मछली पकड़ने पर कार्रवाई तय! अजमेर में सरकार का एक्शन, प्रजनन काल में जब्त हुईं मछलियां

राजस्थान सरकार ने मछलियों की प्रजनन अवधि को सुरक्षित रखने के लिए 16 जून से 31 अगस्त तक मछली पकड़ने पर पूरी तरह रोक लगा दी है. इस दौरान मछली पकड़ने, बेचने पर सख्त कार्रवाई तय है.

नोएडा | Updated On: 6 Jul, 2025 | 01:49 PM

बरसात के मौसम में मछलियों का प्रजनन शुरू हो जाता है. ऐसे समय में अगर कोई मछली पकड़ता है तो सिर्फ मछली ही नहीं पकड़ी जाएगी, बल्कि उसके खिलाफ कार्रवाई भी तय है. राजस्थान के अजमेर जिले में ऐसा ही सख्त एक्शन लिया गया है. दरअसल, राजस्थान सरकार ने 16 जून से 31 अगस्त तक मत्स्याखेट (मछली पकड़ने) पर रोक लगाई है. इस दौरान अवैध रूप से मछली पकड़ने वालों से सैकड़ों किलो मछली जब्त की गई है और कानूनी कार्रवाई भी हुई है.

प्रजनन काल में मछली पकड़ने पर पूरी तरह रोक

राजस्थान सरकार के पशुपालन विभाग के मुताबिक, राज्य में मछलियों  की प्रजनन अवधि को सुरक्षित रखने के लिए इस साल भी 16 जून से 31 अगस्त तक मछली पकड़ने पर रोक लगाई है. इस निषेध काल के दौरान किसी भी व्यक्ति को मछली पकड़ने, बेचने या बाजार में प्रदर्शित करने की अनुमति नहीं है. यह फैसला मछली की प्रजातियों को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है. अगर कोई व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

विभाग बना रहा है लगातार निगरानी टीम

मत्स्य विभाग के क्षेत्रीय सहायक निदेशक मदन सिंह के अनुसार, प्रजनन काल में मछली पकड़ने से रोकने के लिए एक विशेष निगरानी दल बनाया गया है. यह दल जलाशयों, मछली बाजारों और अन्य प्रमुख स्थानों पर नियमित रूप से चेकिंग कर रहा है. टीम अब तक कई जगहों पर छापेमारी कर चुकी है और करीब 320 किलो अवैध मछली जब्त की जा चुकी है. जब्त मछली को नियम के अनुसार नष्ट भी किया गया है.

कहां से कितनी मछली जब्त हुई?

अजमेर शहर की मछली दुकानों से करीब 100 किलो और आनासागर के ऑवर फ्लो क्षेत्र से लगभग 200 किलो अवैध मछली जब्त की गई है. जब्त की गई सभी मछलियों को नियमों के अनुसार दफनाया गया, ताकि ये बाजार में न बिकें और मछलियों के प्रजनन चक्र में कोई रुकावट न आए. विभाग की इस कार्रवाई से अवैध मत्स्य व्यापार पर रोक लग रही है.

केवल मछली ही नहीं, बल्कि मछली पकड़ने वाले जाल, उपकरण और नावें भी जब्त की जा रही हैं. इस सख्ती का असर दिखने लगा है और अवैध मत्स्याखेट की घटनाएं कम हो गई हैं.

मछलियों की बढ़ती संख्या से किसानों को मिलेगा फायदा

प्रजनन काल में मछलियों को सुरक्षित माहौल देने से उनकी संख्या बढ़ती है. इससे आने वाले समय में मत्स्य व्यवसाय को मजबूती मिलती है और मछली पालन करने वाले किसानों की आमदनी भी बढ़ती है. यही कारण है कि सरकार ने इस अवधि में मछली पकड़ने पर सख्ती बरती है, ताकि मछलियों की प्रजातियां सुरक्षित रहें और आगे चलकर सभी को आर्थिक रूप से लाभ मिल सके.

अवैध मछुआरों पर कार्रवाई तय

जो कोई भी व्यक्ति निषेध अवधि में मछली पकड़ते हुए पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई तय है. मत्स्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि नियमों का उल्लंघन करने पर न सिर्फ जुर्माना लगेगा, बल्कि अन्य कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है. विभाग की निगरानी टीम आगे भी जलाशयों और मछली बाजारों की नियमित जांच करती रहेगी. सरकार का संदेश साफ है कि प्रजनन काल में मछली पकड़ना मना है और नियम तोड़ने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा.

Published: 6 Jul, 2025 | 01:36 PM

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