मॉनसून में मछली खरीदने जा रहे हैं? तो जरूर रखें इन 5 बातों का ध्यान

अगर मछली बहुत तेज या सड़ी हुई बदबू दे रही है, तो समझ जाइए वो फ्रेश नहीं है. ताजा मछली की खुशबू हल्की और समुद्र जैसी होती है बिल्कुल नमकीन सी. अगर आपको नाक चुभने वाली गंध आए, तो उसे हाथ भी न लगाएं.

Kisan India
नई दिल्ली | Updated On: 16 Jul, 2025 | 02:29 PM

बारिश का मौसम आते ही हमारे खान-पान में भी बदलाव आ जाता है. खासकर मछली खाने वालों के लिए यह मौसम थोड़ा सावधानी भरा होता है. नानी-दादी अक्सर मना करती हैं कि “मॉनसून में मछली मत खाओ.” क्योंकि यही वो समय है जब नमी और गंदगी की वजह से जलजनित बीमारियां फैलती हैं और मछलियों की ताजगी पर भी असर पड़ता है.

लेकिन क्या मॉनसून में मछली खाना पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए? नहीं. अगर आप थोड़ी समझदारी और सावधानी बरतें, तो इस मौसम में भी आप ताजा और स्वादिष्ट मछली का आनंद ले सकते हैं. तो आइए जानते हैं कुछ आसान और काम के टिप्स, जिनसे आप बाजार में मछली की ताजगी खुद परख सकते हैं.

1. गंध से पहचानें ताजगी का सच

अगर मछली बहुत तेज या सड़ी हुई बदबू दे रही है, तो समझ जाइए वो फ्रेश नहीं है. ताजा मछली की खुशबू हल्की और समुद्र जैसी होती है बिल्कुल नमकीन सी. अगर आपको नाक चुभने वाली गंध आए, तो उसे हाथ भी न लगाएं.

2. आंखें बोलती हैं सच्चाई

मछली की आंखें उसकी उम्र और ताजगी बताती हैं. अगर आंखें चमकीली, पारदर्शी और थोड़ी उभरी हुई हैं, तो मछली ताजा है. वहीं अगर आंखें धुंधली, गढ्ढे जैसी और मटमैली दिख रही हों, तो मछली पुरानी हो चुकी है.

3. गलफड़े (गिल्स) का रंग बताता है हाल

मछली के गलफड़े उठाकर देखें. अगर वो गहरे लाल या गुलाबी रंग के हैं, तो मछली फ्रेश है. लेकिन अगर रंग भूरा, मटमैला या बदरंग लग रहा हो, तो इसका मतलब है कि मछली कई दिन पुरानी है और खाने के लायक नहीं.

4. मांस दबाकर देखें

मछली का मांस उंगली से हल्का दबाएं. अगर मछली तुरंत अपनी पुरानी शेप में लौट आती है और टाइट महसूस होती है, तो वह ताजा है. लेकिन अगर उंगली का निशान बना रह जाता है या मछली नरम और गिली लगती है, तो वो खराब हो चुकी है.

5. कटी सतह पर गौर करें

अगर आप मछली की कटी हुई सतह को गौर से देखें तो बहुत कुछ पता चल सकता है. ताजी मछली की कटिंग वाली सतह नम और चमकदार होती है. अगर वो सूखी, फीकी या भूरी लग रही है, तो उसे न खरीदें.

 इन मछलियों से सावधान रहें

छोटे झींगे, केकड़े या सीप जैसी चीजों में बरसात के मौसम में जल्दी संक्रमण हो सकता है. ऐसे समुद्री जीवों को लेकर ज्यादा सतर्क रहें और साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 16 Jul, 2025 | 02:22 PM

अमरूद के उत्पादन में सबसे आगे कौन सा प्रदेश है?

Side Banner

अमरूद के उत्पादन में सबसे आगे कौन सा प्रदेश है?