छोटे किसान भी बन सकते हैं मालिक, जानिए अंकलेश्वर नस्ल मुर्गी का कमाई वाला फॉर्मूला

अंकलेश्वर नस्ल की देसी मुर्गी स्वादिष्ट मांस और अधिक अंडा उत्पादन के लिए जानी जाती है. यह हर मौसम में आसानी से पलती है और कम खर्च में ज्यादा मुनाफा देती है. खासकर छोटे किसानों और महिलाओं के लिए लाभदायक है.

नोएडा | Updated On: 8 Aug, 2025 | 11:42 PM

क्या आपने कभी ऐसी मुर्गी के बारे में सुना है जो हर मौसम में खुद को ढाल सके, स्वाद में लाजवाब हो और कम जगह में भी अच्छी कमाई करा दे? अगर नहीं, तो अब जान लीजिए हम बात कर रहे हैं गुजरात की देसी और शानदार नस्ल अंकलेश्वर मुर्गी की. इसका नाम गुजरात के अंकलेश्वर इलाके पर पड़ा है और यह मुर्गी आज छोटे किसानों से लेकर बड़े पोल्ट्री फार्मर्स तक की पहली पसंद बन चुकी है.

आज के दौर में जहां लोग केवल गाय-भैंस पालन तक सीमित नहीं रहना चाहते, वहीं मुर्गी पालन एक नया विकल्प बनकर उभर रहा है. खासकर देसी नस्लों की मांग शहरों और गांवों दोनों जगह तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में अंकलेश्वर मुर्गी आपके लिए कम लागत में ज्यादा मुनाफे का जरिया बन सकती है.

क्या है अंकलेश्वर नस्ल की पहचान?

अंकलेश्वर नस्ल की मुर्गी गहरे रंग की, मजबूत शरीर वाली और दिखने में बेहद फुर्तीली होती है. इसकी सबसे खास बात यह है कि यह मुर्गी हर मौसम में अपने आप को ढाल सकती है, चाहे गर्मी हो, सर्दी या बरसात. यह गुण इसे दूसरी नस्लों से अलग बनाता है. इस मुर्गी को खास तौर पर इसके स्वादिष्ट और रसीले मांस के लिए पाला जाता है. बाजार में इसकी मांग लगातार बनी रहती है, खासकर देसी चिकन पसंद करने वालों के बीच. इसके अलावा अंडा उत्पादन की क्षमता भी अच्छी मानी जाती है.

पालन करना है बेहद आसान

अगर आपने पहले कभी मुर्गी पालन नहीं किया है, तो चिंता की बात नहीं. अंकलेश्वर नस्ल की देखभाल बहुत आसान होती है. इन्हें सामान्य देसी मुर्गियों की तरह ही पाला जा सकता है. इन्हें ज्यादा खास वातावरण या बहुत महंगे चारे की जरूरत नहीं होती. थोड़ा-सा खुले में घूमने की जगह, साफ पानी और संतुलित दाना मिल जाए तो ये मुर्गियां तेजी से बढ़ती हैं और कम समय में अच्छी इनकम देने लगती हैं. यह नस्ल छोटे किसानों और महिलाओं के लिए भी एक शानदार स्वरोजगार का मौका बन सकती है.

अंडा और मांसदोनों में जबरदस्त मुनाफा

पहले यह मुर्गी साल में करीब 8090 अंडे देती थी, लेकिन अब वैज्ञानिक सुधार और बेहतर आहार के चलते एक मुर्गी 64 सप्ताह में लगभग 140150 अंडे दे रही है. इसके अंडों की गुणवत्ता भी अच्छी होती है और बाजार में इनकी डिमांड बनी रहती है. जहां तक मांस की बात है, इसका स्वाद बेहद लाजवाब होता है. इसलिए होटलों, रेस्टोरेंट्स और लोकल मीट शॉप्स में इसकी बहुत मांग रहती है. एक बार ग्राहक ने इसका मांस खा लिया तो बार-बार मांग करता है.

6 महीने में हो सकती है मोटी कमाई

अगर आप इस नस्ल की 50100 मुर्गियों से भी शुरुआत करते हैं, तो 6 महीने में अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. इसके लिए जरूरी है साफ-सफाई, संतुलित आहार और सही देखभाल. मार्केट में इसका रेट सामान्य मुर्गी से ज्यादा मिलता है क्योंकि यह देसी होती है और इसका मांस टेस्टी होता है. सिर्फ गांवों में ही नहीं, शहरों में भी देसी मुर्गियों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. अगर आप इसके पालन की शुरुआत आज करते हैं, तो आने वाले महीनों में आपकी कमाई के रास्ते खुल सकते हैं.

Published: 9 Aug, 2025 | 06:45 AM

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