प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के धार जिले में पीएम मित्रा पार्क का शिलान्यास किया. यहां पर उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वकर्मा जयंती के दिन देश के सबसे बड़े इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क का शिलान्यास यहां हुआ है. इस पार्क से भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को नई ऊर्जा मिलेगी. किसान को उसकी उपज का सही मूल्य मिलेगा. पीएम मित्र पार्क से युवाओं को बहुत बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा. पीएम ने 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने के साथ पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना और पीएम विश्वकर्मा योजना से लोगों को मिल रहे फायदों का जिक्र किया.
पीएम मातृ वंदना योजना 4.5 करोड़ गर्भवती माताओं को 5 हजार रुपये भेजे
मध्यप्रदेश के धार जिले के भैंसोला गांव में बनने जा रहा यह पार्क देश का सबसे बड़ा टेक्सटाइल इंडस्ट्रियल हब बनेगा. आज पीएम मोदी ने पार्क का शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने कहा कि हमारी माताओं, बहनों और बेटियों का स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है. हमारी सरकार गर्भवती महिलाओं और बेटियों के पोषण के लिए मिशन मोड में काम कर रही है. आज से हम आठवां राष्ट्रीय पोषण माह शुरू कर रहे हैं. एक विकसित भारत में, हमें मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कम करना होगा. इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, हमने 2017 में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PM Matra Vandana Yojana) शुरू की. इस योजना के तहत, पहली बेटी के जन्म पर 5,000 रुपये और दूसरी बेटी के जन्म पर 6,000 रुपये सीधे बैंक खाते में भेजे जा रहे हैं. अब तक 4.5 करोड़ से अधिक गर्भवती माताएं इस पहल से लाभान्वित हो चुकी हैं.
पीएम विश्वकर्मा योजना ने छोटे तबके की आर्थिक स्थिति सुधारी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) का सबसे बड़ा लाभ समाज के उस तबके को हुआ है जिन्हें दशकों तक अनदेखा किया गया. हमारे विश्वकर्मा भाई-बहनों के पास हुनर तो था लेकिन पिछली सरकारों के पास उनके हुनर को आगे बढ़ाने का कोई प्लान नहीं था. उनका जीवन बेहतर बनाने की कोई योजना नहीं थी. हमने उनकी प्रतिभा को उनकी प्रगति का माध्यम बनाने का रास्ता खोला है. इसलिए मैं कहता हूं कि जो पिछड़ा है वो हमारी प्राथमिकता है.
3 लाख ग्रामीण महिलाओं को लखपति बनाने का टारगेट
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना (PM Garib Kalyan Anna Yojana) के आंकड़े सुनकर दुनिया के लोगों की आंखें फटी की फटी रह जाती हैं. हमारी सरकार का जोर माताओं-बहनों को आर्थिक रूप से सशक्त करने पर भी है. हमारी सरकार 3 करोड़ ग्रामीण बहनों को लखपति दीदी (Lakhpati Didi Yojana) बनाने के अभियान में जुटी है. अब तक लगभग 2 करोड़ बहनें लखपति दीदी बन भी चुकी हैं.
3 लाख रोजगार पैदा करेगा पीएम मित्रा पार्क
पीएम मित्रा पार्क (PM Mitra Park) का उद्देश्य कपड़ा उद्योग को एक ही जगह पर सभी सुविधाएं देकर तेजी से आगे बढ़ाना. इसमें कच्चे माल से लेकर रेडीमेड गारमेंट्स तक की पूरी चेन एक ही जगह मौजूद होगी. मध्यप्रदेश का भैंसोला गांव अब इस योजना के तहत देश के पहले और सबसे बड़े पीएम मित्रा पार्क का गवाह बनने जा रहा है. पार्क के जरिए नए रोजगार पैदा होंगे और 3 लाख लोगों को डायरेक्ट इनडायरेक्ट तरीके से रोजगार मिलेगा. इसका मतलब है कि सिलाई, बुनाई, डाईंग, पैकिंग से लेकर ट्रांसपोर्ट तक के कामों में हजारों नौकरियां निकलेंगी. ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को शहरों की तरफ पलायन नहीं करना पड़ेगा क्योंकि अब रोजगार उनके गांव के पास ही उपलब्ध होगा.
कपास और रेशम किसानों को होगा सीधा फायदा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का कहना है कि इस पार्क के बनने से प्रदेश के 6 लाख से ज्यादा कपास और रेशम किसानों को सीधा लाभ मिलेगा. क्योंकि अब उन्हें अपना माल दूर-दराज नहीं बेचना पड़ेगा यहां पर कपास से धागा, धागे से कपड़ा और फिर रेडीमेड वस्त्र तैयार होंगे. इससे किसानों की फसल को तुरंत खरीदार मिलेंगे और उन्हें अच्छा दाम मिलेगा. रेशम के किसान भी इससे जुड़ सकेंगे और अपने रेशम को स्थानीय फैक्ट्रियों को बेच पाएंगे. इससे उनकी आय में इजाफा होगा और खर्च कम होगा.
बड़ी कंपनियों ने दिखाई दिलचस्पी
अब तक 114 कंपनियों ने पीएम मित्रा पार्क में निवेश करने के लिए आवेदन किया है, जिनमें से 91 कंपनियों को जमीन अलॉट कर दी गई है. कुल 1294.19 एकड़ जमीन आवंटित की गई है. इन कंपनियों में टेक्सटाइल सेक्टर की नामी-गिरामी कंपनियां शामिल हैं, जो यहां फैक्ट्री लगाएंगी. इससे निवेश का बड़ा प्रवाह आएगा और प्रदेश की औद्योगिक छवि भी मजबूत होगी.
मालवा क्षेत्र के किसानों को मिलेगा ज्यादा फायदा
मुख्यमंत्री ने बताया कि मालवा क्षेत्र के रेशम कीट पालकों और कपास किसान जो अब तक अपनी कपास को बेचने के लिए भटकते थे, अब स्थानीय स्तर पर ही फसल की खपत हो सकेगी. इससे ट्रांसपोर्ट खर्च बचेगा, समय भी बचेगा और किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी. साथ ही इस क्षेत्र में रॉ मटेरियल सप्लाई से लेकर तैयार माल के उत्पादन तक की एक पूरी इंडस्ट्रियल चेन तैयार होगी, जो इस इलाके को टेक्सटाइल हब बना देगी.