तोरई की फसल को खराब कर देते हैं ये खतरनाक कीट, बचाव के लिए करें ये उपाय

कई बार पूरी देखभाल के बाद भी फसलों पर कीटों का आक्रमण हो जाता है. जिसके कारण फसल पूरी तरह से खराब हो जाती है. फसल के साथ-साथ किसान को भी भारी नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में किसानों के लिए जरूरी होता है कि वे समय रहते फसलों को कीटों से बचा लें.

नोएडा | Published: 31 May, 2025 | 04:07 PM

तोरई एक अच्छा उत्पादन देने वाली फसल है. जिसकी खेती से किसान अच्छा मुनाफा भी कमा सकते हैं. लेकिन कई बार किसानों को सही जानकारी न होने के कारण या फिर लापरवाही के कारण फसल में कुछ कीटों का आक्रमण हो जाता है, जिसके कारण फसल को तो नुकसान होता ही है साथ ही किसानों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में किसानों के लिए जरूरी है इन कीटों से तोरई की फसल का बचाव करना. खबर में आगे ऐसे ही तीन कीटों की बात करेंगे जो तोरई की फसल को खराब कर सकते हैं और जानेंगे कि किसान कैसे कर सकते हैं इनसे बचाव.

तोरई की फसल में लगने वाले 3 कीट

फल मक्खी (Fruit Fly)

ये एक ऐसा खतरनाक कीट है जो फसल पर आक्रमण कर फसल में लगे फलों में छोटे-छोटे छेद कर देता है. जिसके कारण फल सड़कर गिरने लगते हैं. इस कीट के कारण फल खाने लायक नहीं रह जाते हैं और फसल की उपज में भी कमी आने लगती है. तोरई की फसल को बचाने के लिए किसान तोरई की फसल के आस-पास पीला चिपचिपा ट्रैप लगा सकते हैं. साथ ही नीम का अर्क या नीम के तेल का भी छिड़काव कर सकते हैं. इसके साथ ही किसान फसल में फूल लगने से पहले 1 मिली लीटर मेलथियॉन 50 ईसी कीटनाशक को 1 लीटर पानी में मिलाकर फसलों पर छिड़काव कर सकते हैं.

लाला कद्दू बीटल (Red Pumpkin Beetle)

यह एक ऐसा कीट है जो पत्तियों पर आक्रमण करता है. ये पत्तियों को कुतरकर खा जाता है. इसके आक्रमण से छोटे पौधे पूरी तरह नष्ट हो सकते हैं. तोरई की फसल को लाल कद्दू बीटल से बचाने के लिए किसान सुबह के समय कीटों को हाथ से पकड़कर नष्ट करें. इसके बाद 0.3 ग्राम थायोमेथोक्साम 25 डब्ल्यूजी कीटनाशक को 1 लीटर पानी में मिलाकर फसलों पर इसका छिड़काव करें.

एफिड (Aphids)

ये कीट पत्तियों पर झुंड में नजर आते हैं. इनके आक्रमण से पौधों की पत्तियां मुरझाने लगती हैं, उनसे चिपचिपा पदार्थ निकलने लगता है जिसे बनीड्यू कहते हैं. तोरई की फसल को एफिड से बचाने के लिए किसान फसल पर 2 से 3 मिलीलीटर नीम का तेल 1 लीटर पानी में मिलाकर उसका छिड़काव करें. इसके साथ ही 0.5 मिलीलीटर इमिडाक्लोप्रिड 17.8% एसएल कीटनाशक को 1 लीटर पानी में मिलाकर फसलों पर छिड़कें.