आज के समय में खेती-किसानी के साथ-साथ पोल्ट्री फार्मिंग (मुर्गी पालन) एक बड़ा और मुनाफे वाला व्यवसाय बन चुका है. खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां रोजगार के सीमित साधन होते हैं, वहां यह छोटा-सा कारोबार लोगों की जिंदगी बदल रहा है. लेकिन सिर्फ चूजे लाकर पालने से फायदा नहीं होता. अगर आप वास्तव में मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो चूजों की देखभाल में वैज्ञानिक तरीका अपनाना जरूरी है. आइए जानते हैं आसान और भरोसेमंद उपाय, जिनसे आपका पोल्ट्री फार्म बन सकता है एक सफल उद्यम.
चूजों की शुरुआती देखभाल
चूजे जब फार्म में लाए जाते हैं, तभी से उनका ध्यान रखना शुरू हो जाता है. उनके लिए साफ-सुथरा और गर्म माहौल बनाना जरूरी है. पोल्ट्री एक्सपर्ट्स की मानें तो-
- फार्म को चूजे लाने से पहले सैनिटाइज करें. कीटाणुनाशक दवाइयों का छिड़काव फार्म की दीवारों और फर्श पर करें ताकि कोई बैक्टीरिया बच न पाए.
- ब्रूडर का तापमान नियंत्रित करें. चूजों को गर्माहट की जरूरत होती है. इसलिए उनके पहुंचने से 12 घंटे पहले ब्रूडर में लालटेन या बल्ब से गर्मी पैदा करें.
- चिक गार्ड लगाएं. पहले 8-10 दिनों तक चूजों के इर्द-गिर्द एक घेरा बनाकर उन्हें सीमित क्षेत्र में रखें, ताकि वो सही तरीके से तापमान और फीडिंग के आदि हो सकें.
ब्रूडर में गर्मी की पहचान ऐसे करें
- अगर सभी चूजे एक कोने में सिमट गए हैं, तो समझिए उन्हें ठंड लग रही है.
- अगर चारों तरफ बिखर गए हैं, तो गर्मी अधिक है.
- यदि चूजे ब्रूडर में संतुलित रूप से फैले हुए हैं, तो तापमान सही है.
चूजों के लिए फीडिंग: सही खाना, सही बढ़वार
एक स्वस्थ मुर्गी बनने के लिए चूजे को उम्र के अनुसार संतुलित आहार देना सबसे अहम है. चूजों को शुरुआती दिनों में स्टार्टर फीड दें जो बारीक दलिया जैसा हो. दाना सूखी और हवादार जगह पर रखें, नमी से उसमें फफूंद लग सकती है जो मुर्गियों के लिए खतरनाक है. जैसे-जैसे चूजे बड़े होते हैं, उनके खाने में विटामिन्स और मिनरल्स मिलाते रहें ताकि उनकी इम्युनिटी और विकास सही हो. मुर्गी पालन में करीब 70 खीसदी खर्च दाने पर आता है, इसलिए फीड की गुणवत्ता से समझौता न करें.
कितना दाना खाती है मुर्गी?
एक चूजे को मुर्गी बनने तक लगभग 13 किलो दाने की जरूरत होती है. एक वयस्क मुर्गी रोज 100 से 120 ग्राम दाना खा जाती है.
जरूरी है बायो-सिक्योरिटी
अगर आपने फार्म में साफ-सफाई और बायो-सिक्योरिटी का ध्यान नहीं रखा, तो दवाइयों पर खर्च बढ़ जाएगा. पोल्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि साफ-सुथरे माहौल में बीमारियां कम होती हैं, जिससे दवा की जरूरत घटती है और मुर्गियां ज्यादा हेल्दी रहती हैं.
कहां से खरीदें चूजे?
हमेशा प्रमाणित और भरोसेमंद हैचरी से ही चूजे खरीदें. बीमार चूजों से ना सिर्फ नुकसान होगा, बल्कि पूरे फार्म को खतरा हो सकता है.