महाराष्ट्र में अंडा हुआ महंगा, कीमतों में भारी बढ़ोतरी.. 7 रुपये पीस हुआ होलसेल रेट

सर्दियों में महाराष्ट्र में अंडों की कीमतें बढ़ गई हैं, खासकर छत्रपति संभाजीनगर में. सप्लाई में कमी और बढ़ती मांग के कारण थोक रेट 7 रुपये से ऊपर पहुंच गया. पोल्ट्री कारोबारियों के अनुसार, उत्पादकों के लिए यह अच्छा समय है, जबकि उपभोक्ताओं को 8 रुपये प्रति अंडा खर्च करना पड़ रहा है.

नोएडा | Updated On: 22 Nov, 2025 | 06:47 PM

Egg Price Hike: सर्दी की दस्तक के साथ ही महाराष्ट्र में अंडे की कीमतों में बढ़ोतरी शुरू हो गई है. इससे आम जनता के किचन के बजट बिगड़ गया है. खास बात यह है कि छत्रपति संभाजीनगर में अंडों की कीमतें कुछ ज्यादा ही बढ़ गई हैं. कहा जा रहा है कि मांग और सप्लाई के बीच बड़ा अंतर आ गया है, जिसकी वजह से थोक कीमतें बढ़कर 7 रुपये प्रति अंडा से भी ज्यादा हो गई हैं. हालांकि, व्यापारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में मांग बढ़ने पर कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है.

महाराष्ट्र में सर्दियों के दौरान रोजाना लगभग 3 करोड़ अंडों की जरूरत होती है, जबकि सप्लाई में करीब 1.5 करोड़ की कमी पड़ रही है. पशुपालन विभाग के अतिरिक्त आयुक्त शीतलकुमार मुकाने के मुताबिक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के बड़े सप्लाई क्षेत्रों में बरसात के समय मुर्गियों में बीमारियां फैलने से उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ. कई पोल्ट्री फार्मों ने बीमार मुर्गियों  को तुरंत बदलने में देरी की, जिससे उत्पादन और गिर गया. इसके साथ ही ठंड बढ़ने पर अंडों की खपत भी बढ़ जाती है, जिससे कीमतें और ऊपर चली गई हैं.

संभाजीनगर में अंडों की सप्लाई भी प्रभावित हुई

डेक्कन क्रॉनिकल की रिपोर्ट के मुताबिक, मुकाने ने कहा कि तमिलनाडु जैसे बड़े अंडा-उत्पादक राज्यों से आयात बढ़ा है, लेकिन वे अपने ही देश के भीतर सप्लाई पूरी नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए महाराष्ट्र, खासकर छत्रपति संभाजीनगर, में अंडों की सप्लाई  भी प्रभावित हुई है. बढ़ी हुई कीमतों की वजह से यहां ग्राहकों को करीब 8 रुपये प्रति अंडा खरीदना पड़ा. हालांकि कुछ पोल्ट्री कारोबारी मानते हैं कि उपभोक्ताओं के लिए भले ही कीमतें बढ़ी हों, लेकिन फिलहाल बाजार उत्पादकों के लिए काफी फायदेमंद है.

इस समय अंडों से अच्छी कमाई हो रही है

छत्रपति संभाजीनगर के पोल्ट्री व्यापारी फिरोज पिंजारी ने कहा कि इस समय अंडों से अच्छी कमाई  हो रही है. मराठवाड़ा में अच्छी बारिश से मक्के की कीमतें कम हुई हैं, जो पोल्ट्री फीड का महत्वपूर्ण हिस्सा है. उन्होंने कहा कि अभी थोक रेट 7.10 रुपये प्रति अंडा है, जबकि पिछले साल इसी दिन 6.10 से 6.30 रुपये था. कृषि विज्ञान केंद्र (वसंतराव नाईक कृषि विश्वविद्यालय) की विशेषज्ञ अनीता जिंतुरकर के मुताबिक, मांग बढ़ने की एक बड़ी वजह लोगों की बदलती खानपान आदतें हैं. लोग अंडों को पोषण से भरपूर और कम मिलावट वाला मानते हैं. इसके अलावा अंडे अब समोसे, बिरयानी और कई आसान रेसिपीज में खूब इस्तेमाल हो रहे हैं. उनका कहना है कि उत्पादकों को अच्छे दाम मिलना एक सकारात्मक संकेत है.

Published: 22 Nov, 2025 | 06:40 PM

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