4 साल तक हर हफ्ते आएगा पैसा, जानिए कैसे करें लाखों की कमाई वाली खेती

कुंदरू सिर्फ आपकी कमाई का जरिया नहीं है, बल्कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है. कुंदरू में एंटी-बैक्टीरियल गुण, कैल्सियम, आयरन, फाइबर, विटामिन-ए और विटामिन-सी भरपूर मात्रा में होते हैं.

Kisan India
Noida | Published: 25 Mar, 2025 | 10:53 AM

अगर आप भी किसान हैं तो आपने कभी न कभी यह जरूर सोचा होगा कि काश एक बार मेहनत कर के ऐसी खेती की जा सकती, जिससे सालों तक हर हफ्ते कमाई हो. आपको जानकर खुशी होगी कि ऐसी खेती संभव है, और इसका नाम है कुंदरू की खेती. कुंदरू की खेती से आप एक बार मेहनत करके सालों तक फायदा उठा सकते हैं. आइए जानते हैं कि इस खेती को कैसे किया जाता है और इससे आपको कितनी कमाई हो सकती है.

कुंदरू की खेती कैसे होती है?

कुंदरू की खेती बेहद आसान और फायदे वाली है. इस खेती में आपको एक बार रोपाई में मेहनत करनी होती है, और फिर आप हर 4-5 दिन या हफ्ते में हार्वेस्टिंग करके लगातार लाभ कमा सकते हैं. कुंदरू की खेती हर जगह की जा सकती है, लेकिन उन इलाकों में इसका उत्पादन अच्छा होता है जहां ठंड कम होती है. गर्मी और आर्द्र जलवायु इसकी खेती के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है. कुंदरू की खेती में यदि मचान प्रणाली अपनाई जाए तो ज्यादा उत्पादन मिलता है.

कुंदरू की खेती के लिए सबसे पहले आपको बलुई-दोमट मिट्टी वाली जमीन चाहिए. मिट्टी का पीएच 7 से ज्यादा नहीं होना चाहिए. साथ ही, खेत में गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट डालना जरूरी है ताकि फसल को सही पोषण मिले. जब आप कुंदरू की खेती शुरू करें, तो सबसे अच्छा समय बरसात का होता है क्योंकि इस समय फसल को आसानी से जड़ पकड़ने का मौका मिलता है और वह तेजी से बढ़ती है.

सिंचाई और हार्वेस्टिंग

कुंदरू की खेती में सिंचाई का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. गर्मी में हर 4-5 दिन में सिंचाई की जाती है, जबकि सर्दी में यह समय बढ़कर 8-10 दिन हो सकता है. यह सुनिश्चित करें कि पानी की निकासी का उचित इंतजाम हो ताकि पौधों को अधिक पानी से नुकसान न हो.

पहली बार रोपाई के लगभग 45-50 दिन में कुंदरू की फसल हार्वेस्टिंग के लिए तैयार हो जाती है. उसके बाद आप हर 4-5 दिन में ताजे कुंदरू की तुड़ाई कर सकते हैं.

स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी

कुंदरू सिर्फ आपकी कमाई का जरिया नहीं है, बल्कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है. कुंदरू में फ्लेवोनोइड्स, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-बैक्टीरियल गुण, कैल्सियम, आयरन, फाइबर, विटामिन-ए और विटामिन-सी भरपूर मात्रा में होते हैं. इसके सेवन से शरीर में शुगर नियंत्रित रहती है और यह दिल और किडनी के लिए भी फायदेमंद होता है. मोटापे से परेशान लोग भी कुंदरू का सेवन करके अपने वजन को नियंत्रित कर सकते हैं.

कितनी हो सकती है कमाई?

अब बात करते हैं सबसे महत्वपूर्ण मुद्दे की, यानी कुंदरू से होने वाली कमाई की. एक हेक्टेयर खेत में कुंदरू की खेती से 300-450 क्विंटल तक की पैदावार हो सकती है. अगर आप इसे 40 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचते हैं तो, आपके पास 400 क्विंटल कुंदरू की फसल होगी, जिससे आप लगभग 16 लाख रुपये कमा सकते हैं. और सबसे अच्छी बात यह है कि यह उत्पादन आपको 4 साल तक मिलता रहेगा, यानी एक बार मेहनत करने के बाद हर साल एक अच्छा मुनाफा होगा.

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