पशुपालकों के लिए खुशखबरी, 200 किसानों को मुफ्त में मिलेंगी गायें.. जानें क्या है सरकार का प्लान
मध्य प्रदेश सरकार ने आदिवासी किसानों के लिए बड़ी पहल शुरू की है. पशुपालन विभाग वनग्रामों में रहने वाले 200 पात्र किसानों को मुफ्त में उन्नत नस्ल की गायें देगा. चयन लॉटरी से होगा और इसका मकसद किसानों की आय बढ़ाना है. योजना से पशुपालन को बढ़ावा मिलेगा और परिवारों को नियमित कमाई का साधन मिलेगा.
Madhya Pradesh News: गांवों में अक्सर किसान कहते मिल जाते हैं कि अगर घर में दूध देने वाली एक अच्छी गाय हो जाए, तो आधा जीवन आसान हो जाता है. अब ठीक यही बात मध्य प्रदेश सरकार सच कर रही है. आदिवासी इलाकों में रहने वाले कई किसान, जिन्हें अच्छी नस्ल की गाय खरीदने में कठिनाई होती है, अब बिना पैसा खर्च किए गाय हासिल कर सकेंगे. मध्य प्रदेश पशुपालन विभाग ने अनुसूचित जनजाति के पशुपालकों के लिए एक बेहद खास योजना शुरू की है, जिसमें उन्नत नस्ल की गायें मुफ्त में दी जाएंगी. यह गायें लॉटरी पद्धति से चुने गए 200 लाभार्थियों को वितरित होंगी. यह योजना न सिर्फ किसानों की आय बढ़ाएगी, बल्कि डेयरी व्यवसाय को भी मजबूत करेगी. आइए पूरी खबर विस्तार से समझते हैं.
योजना का उद्देश्य-आदिवासी किसानों को आर्थिक मजबूती देना
मध्य प्रदेश सरकार का मानना है कि आदिवासी क्षेत्रों में डेयरी व्यवसाय तेजी से जीवन बदल सकता है. इन इलाकों में अधिकतर परिवार आज भी खेती और मजदूरी पर निर्भर हैं. अच्छी नस्ल की गाय मिलने से न सिर्फ रोज दूध की आमदनी बढ़ेगी, बल्कि किसान आगे चलकर दुधारू पशुओं का छोटा व्यवसाय भी खड़ा कर पाएंगे. पशुपालन विभाग का कहना है कि उन्नत नस्ल की गाय मिलने से प्रति परिवार औसतन 6-10 लीटर अतिरिक्त दूध की आमदनी होगी, जिससे महीने की आय में अच्छी बढ़ोतरी होगी. यही वजह है कि सरकार ने इसे आर्थिक उत्थान और रोजगार वृद्धि से जुड़ा महत्वपूर्ण कदम बताया है.
कैसे चुने जाएंगे किसान?-लॉटरी सिस्टम से होगा चयन
अक्सर देखा जाता है कि योजनाओं में पहले आओ, पहले पाओ जैसी व्यवस्था से कई योग्य परिवार पीछे रह जाते हैं. इस बार ऐसा नहीं होगा. लॉटरी पद्धति अपनाने का मतलब है कि हर योग्य किसान के पास बराबर का मौका है.
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- जो भी किसान आवेदन करेगा, उसका नाम सूची में शामिल होगा.
- विभाग की टीम वनग्रामों में रह रहे पात्र किसानों की जांच करेगी.
- पात्रता तय होने के बाद सभी के नाम लॉटरी में डाले जाएंगे.
- लॉटरी में निकले 200 किसानों को मुफ्त गायें दी जाएंगी.
- यानी इस बार चयन पूरी तरह पारदर्शी और सभी के लिए समान रहेगा.
लॉटरी से चयन, 200 किसानों तक पहुंचेगी सरकार की नई मदद.
कौन-कौन ले सकता है योजना का लाभ?-पात्रता जान लें
यह योजना केवल अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के किसानों और पशुपालकों के लिए है.
इसके लिए जरूरी है-
- किसान मध्यप्रदेश का स्थायी निवासी हो.
- वह किसी वनग्राम या आदिवासी बहुल क्षेत्र में निवास करता हो.
- उसके पास गाय रखने के लिए सुरक्षित बाड़ा या जगह हो.
- वह पशुपालन करने के लिए तैयार हो.
इसके साथ ही पशुपालन विभाग किसानों को आगे मुफ्त देखरेख, टीकाकरण और सलाह भी देगा ताकि गाय स्वस्थ रहे और दूध उत्पादन लगातार बढ़ता रहे.
कितनी और कैसी गायें मिलेंगी?-उन्नत नस्ल की डेयरी गायें
सरकार ने इस योजना के लिए विशेष रूप से उन्नत नस्ल की गायें चुनी हैं. ये वे नस्लें हैं, जो-
- ज्यादा दूध देती हैं
- जल्दी बीमार नहीं पड़तीं
- गांव के मौसम में आसानी से ढल जाती हैं
इनमें मुख्य तौर पर साहीवाल, गिर, थारपारकर और क्रॉसब्रीड HF जैसी नस्लें शामिल की जाती हैं. विभाग ने बताया है कि गायें पूरी तरह जांचे-परखे स्वास्थ्य प्रमाणपत्र के साथ किसानों को देंगी, ताकि शुरुआत से ही पालन में कोई दिक्कत न आए.
अधिक जानकारी कैसे मिलेगी?-यहां करें संपर्क
योजना से जुड़ी किसी भी जानकारी, आवेदन प्रक्रिया या पात्रता से जुड़ी जानकारी के लिए किसान सीधे उप संचालक, पशु चिकित्सा विभाग, जिला हरदा से संपर्क कर सकते हैं. विभाग जल्द ही ग्राम स्तर पर शिविर भी लगाने वाला है ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान इस योजना के बारे में जान सकें और आवेदन कर सकें.