बटेर पालन से होगी शानदार कमाई, जानिए सही तरीका और देखभाल के टिप्स

बटेर छोटे आकार के पक्षी होते हैं, जिनका उपयोग मांस और अंडों के लिए किया जाता है. इनके अंडे न केवल पौष्टिक होते हैं बल्कि इनमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी कम होती है.

Kisan India
Noida | Published: 12 Mar, 2025 | 12:45 PM

भारत में पशुपालन और पोल्ट्री व्यवसाय तेजी से बढ़ रहा है, क्योंकि लोगों की सेहत को लेकर जागरूकता के साथ ही प्रोटीन और पौष्टिक आहार की मांग बढ़ती जा रही है. मुर्गी और बतख पालन के साथ-साथ अब बटेर पालन भी एक लाभदायक व्यवसाय बन गया है. यह एक ऐसा व्यवसाय है जिसे कम लागत में शुरू किया जा सकता है और इससे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. यही कारण है कि छोटे किसान से लेकर बड़े व्यवसायी तक इस दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं. आइए जानते हैं क्यों फायदेमंद है बटेर पालन का व्यवसाय.

बटेर क्या है?

बटेर छोटे आकार के पक्षी होते हैं, जिनका उपयोग मांस और अंडों के लिए किया जाता है. इनके अंडे न केवल पौष्टिक होते हैं बल्कि इनमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी कम होती है. यही कारण है कि बटेर के अंडों और मांस की मांग तेजी से बढ़ रही है.

भारत में बटेर पालन की शुरुआत

भारत में पहली बार 1974 में बटेर को कैलिफोर्निया से लाया गया था. इस वक्त देश में दो प्रकार की बटेर पाई जाती हैं. पहली भारतीय जंगली बटेर, यह काले रंग की होती है और जंगलों में पाई जाती है. दूसरी जापानी बटेर होती है, जिसे व्यावसायिक रूप से पाला जाता है. यह बड़ी संख्या में अंडे देने के लिए जानी जाती है. भारतीय बटेर की तुलना में जापानी बटेर अधिक मांस और अंडे देने में सक्षम होती है, जिससे इसका पालन अधिक फायदेमंद माना जाता है.

बटेर पालन के फायदे

यह कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाला व्यवसाय है, क्योंकि बटेर तेजी से बढ़ते हैं और इनका जीवन चक्र छोटा होता है. मात्र 4 से 5 हफ्तों में ये पूरी तरह विकसित हो जाते हैं और अंडे देना शुरू कर देते हैं.

जापानी बटेर सालभर में लगभग 250 अंडे देती है, जबकि भारतीय बटेर लगभग 100 अंडे तक दे सकती है. इनके छोटे आकार के कारण इन्हें कम जगह में पाला जा सकता है, जिससे छोटे किसान भी इसे आसानी से अपना सकते हैं.

बटेर का मांस उच्च गुणवत्ता वाला होता है और इसमें प्रोटीन, आयरन और ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. इसके अलावा, बटेर के चूजे केवल 30-35 दिनों में 250 ग्राम तक के हो जाते हैं और इन्हें मांस के लिए बेचा जा सकता है, जिससे कम समय में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.

बटेर पालन कैसे करें?

 

बेहतर नस्ल के चूजे खरीदें- बटेर पालन शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको अच्छी नस्ल के चूजे खरीदने होंगे. जापानी बटेर को व्यावसायिक रूप से सबसे ज्यादा पाला जाता है, क्योंकि यह तेजी से बढ़ता है और सालभर में 250 से ज्यादा अंडे देता है.

स्वच्छ वातावरण बनाएं- इन्हें रखने के लिए साफ-सुथरी और हवादार जगह होनी चाहिए, ताकि वे बीमारियों से बच सकें.

संतुलित आहार दें- इनके आहार में पोषणयुक्त भोजन देना आवश्यक है, जिसमें अनाज, दालों के छिलके, मिनरल्स और विटामिन शामिल होने चाहिए. साफ पानी की व्यवस्था भी जरूरी है,ताकि वे तेजी से बढ़ सकें.

अंडों से चूजे निकालने की प्रक्रिया- बटेर के अंडों से चूजे निकालने के लिए इनक्यूबेटर का उपयोग किया जाता है, जिससे 16-18 दिनों में नए चूजे तैयार हो जाते हैं.

बाजार में सही मार्केटिंग करें- बाजार में बटेर के अंडे और मांस की अच्छी मांग है. सही मार्केटिंग और ग्राहकों तक सही तरीके से पहुंचने से इस व्यवसाय में जबरदस्त मुनाफा कमाया जा सकता है. होटल, रेस्टोरेंट और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिए भी बिक्री कर सकते हैं.

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