ध्यान रहे कि बोतल को केवल 2/3 भाग तक ही भरें ताकि भाप बनने की जगह बनी रहे.

बोतल के मुंह को कपड़े से ढककर रबर बैंड से अच्छे से बांध दें, जिससे कोई गंदगी अंदर न जा सके.

इसके बाद इन बोतलों को प्रेशर कुकर या ऑटोक्लेव में रखें और 15 psi (पाउंड प्रति वर्ग इंच) दबाव पर 1 से 2 घंटे तक स्टरलाइज करें.
यह प्रक्रिया अनाज को कीटाणु और फंगस से पूरी तरह साफ कर देती है.

कल्चर जोड़ना

स्टरलाइजेशन के बाद जब अनाज पूरी तरह ठंडा हो जाए, तो उसे लैमिनार एयर फ्लो चैम्बर में रखा जाता है, जहां हवा साफ और संक्रमण-रहित होती है. इस सुरक्षित वातावरण में, शुद्ध मशरूम कल्चर को साफ-सुथरे उपकरणों की मदद से ठंडे अनाज में मिलाया जाता है. इसके बाद बोतलों को अच्छी तरह बंद कर दिया जाता है ताकि कोई बाहरी गंदगी या कीटाणु अंदर न जा सके. फिर इन बोतलों को साफ, सूखे और हल्के गर्म स्थान पर रखा जाता है, जहां बीज (कल्चर) धीरे-धीरे अनाज में फैलने लगता है. यह प्रक्रिया मशरूम स्पॉन तैयार करने के लिए बहुत जरूरी और संवेदनशील चरण होती है.

स्पॉन के विकास की प्रक्रिया

बोतलों को 22-25°C तापमान और 70-80% ह्युमिड वाले स्थान पर रखें. इन्हें सीधी धूप और हवा के संपर्क से बचाएं. लगभग 15-20 दिनों में माइसेलियम पूरे दानों में फैलने लगेगा. जब अनाज पूरी तरह सफेद हो जाए और उस पर कवकतंतू (माइसेलियम) दिखाई देने लगे, तो समझें कि स्पॉन इस्तेमाल के लिए तैयार है.

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