बिहार की लोकप्रिय धान की किस्म कतरनी की खेती को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार अब किसानों को इसकी खेती करने के लिए सब्सिडी मुहैया कराएगी. इसके साथ ही बिहार के भागलपुर जिले में इसकी खेती के रकबे को 800 से बढ़ाकर 2000 करने का लक्ष्य तय किया गया है. बता दें कि बिहार के कतरनी चावल को जीआई (GI) टैग भी मिल चुका है. इसकी खेती पर सब्सिडी लेने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा.
6 हजार रुपये की मिलेगी सब्सिडी
बिहार कृषि विभाग ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को कतरनी की खेती के लिए 6 हजार रुपये की सब्सिडी दी जाएगी. सब्सिडी की राशि किसानों के खाते में दो किस्तों में भेजी जाएगी. 3 हजार रुपये की पहली किस्त फसल की रोपाई के बाद जब कृषि विभाग के अधिकारी भौतिक रूप से फसल की जांच करेंगे तब दी जाएगी. वहीं 3 हजार रुपये की दूसरी किस्त धान की बाली निकलने के बाद दी जाएगी. बता दें कि भागलपुर में इसकी खेती का रकबा 800 एकड़ से बढ़ाकर 2 हजार एकड़ और बांका में 500 एकड़ का रकबा बनाने का लक्ष्य तय किया गया है.
सुल्तानगंज समेत कई इलाकों में होगी खेती
बिहार कृषि विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार कतरनी की खेती के लिए सुल्तानगंज, जगदीशपुर, कहलगांव, सन्हौला, गोराडीह और शाहकुंड के इलाकों को चुना गया है. वहीं बांका के अंतर्गत आने वाले रजौन, अमरपुर, बौंसी और बाराहाट के किसान को कतरनी की खेती के लिए बढ़ावा दिया जाएगा.
ऐसे कर सकते हैं आवेदन
कतरनी की खेती पर सब्सिडी लेने के लिए किसान बीज निगम के पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. बता दें कि आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. जानकारी के अनुसार बिहार कृषि विश्वविद्यालय की ओर से किसानों को कतरनी के बीज कम कीमतों पर उपलबध कराए जाते हैं. इसके साथ ही बिहार में किसानों को कतरनी की खेती के लिए जागरूक भी किया जा रहा है.