मुर्गी, बत्तख और बटेर पालन से शुरू करें पोल्ट्री फार्मिंग, कुछ ही दिनों में होगी दोगुनी कमाई
मुर्गी, बत्तख और बटेर पालन से पोल्ट्री फार्मिंग शुरू करना आसान और फायदेमंद है. कम लागत और ज्यादा मुनाफे वाला यह व्यवसाय ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा है. अंडे और मांस की बढ़ती मांग से कमाई दोगुनी हो रही है.
पोल्ट्री फार्मिंग आज के समय में गांव और शहर दोनों जगहों पर लोकप्रिय होता जा रहा है. किसान खेती के साथ-साथ मुर्गी, बत्तख और बटेर पालन को अपना रहे हैं, जिससे उनकी आमदनी में तेजी से इजाफा हो रहा है. इन पक्षियों की अंडों और मांस की बाजार में अच्छी मांग होती है. यदि आप रोजगार की तलाश में हैं और कम लागत में मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो पोल्ट्री फार्मिंग आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकता है.
मुर्गी पालन- सबसे लोकप्रिय विकल्प
मुर्गी पालन पोल्ट्री फार्मिंग का सबसे आम और लाभदायक तरीका है. इसकी शुरुआत करने के लिए आपको एक साफ-सुथरी और खुली जगह की जरूरत होती है.
- मुर्गियों को प्रोटीन और विटामिन से भरपूर आहार देना चाहिए.
- इन्हें अनाज, दाने, फल और हरी सब्जियां खिला सकते हैं.
- कुछ ही हफ्तों में मुर्गियां अंडे देना शुरू कर देती हैं.
- अंडों और मांस दोनों की बाजार में अच्छी कीमत मिलती है.
मुर्गी पालन छोटे किसानों और बेरोजगार युवाओं के लिए कमाई का अच्छा साधन बन चुका है.
बत्तख पालन: कम लागत, ज्यादा फायदा
बत्तख पालन भी एक बेहतरीन विकल्प है, खासकर उन इलाकों में जहां पानी की व्यवस्था है. इसके लिए आप तालाब, पोखर या वाटर टैंक तैयार कर सकते हैं.
- बत्तखों को गीला चारा, कीड़े, चावल, मक्का और मछलियां पसंद होती हैं.
- एक बत्तख साल में करीब 300 अंडे देती है.
- बत्तख के अंडे मुर्गी के अंडों से महंगे बिकते हैं.
- इनका मांस भी पोषण से भरपूर होता है.
बत्तख पालन गांवों में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है क्योंकि यह कम जगह और लागत में किया जा सकता है.
बटेर पालन: सर्दियों में सबसे ज्यादा मांग
बटेर (Quail) पालन छोटे स्तर पर भी शुरू किया जा सकता है. यह पक्षी आकार में छोटा होता है, लेकिन इसका मांस स्वादिष्ट और पोषक होता है.
- बटेर पालन के लिए लकड़ी का बुरादा या धान की भूसी बिछानी चाहिए.
- इन्हें चावल, स्वीट कॉर्न और बाजरा दिया जा सकता है.
- बटेर जल्दी अंडे देना शुरू कर देते हैं.
- सर्दियों में बटेर के मांस की मांग बढ़ जाती है.
कम समय में अधिक उत्पादन के कारण बटेर पालन भी लाभदायक व्यवसाय बन चुका है.
पोल्ट्री फार्मिंग से बढ़ाएं आमदनी
इन तीन पक्षियों की देखभाल करना आसान होता है और बाजार में इनके उत्पादों की लगातार मांग बनी रहती है. सही जानकारी और देखरेख के साथ अगर फार्मिंग की जाए, तो कुछ ही महीनों में आमदनी दोगुनी की जा सकती है.