इजराइल तकनीक से खेती करेंगे किसान, सब्जी की फसलों में बढ़ेगा मुनाफा

गाजियाबाद कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉक्टर प्रमोद कुमार ने बताया कि शिक्षकों और किसानों को इजराइल तकनीक के साथ ही उन्नत तरीके से खेती करने की ट्रेनिंग दी गई है. उन्होंने कहा कि तकनीक के इस्तेमाल से मुनाफा बढ़ेगा.

रिजवान नूर खान
Noida | Updated On: 25 Mar, 2025 | 05:02 PM

भारतीय किसानों के बीच इजराइल तकनीक से खेती करने का चलन बढ़ रहा है. इससे उत्पादन क्षमता में बढ़त होती है, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा हासिल होता है. गाजियाबाद के किसानों को आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए खेती करने की ट्रेनिंग दी गई है. कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से किसानों को हरियाणा के सब्जी उत्कृष्ट केंद्र घरौंदा करनाल में विशेषज्ञों ने उन्नत तरीके से खेती की विधियां बताईं. यहां पर किसानों को गेहूं कटाई और मड़ाई संबंधी कृषि यंत्रों के इस्तेमाल और उनके फायदे भी बताए गए हैं.

गाजियाबाद कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉक्टर प्रमोद कुमार ने किसान इंडिया को बताया कि 75 शिक्षकों को इजराइल समेत उन्नत तरीके की तकनीक से खेती करने की ट्रेनिंग दी गई. यह शिक्षक अब किसानों को खेती की ट्रेनिंग देंगे. उन्होंने बताया कि 22 मार्च को हरियाणा के सब्जी उत्कृष्ट केंद्र घरौंदा करनाल में यह ट्रेनिंग कार्यक्रम रखा गया था.

मधुमक्खी और मशरूम की ट्रेनिंग

उन्होंने बताया कि किसानों ने यहां पर सब्जियों को उगाने की नवीनतम तकनीक जैसे इजराइल तकनीक विधियों की जानकारी दी गई है. इसके तहत सिंचाई ड्रिप इरीगेशन और पॉली हाउस आदि की जानकारी दी. इसके साथ ही किसानों को मधुमक्खी पालन आपको मशरूम उत्पादन के बारे में भी किसानों को जानकारी दी गई. उन्होंने कहा कि तकनीक के इस्तेमाल से मुनाफा बढ़ेगा.

मुर्गी और बकरी पालन की जानकारी दी

उन्होंने बताया कि 23 और 24 मार्च 2025 को कृषि विज्ञान केंद्र गाजियाबाद की ओर से उन्नत कृषि ग्राम योजना के तहत कृषि विभाग के सहयोग से 50 शिक्षकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ में आयोजित कराया गया. यहां पर किसानों को मुर्गी पालन,बकरी पालन,मशरूम उत्पादन की जानकारी दी गई है.

किसानों के बीच पॉपुलर इजराइल तकनीक

ड्रिप सिंचाई विधि इजराइल में पानी की बचत के लिए ड्रिप सिंचाई तकनीक का व्यापक उपयोग किया जाता है, जिससे पानी सीधे पौधों की जड़ों तक पहुंचता है और पानी का अपव्यय कम होता है.

ग्रीनहाउस और नेट हाउस – इजराइल में ग्रीनहाउस और नेट हाउस का इस्तेमाल करके मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों से फसलों को बचाया जाता है और पूरे साल भर खेती की जा सकती है.

वर्टिकल फार्मिंग – इजराइल में जमीन की कमी को देखते हुए वर्टिकल फार्मिंग तकनीक इस्तेमाल की जाती है. इसे भारत में भी शुरू किया गया है. इस तकनीक के तहत दीवारों पर पौधे उगाए जाते हैं, जिससे कम जगह में अधिक उत्पादन मिलता है.

वॉटर रिसाइकिल – इजराइल में वॉटर रिसाइकिल तकनीक के जरिए इस्तेमाल किए गए पानी को साफ करके दोबारा खेती के लिए इस्तेमाल किया जाता है.

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Published: 25 Mar, 2025 | 04:47 PM

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