औषधीय गुणों से भरपूर है खस का पौधा, किसान कमा सकते हैं 2 लाख रुपए तक शुद्ध मुनाफा
खस की खेती में प्रति एकड़ लागत करीब 60 से 65 हजार रुपये तक आती है. वहीं, एक एकड़ खस की फसल से आप 10 लीटर तक तेल निकाल सकते हैं. बाजार में खस का एक लीटर तेल औसतन 20 हजार रुपये में बिकता है.
आज के समय में किसान कमाई के लिए केवल पारंपरिक खेती पर ही निर्भर नहीं रहते बल्कि अब वे अपान रुख व्यावसायिक और औषधीय फसलों की खेती की तरफ कर रहे हैं. इन फसलों से न केवल किसानों को अच्छी आमदनी मिलती है बल्कि उनकी लागत भी कम आती है. ऐसी ही एक औषधीय फसल है खस की फसल. खस यानी वेटिवर (Vetiver) एक झाड़ीनुमा फसल है, जो कि अपने औषधीय गुणों के कारण किसानों के बीच काफी लोकप्रिय होती जा रही है. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि किसानों को खस की फसल के हर एक हिस्से से अच्छी कमाई मिलती है. जिसके कारण खेती के लिहाज से किसानों के लिए खस की फसल का चुनाव करना मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है.
ऐसे करें खस की खेती
खस की खेती से पहले खेत को 2 से 3 बार अच्छे से जोत लें और सभी खूंटी और घास की जड़ों को हटा दें. फसल की आखिरी जुताई के समय सड़ी हुई गोबर की खाद को 10 से 15 टन हेक्टेयर की दर से मिट्टी में मिला दें. इसके बाद खस के बीज या फसल के गुच्छे जिन्हें स्लिप्स भी कहते हैं उसकी बुवाई कर दें. बता दें कि खस की फसल तैयार होने पर जड़ों की खुदाई और रोपाई का काम 12 से 14 महीनों में करना चाहिए. किसानों को ध्यान रखना होगा कि जड़ों की खुदाई शुरू करने से पहले पौधे के जमीन से 35-40 सेंमी ऊपरी भाग को काट दें. बता दें कि , इसकी जड़ों की खुदाई का सही समय दिसंबर होता है, ऐसा इसलिए क्योंकि इस समय फसल में तेल की मात्रा जड़ों में ज्यादा पाई जाती है.
खेती करने का सही समय
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार खस की खेती सर्दियों का मौसम छोड़कर किसी भी समय की जा सकती है. खास बात ये है कि इसकी खेती किसी भी तरह की मिट्टी में की जा सकती है. खस एक लो मेंटिनेंस फसल है यानी इसको बहुत ज्यादा देखभाल, सिंचाई या खाद की जरूरत नहीं होती है. सिर्फ गोबर की खाद या कंपोस्ट डालकर ही इसकी फसल से बंपर उपज ली जा सकती है. ऐसे में कम देखभाल और कम लागत में ये फसल किसानों को अच्छा मुनाफा दे सकती है. बता दें कि, खस की पहली फसल बुवाई के करीब 18 से 20 महीने में कटाई के लिये तैयार हो जाती है, जिसमें इसकी पत्तियों को चारा, ईंधन और फूस के घर बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है.
खस की फसल से कमाई और इस्तेमाल
खस की खेती में प्रति एकड़ लागत करीब 60 से 65 हजार रुपये तक आती है. वहीं, एक एकड़ खस की फसल से आप 10 लीटर तक तेल निकाल सकते हैं. बाजार में खस का एक लीटर तेल औसतन 20 हजार रुपये में बिकता है. ऐसे में एक एकड़ जमीन पर खस की खेती से किसान 2 लाख तक का मुनाफा कमा सकते हैं. बात करें खस की फसल से होने वाले इस्तेमाल की तो खस एक औषधीय पौधा है, जिसका खुशबू वाला तेल अपनी उन्नत क्वालिटी के कारण बाजार में काफी ऊंची कीमतों पर बिकता है.
खस की जड़ों से निकाला गया सुगंधित तेल शरबत, पान मसाला, तम्बाकू, इत्र, साबुन और अन्य कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. वहीं खस की सुखी हुई जड़ें लिनन और कपड़ों में सुगंध के लिए इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा खस का इस्तेमाल आयुर्वेद जैसी परंपरागत चिकित्सा प्रणालियों में भी औषधि के रूप में भी किया जाता है.