पशु कम दे रहे हैं दूध तो हो जाएं सावधान, शरीर में कैल्शियम की है कमी.. चारे में शामिल करें ये चीज

पशुओं में कमजोर शरीर, कम दूध और बार-बार बीमार पड़ने की एक बड़ी वजह कैल्शियम की कमी होती है. अगर पशु को रोजाना सही मात्रा में कैल्शियम न मिले, तो उसका शरीर धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है और कई गंभीर समस्याएं बढ़ सकती हैं. किसान थोड़ी सावधानी से अपने पशु को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं.

नोएडा | Updated On: 22 Nov, 2025 | 06:16 PM

Cattle Health: गांवों में अकसर किसान कहते हैं कि पशु दूध नहीं दे रहा, कमजोर हो गया है, जल्दी थक जाता है. पर कई बार इसकी वजह बीमारियां नहीं, बल्कि एक छोटी-सी कमी होती वो है कैल्शियम की कमी. जैसे इंसानों को हड्डियां मजबूत रखने और शरीर को चलाने के लिए कैल्शियम चाहिए, वैसी ही जरूरत हमारे पशुओं को भी होती है. लेकिन कई किसान इसे नजरअंदाज कर देते हैं. इसका नतीजा यह होता है कि पशु धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है, दूध कम देता है और गर्भधारण में भी परेशानी आने लगती है. यही कारण है कि विशेषज्ञ मानते हैं कि पशु का स्वास्थ्य सीधे उसके कैल्शियम स्तर पर निर्भर करता है.

क्यों जरूरी है पशुओं को रोजाना कैल्शियम देना?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पशु के शरीर में सबसे ज्यादा काम कैल्शियम ही करता है. यह उसकी हड्डियों को मजबूत  रखता है, मांसपेशियों को ताकत देता है और शरीर में ऊर्जा बनाकर रखता है. जब पशु को नियमित कैल्शियम मिलता है, तो उसका पाचन तंत्र मजबूत रहता है और शरीर में खून का प्रवाह भी ठीक रहता है. खासतौर पर दूध देने वाले पशुओं के लिए कैल्शियम और भी ज्यादा जरूरी है, क्योंकि दूध बनाते समय सबसे ज्यादा कैल्शियम शरीर से निकल जाता है. अगर इस कमी को पूरा न किया जाए तो पशु का शरीर कमजोर होने लगता है और वह बीमारियों की चपेट में जल्दी आ जाता है.

कितना कैल्शियम देना चाहिए और कब?

पशु को रोजाना कम से कम 50 मिलीलीटर कैल्शियम देना बहुत जरूरी है. यह मात्रा उसके शरीर की जरूरत को पूरा करती है और हड्डियों को मजबूत रखती है. लेकिन सिर्फ कैल्शियम देना काफी नहीं है. इसके साथ रोज 50 ग्राम खनिज मिश्रण (Mineral Mixture) देना भी जरूरी है. इससे कैल्शियम शरीर में अच्छी तरह से घुलता है और पूरा फायदा देता है. कई किसान सिर्फ दवा के तौर पर कैल्शियम देते हैं, लेकिन असल में इसे रोजाना चारे के साथ मिलाकर देना सही तरीका है. इससे लंबा फायदा मिलता है और पशु बिना किसी बीमारी  के स्वस्थ रहता है.

कैसे पहचानें कि आपके पशु में कैल्शियम की कमी है?

कैल्शियम की कमी अचानक से दिखाई नहीं देती. यह धीरे-धीरे शरीर को कमजोर बनाती है. पशु अकसर पेट और गर्दन मोड़कर बैठने लगता है, जैसे उसे उठने में दर्द हो रहा हो. उसका शरीर सामान्य से ठंडा रहता है, क्योंकि ऊर्जा कम बन रही होती है. कई बार वह बिना काम किए भी थकान महसूस करता है और सुस्ती दिखाता है. कुछ मामलों में पशु बार-बार बैठता है, फिर उठने में परेशानी होती है और हल्की-सी बेहोशी जैसी हालत भी दिखती है. इन लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि यही कैल्शियम की कमी के शुरुआती संकेत होते हैं. अगर समय रहते कैल्शियम न दिया गया, तो समस्या बढ़ जाती है.

क्या होता है जब पशु को लंबे समय तक कैल्शियम नहीं मिलता?

अगर कैल्शियम की कमी लंबी चलती रहे तो पशु की सेहत कई तरह से बिगड़ने लगती है. सबसे पहले दूध उत्पादन तेजी से कम होता है. उसके बाद मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं, जिससे चलने-फिरने में दिक्कत होती है. खून का प्रवाह धीमा हो जाता है और शरीर को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती. गर्भधारण में दिक्कत आ सकती है और कई बार गर्भपात भी हो सकता है. कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर होकर टूटने लगती हैं, दांत घिस जाते हैं और पशु समय से पहले बूढ़ा दिखाई देने लगता है. यही नहीं, गर्मी और सर्दी का असर भी ऐसे पशुओं पर जल्दी पड़ता है, क्योंकि शरीर मजबूत नहीं रह पाता.

क्या फायदे मिलते हैं अगर पशु को रोजाना कैल्शियम दिया जाए?

अगर किसान रोजाना अपने पशु को चारे  के साथ कैल्शियम देता है, तो उसका असर कुछ ही दिनों में दिखने लगता है. पशु पहले से ज्यादा ताकतवर महसूस करता है और जल्दी थकान नहीं होती. उसकी भूख बढ़ती है और पाचन क्षमता बेहतर होती है. दूध उत्पादन में भी तेजी से बढ़ोतरी होती है और उसका शरीर चमकने लगता है. मादा पशु गर्भधारण आसानी से कर पाती है, क्योंकि शरीर में सभी जरूरी तत्व मौजूद रहते हैं. सबसे बड़ी बात, गर्मी या तनाव का असर भी ऐसे पशुओं पर कम दिखाई देता है. यानी एक छोटा-सा ध्यान पशु को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकता है और किसान की कमाई भी बढ़ा सकता है.

Published: 22 Nov, 2025 | 09:00 PM

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