बारिश से सब्जियों की कीमतों में लगी आग.. 56 रुपये किलो हुआ आलू, प्याज का रेट देखिए

उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के प्राइस मॉनिटरिंग डिविजन के अनुसार, 22 मई गुरुवार को अंडमान और निकोबार में आलू सबसे महंगा बिका. यहां पर लोगों को एक किलो आलू के लिए 56.67 रुपये खर्च करने पड़े.

नोएडा | Updated On: 23 May, 2025 | 03:33 PM

बुधवार शाम को अचानक आई आंधी- बारिश से केवल खेतों में खड़ी फसलों को ही नुकसान नहीं पहुंचा, बल्कि मंडी में रखी आलू और प्याज की उपज भी भीग गई. ऐसे में आने वाले दिनों में सब्जियों की कीमत में बढ़ोतरी की संभावना बढ़ गई है. फिलहाल 22 मई को देश में आलू का मिनिमम रेट 60 रुपये किलो दर्ज किया गया. जबकि, औसत भाव 24.55 रुपये किलो रहा. वहीं, प्याज की अधिकतम कीमत 65 रुपये किलो पहुंच गई.

उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के प्राइस मॉनिटरिंग डिविजन के अनुसार, 22 मई गुरुवार को अंडमान और निकोबार में आलू सबसे महंगा बिका. यहां पर लोगों को एक किलो आलू के लिए 56.67 रुपये खर्च करने पड़े. इसके बाद दूसरा स्थान लद्दाख का रहा. लद्दाख में एक किलो आलू की कीमत 43.5 रुपये दर्ज की गई. अगर प्याज की बात करें तो इसकी कीमत भी सबसे अधिक अंडमान और निकोबार में ही दर्ज की गई. यहां एक किलो प्याज का रेट 56.67 रुपये पर पहुंच गया. जबकि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आलू 18 रुपये और प्याज का भाव 25 रुपये किलो रहा.

10 टन आलू और प्याज बर्बाद

वहीं, गाजियाबाद के साहिबाबाद स्थित नवीन फल सब्जी मंडी में खाद्य वस्तओं की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना है.  क्योंकि यहां पर बुधवार शाम को आई आंधी और तेज बारिश से प्याज और आलू की उपज की बहुत बर्बादी हुई है. कहा जा रहा है कि मंडी में रखे करीब 10 टन आलू और प्याज बारिश से भीग गए. इससे व्यापारियों में आर्थिक नुकसान की चिंता बढ़ गई है. व्यापारियों का कहना है कि अगर अगले 48 घंटे में भीगे हुए आलू- प्याज की बिक्री नहीं होती है, तो ये सड़ने लगेंगे. इससे भारी आर्थिक नुकसान होगा.

मंडी में कम आए ग्राहक

ऐसे भी अगल दिन गुरुवार को नवीन फल सब्जी मंडी में कम ग्राहक पहुंचे. इससे फल और सब्जी की बिक्री में गिरावट आई है. ऐसे में व्यापारियों की चिंता और बढ़ती जा रही है. मंडी के एक व्यापारी ने कहा कि तेज आंधी के चलते बचाव के लिए सब्जियों के ऊपर रखा तीरपाल उड़ गया. इससे बारिश के पानी से सारी सब्जियां भीग गईं. वहीं, अगले दिन मंडी ग्राहक काफी कम आए. ऐसे में भीगी हुई सब्जियों की बिक्री नहीं हो पाई.

सब्जियों के दाम बढ़ सकते हैं

उन्होंने कहा कि अब आर्थिक नुकसान का भय सता रहा है. व्यापारियों का कहना है कि अगर भीगी हुई सब्जियों की बिक्री जल्दी नहीं होती है, तो 5 लाख रुपये तक का नुकसान हो सकता है. साथ ही व्यापारियों ने कहा कि बारिश से फसन नुकसान होने के चलते आने वाले दिनों में सब्जियों के दाम बढ़ सकते हैं.

Published: 23 May, 2025 | 02:26 PM