लीची के गढ़ में विदेशी फल की एंट्री, स्टार फ्रूट की खेती से बढ़ी किसानों की आमदनी

किसानों के बगीचे में लगे स्टार फ्रूट के पौधे के कारण वे आसपास के किसानों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए हैं. उनकी पहल से प्रेरित होकर आसपास के कई किसान भी अब लीची के साथ-साथ विदेशी फलों की बागबानी की ओर रुख कर रहे हैं और अपने बागानों में इसे लगाने की तैयारी में जुट गए हैं.

किसान इंडिया डेस्क
नोएडा | Published: 31 Dec, 2025 | 11:50 AM
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Star fruit farming: शाही लीची के लिए देश-दुनिया में मशहूर मुजफ्फरपुर अब विदेशी फलों की खेती के लिए भी पहचान बना रहा है. जिले के किसान अब केवल लीची पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि नई किस्म के फलों की खेती कर अपनी आमदनी बढ़ा रहे हैं. जिले के कुछ प्रगतिशील किसानों ने फ्लोरिडा की प्रसिद्ध कैरामबोला, जिसे आम तौर पर स्टार फ्रूट कहा जाता है, उसकी खेती कर प्रदेश के अन्य किसानों के लिए आमदनी का नया रास्ता खोल दिया है. उनकी इस पहल से यह साबित हुआ है कि लीची के अलावा भी किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

किसानों के लिए बना आकर्षण

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार किसानों के बगीचों में लगे स्टार फ्रूट के पौधे के कारण वे आसपास के किसानों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए हैं. उनकी पहल से प्रेरित होकर आसपास के कई किसान भी अब लीची के साथ-साथ विदेशी फलों की बागबानी की ओर रुख कर रहे हैं और अपने बागानों में इसे लगाने की तैयारी में जुट गए हैं.

सेहत के लिए लाभकारी फल

किसान कहते हैं कि स्टार फ्रूट एक पौष्टिक फल है, जिसमें विटामिन सी और विटामिन बी के साथ आयरन, पोटैशियम और फाइबर जैसे तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. कैलोरी कम और फाइबर अधिक होने के कारण यह फल सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है.

बीमारियों में उपयोगी

उनके अनुसार स्टार फ्रूट बुखार और डायबिटीज जैसी बीमारियों में लाभकारी माना जाता है. इसमें मौजूद कैल्शियम हृदय से जुड़ी समस्याओं के खतरे को कम करने में सहायक होता है. यह फल कच्चे में हल्के हरे रंग का और पकने पर नारंगी हो जाता है. इसका स्वाद हल्का खट्टा-मीठा और रसीला होता है, जिसे लोग खूब पसंद करते हैं.

सालभर मिलता है फल

स्टार फ्रूट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह फल पूरे साल मिलता है और देश के लगभग हर हिस्से में इसकी खेती संभव है. इस समय थाई वैरायटी का स्टार फ्रूट ज्यादा लगाया जा रहा है, क्योंकि यह ज्यादा मीठा होता है और सालभर फल देता है. किसान बताते हैं कि यह पौधा बहुत तेजी से वृद्धि करता है. इसे किसी भी मौसम में लगाया जा सकता है. पौधा लगाने के 40 से 45 दिनों में फूल आ जाते हैं और 45 से 60 दिनों में फल तैयार हो जाता है.

बंगाल से मंगवाकर शुरू की थी खेती

किसानों ने शुरुआत में यह पौधा पश्चिम बंगाल से मंगवाया था. अब वे स्वयं इसकी कलम तैयार कर अन्य किसानों को उपलब्ध करा रहे हैं. स्थानीय किसान बताते हैं कि लीची से साल में केवल दो महीने की आमदनी होती है, जबकि देखभाल पूरे साल करनी पड़ती है. इसलिए अब किसान लीची के साथ-साथ स्टार फ्रूट की खेती करने की ओर रुख कर रहे हैं. ऐसे में स्टार फ्रूट जैसी फसल किसानों के लिए अतिरिक्त और स्थायी आय का जरिया बन रही है.

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