ऐलान के बाद भी 25 मई से नहीं शुरू हुई धान की खरीद..गुस्से में किसान, जानें कब खुलेंगे क्रय केंद्र

ओडिशा के कोरापुट में धान खरीद की शुरुआत में देरी से किसान परेशान हैं. 25 मई से धान खरीद शुरू होने वाली थी, लेकिन बारिश और अधूरी कटाई के कारण प्रक्रिया टाल दी गई.

वेंकटेश कुमार
नोएडा | Published: 27 May, 2025 | 01:17 PM

ओडिशा के कोरापुट जिले में धान खरीद शुरू होने में देरी होने से किसान काफी परेशान हैं. पहले 25 मई से जिले में धान खरीद की शुरुआत होने वाली थी, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने रबी विपणन सीजन (RMS) के तहत 25 मई से शुरू होने वाले वाली धान खरीद की तारीख को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया है. इस फैसले से किसानों में नाराजगी है. उन्हें डर है कि अगर सरकारी खरीद में देरी हुई, तो उन्हें मजबूरी में अपनी फसल बिचौलियों को बहुत कम दाम पर बेचनी पड़ेगी.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 13 मई को हुई जिला स्तर की खरीद समिति (DLPC) की बैठक में तय किया गया था कि धान खरीद के लिए जिले में कुल 73 मंडियां खुलेंगी, लेकिन अब तक प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है. कोरापुट किसान संघ के सचिव नरेंद्र कुमार प्रधान ने कहा कि ये समय किसानों के लिए बेहद अहम है, क्योंकि मानसून करीब है और उन्हें खाद खरीदने व पुराने कर्ज चुकाने के लिए पैसे चाहिए. मंडी शुरू न होने से किसान मजबूरी में सस्ते दामों पर धान बेचने को मजबूर होंगे.

बिचौलियों को धान बेचने पर होगा नुकसान

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा धान का समर्थन मूल्य 3,100 रुपये प्रति क्विंटल (इनपुट सब्सिडी सहित) तय है, लेकिन बिचौलियों को बेचने पर किसानों को सिर्फ 2,000 रुपये प्रति क्विंटल मिल सकता है, जो बड़ा घाटा है. प्रधान ने प्रशासन से अपील की कि खरीद प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू कराया जाए, ताकि किसानों को नुकसान न हो. उन्होंने कहा कि 25 मई से मंडियां शुरू करने का फैसला पहले DLPC बैठक में औपचारिक रूप से लिया जा चुका था, इसलिए अब इसमें देरी करना किसानों के हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रशासन को तुरंत कदम उठाकर मंडियों की शुरुआत सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि किसान मजबूरी में बिचौलियों के पास फसल न बेचें और उन्हें उचित दाम मिल सके.

56,644 मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य

प्रशासन को इस रबी विपणन सीजन में 56,644 मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य मिला है. इसके लिए 58 मंडियां जेपोर सब-डिवीजन में और बाकी कोरापुट सब-डिवीजन में खोली जाएंगी. किसानों की चिंताओं पर प्रतिक्रिया देते हुए कोरापुट के मुख्य नागरिक आपूर्ति अधिकारी पीके पांडा ने कहा कि मंडियों की शुरुआत में देरी कम दबाव वाले मौसम तंत्र के कारण संभावित बारिश और कृषि विभाग की रिपोर्ट, जिसमें बताया गया है कि अभी कई क्षेत्रों में धान की कटाई पूरी नहीं हुई है, को देखते हुए की गई है.

उन्होंने कहा कि यह मान लिया गया था कि 25 मई तक कुंडुरा ब्लॉक में कटाई पूरी हो जाएगी, इसलिए वहीं से मंडी की शुरुआत तय की गई थी. लेकिन कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार वहां केवल 20 फीसदी धान की कटाई ही हुई है. पांडा ने कहा कि जैसे ही कृषि विभाग से पूरी रिपोर्ट मिलेगी, मंडी शुरू करने की अगली तारीख घोषित की जाएगी. हमें उम्मीद है कि मंडी संचालन 6 जून के आसपास शुरू हो जाएगा.

1,69,789 किसानों ने कराया पंजीकरण

अधिकारियों ने कहा कि करीब 1,69,789 किसानों ने इस सीजन में धान बेचने के लिए पंजीकरण कराया है. किसानों को निर्देश दिया गया है कि वे केवल Fair Average Quality (FAQ) वाला धान ही मंडियों में लाएं. मंडियां तब तक चलेंगी जब तक खरीद का पूरा लक्ष्य पूरा नहीं हो जाता.

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