इंजेक्शन भूल जाएं, अच्छी देखभाल से बढ़ाएं दूध, एक हफ्ते में दिखेगा असर

गाय-भैंस में ऑक्सीटोसिन हार्मोन प्राकृतिक रूप से बढ़ाकर दूध उत्पादन बढ़ाया जा सकता है. प्यार, अच्छा व्यवहार और पोषक चारा देने से बिना इंजेक्शन के ज्यादा दूध मिलता है. इंजेक्शन से नुकसान होता है, इसलिए प्राकृतिक उपाय ही अपनाएं.

नोएडा | Updated On: 21 Aug, 2025 | 04:51 PM

आजकल बाजार में दूध की मांग तो बहुत है, लेकिन कई किसान और पशुपालक इस चिंता में रहते हैं कि उनकी गाय या भैंस दूध कम क्यों दे रही है. कई लोग जल्दबाजी में ऐसा तरीका अपना लेते हैं जो आगे चलकर खुद उनके लिए और उनके पशुओं के लिए भारी पड़ सकता है- जैसे ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का इस्तेमाल.

ऑक्सीटोसिन एक ऐसा हार्मोन है जो दुधारू पशुओं के शरीर में प्राकृतिक रूप से बनता है और दूध छोड़ने की प्रक्रिया को नियंत्रित करता है. लेकिन जब यह हार्मोन बनना कम हो जाता है, तो कई लोग पशुओं को इंजेक्शन देने लगते हैं- जो सख्त रूप से प्रतिबंधित है और पशु व इंसान दोनों की सेहत के लिए खतरनाक भी. तो क्या करें? अच्छी बात ये है कि कुछ बेहद सरल घरेलू उपायों से आप अपने पशुओं में यह ‘हैप्पी हार्मोन’ बढ़ा सकते हैं और वो भी बिना किसी इंजेक्शन के. आइए जानें क्या हैं ये उपाय?

ऑक्सीटोसिन हार्मोन क्या है और क्यों है जरूरी?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑक्सीटोसिन एक ऐसा हैप्पी हार्मोन है जो गाय-भैंस के दिमाग के हाइपोथेलेमस में बनता है और पिट्यूटरी ग्रंथि में इकट्ठा होता है. जब पशु खुश रहता है या किसी स्नेहपूर्ण माहौल में होता है, तो यह हार्मोन सक्रिय हो जाता है और दूध निकलने की प्रक्रिया को तेज करता है. इसलिए दूध कम होने की स्थिति में सबसे पहले देखना चाहिए कि क्या पशु तनाव में है, बीमार है या दुखी है. तनाव, दर्द या डर की स्थिति में ऑक्सीटोसिन हार्मोन बनना बंद हो सकता है.

ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन: फायदा नहीं, बड़ा नुकसान

कुछ लोग बिना सोचे-समझे दूध निकालने के लिए ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का इस्तेमाल करते हैं. ये तरीका हालांकि तुरंत दूध तो निकाल देता है, लेकिन इसके भयावह दुष्परिणाम हो सकते हैं.

बिना इंजेक्शन, ऐसे बढ़ाएं दूध उत्पादन

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दूध बढ़ाने के लिए सबसे जरूरी है कि पशु खुश और तनावमुक्त रहे। इसके लिए अपनाएं ये आसान और असरदार उपाय-

बुजुर्गों के नुस्खे अब वैज्ञानिक भी मानते हैं सही

गांवों में बुजुर्ग पीढ़ियों से यह मानते आए हैं कि पशु को अगर प्यार, स्नेह और सम्मान दिया जाए, तो वो ज्यादा दूध देता है. अब विज्ञान भी इसे सही मानता है. ऑक्सीटोसिन एक ऐसा हार्मोन है जिसे दवा से नहीं, बल्कि भावनात्मक माहौल से बढ़ाया जा सकता है. जितना ज्यादा पशु खुश रहेगा, उतना ज्यादा दूध देगा और वह भी बिना किसी दुष्प्रभाव के.

Published: 21 Aug, 2025 | 04:51 PM

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