कटहल खरीफ सीजन में उगाई जाने वाली सब्जी है. इसकी खेती मुख्य तौर पर गर्म जलवायु में की जाती है. कटहल एक लंबे समय तक चलने वाली फसल है. जिसकी खेती से किसान सालभर में 3 से 6 लाख रुपये तक की शुद्ध कमाई कर सकते हैं ,अगर किसान फसल की सही से देखभाल करें तो ये किसानों के लिए कटहल की खेती फायदे का सौदा साबित हो सकती है. खबर में आगे बात करेंगे कि कैसे होती है कटहल की खेती और क्या हैं इसकी खेती के फायदे.
खेती के लिए सही मिट्टी और जलवायु
कटहल की खेती के लिए 25 डिग्री से 35 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान सबसे सही होता है. किसानों के लिए जरूरी है कि वे कटहल की खेती से पहले अपने खेत की मिट्टी जांच लें. कटहल की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली गहरी दोमट या बलुई दोमट मिट्टी सही मानी जाती है. जिसका pH मान 6.0 से 7.5 तक होना चाहिए. जिन इलाकों में पानी भर जाता हो वहां कटहल की खेती करने से बचना चाहिए. कटहल की खेती के गर्म जलवायु सबसे सही होता है.
इस तरह से करें खेती
कटहल की खेती करने के लिए खेत में 60 मीटर लंबा, 60 मीटर चौड़ा और 60 मीटर ऊंचा गड्ढा बनाएं. इसके बाद 8*8 मीटर की दूरी पर पौधे लगाएं. बता दें कि प्रति हैक्टेयर जमीन पर 150 कटहल के पौधे लगाए जा सकते हैं. इसकी बुवाई का सही समय जून से जुलाई के बीच होता है. अच्छे उत्पादन के लिए जरूरी है कि खेत में खाद का इस्तेमाल किया जाए. इसके लिए हर गड्ढे में 10 से 15 किग्रा गोबर की खाद के साथ नीम की खली डालें.
6 लाख तक हो सकती है कमाई
कटहल के पौध में पांचवे साल से फल लगना शुरू होते हैं, एक पेड़ से करीब 150 से 250 फल तक मिल सकते हैं. एक फल का वजन 5 से 15 किग्रा का होता है. कटहल की खेती में किसान पांचवें साल से 1 हजार रूपये तक और आठवें साल से 5 हजार रूपये तक कमा सकते हैं. यानी अगर किसी किसान को प्रति हेक्टेयर जमीन से 150 कटहल कटहल के पेड़ से पैदावार मिलती है तो उसकी एक साल की शुद्ध कमाई 3 से 6 लाख तक हो सकती है.