मुर्गियों के लिए चमत्कारी चारा, अजोला से बढ़ेगी सेहत और कम होगा खर्च

मुर्गी पालन में बढ़ती लागत के बीच अजोला एक सस्ता और पौष्टिक विकल्प बनकर उभरा है. यह जलिय वनस्पति मुर्गियों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है और अंडा व मांस उत्पादन बढ़ाकर किसानों को अधिक मुनाफा दिलाने में मदद करती है.

नोएडा | Updated On: 7 Aug, 2025 | 07:44 PM

आज के समय में मुर्गी पालन (Poultry Farming) एक ऐसा व्यवसाय बन चुका है, जो कम लागत में अच्छा मुनाफा देता है. खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में लोग इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. अंडा और मांस की बढ़ती मांग ने मुर्गी पालन को एक स्थायी आय का जरिया बना दिया है. लेकिन बढ़ती महंगाई और चारे की लागत के कारण किसान अब नए और सस्ते विकल्प तलाश रहे हैं. इन्हीं विकल्पों में एक नाम तेजी से लोकप्रिय हो रहा है- अजोला (Azolla).

अजोला एक खास किस्म की जलिय वनस्पति है, जो मुर्गियों के लिए बेहद पौष्टिक और लाभदायक है. यह न केवल उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि अंडा और मांस उत्पादन में भी बढ़ोतरी करता है.

क्या है अजोला?

अजोला एक जल में उगने वाली फर्न (fern) प्रजाति की वनस्पति है, जो तालाब या धीमी जलधारा में बहुत आसानी से पनपती है. यह बिना किसी रासायनिक खाद या दवाई के उगाई जाती है, इसलिए पूरी तरह जैविक होती है. इसे पशुओं का ‘ड्राई फ्रूट’ भी कहा जाता है क्योंकि इसमें प्रोटीन, खनिज और विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.

मुर्गियों को अजोला खिलाने के फायदे

अजोला में करीब 20–30 फीसदी तक प्रोटीन होता है, जो मुर्गियों के लिए एक अच्छा पोषण स्रोत है. यदि मुर्गियों को रोजाना 10-15 ग्राम अजोला दिया जाए, तो उनके वजन और अंडा उत्पादन में 10-15 प्रतिशत तक बढ़ोतरी देखी जा सकती है. इसके अलावा इसमें विटामिन A, B12, आयरन, कैल्शियम, फॉस्फोरस और जरूरी अमीनो एसिड भी होते हैं, जो मुर्गियों को बीमारियों से बचाते हैं. अजोला से चारे की लागत भी कम हो जाती है, जिससे छोटे किसानों को काफी राहत मिलती है.

कैसे करें अजोला की खेती?

  1. अजोला की खेती करना बेहद आसान है.
  2. सबसे पहले जमीन पर एक छोटा गड्ढा बनाकर उसमें प्लास्टिक शीट बिछा दी जाती है.
  3. इसके बाद उसमें पानी भरकर गोबर या वर्मी-कंपोस्ट मिलाया जाता है.
  4. फिर अजोला के बीज या टुकड़े उसमें डाल दिए जाते हैं.
  5. 5-7 दिन के भीतर अजोला फैलने लगता है और इसकी कटाई की जा सकती है. इस तरह किसान रोजाना अजोला की कटाई कर मुर्गियों को खिला सकते हैं.

कमाई का नया जरिया बन रहा है अजोला

अजोला सिर्फ मुर्गियों ही नहीं, बल्कि गाय, भैंस, बकरी आदि के लिए भी उपयोगी है. इसके बढ़ते फायदे को देखते हुए अब कई किसान इसकी खेती कर दूसरों को बेचकर अतिरिक्त आय भी कमा रहे हैं. अजोला की खेती से ना सिर्फ चारे की लागत घट रही है, बल्कि पशुओं की सेहत भी सुधर रही है, जिससे कुल मिलाकर उत्पादन में बढ़ोतरी हो रही है.

Published: 7 Aug, 2025 | 08:55 PM

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