आज के समय में बाजार में ज्यादातर खाने वाला सामान मिलावटी मिल रहा है, जिसे खाकर लोगों को स्वास्थ्य संबंधी बीमारियां हो रही हैं. इन बीमारियों से बचने के लिए लोग अब ऑर्गेनिक उत्पादों पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं. उनकी कोशिश रहती है कि वे ऑर्गेनिक उत्पादों का ही इस्तेमाल करें. ऑर्गेनिक उत्पादकों के सेवन के लिए अब बहुत से लोग अपने घरों में ही ऑर्गेनिक तरीकों से सब्जियां उगाने लगे हैं.
इन्हीं पौष्टिक सब्जियों में से एक है लौकी की सब्जी (Bottle Gourd) जिसे घीया भी कहा जाता है . अगर आप भी ऑर्गेनिक और पौष्टिक लौकी का सेवन करना चाहते हैं तो कुछ आसान सी टिप्स की मदद से आप अपने घर में आसानी से गमले में उगा सकते हैं. ऐसे में आइये जानते हैं गमले में लौकी उगाने की 5 टिप्स.
1- उन्नत किस्म के बीज का करें चुनाव
अगर आप अपने घर में लौकी उगाना चाहते हैं और उससे अच्छी क्वालिटी की उपज लेना चाहते हैं तो बेहद जरूरी है कि आप इसकी उन्नत किस्मों का चुनाव करें. अच्छी उपज के लिए आप अच्छी किस्म के जैविक बीजों को ले सकते हैं जैसे- पूसा समर प्रोलिफिक या फिर अर्का बहार. ध्यान देने वाली बात ये है कि रोगमुक्त पैदावार के लिए जरूरी है कि आप बुवाई से पहले लगभग 12 घंटे तक बीजों को पानी में भिगोकर रखें ताकि अंकुरण भी जल्दी हो.

लौकी की बेल को सहारे के लिए जाल पर चढ़ाएं (Photo Credit- Canva)
2- गमले को करें तैयार
लौकी एक बेल वाली सब्जी है इसलिए बढ़ने के साथ-साथ इसकी बेलें फैलती हैं जिसके लिए बड़े गमले की जरूरत पड़ती है. इसके लिए आपको 18 से 24 इंच का गहरा और चौड़ा गमला या फिर ग्रो बैग लेना होगा. इसके बाद गमले में 50 फीसदी सामान्य मिट्टी, 30 फीसदी गोबर की खाद और 20 फीसदी बालू या फिर कोकोपीट मिलाएं. आपको इस बात का खास खयाल रखना होगा कि गमले में नीचे छेद हो ताकि हवा का संचार न रुके.
3- इस विधि से करें बुवाई
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गमले में मिट्टी की तैयारी करने के बाद उपचारित किए गए 2से 3 बीजों को गमले में करीब 1 इंच की गहराई में बोएं. बीज बुवाई के बाद शुरुआत के 2 दिनों में गमले को पानी दें, लेकिन ध्यान रहे कि जरूरत से ज्यादा पानी देने पर बीज सड़ सकते हैं और नुकसान हो सकता है. बता दें कि, बीजों बुवाई के लगभग 6 से 10 दिनों बाद बीज अंकुरित होते हैं.

मिट्टी में 1 इंच गहराई में बोएं लौकी के बीज (Photo Credit- Canva)
4- जैविक खाद का इस्तेमाल
गमले में लगाए गए लौकी के पौधे को भरपूर मात्रा में पोषण मिले और पौधा अच्छे से ग्रो करे इसके लिए जरूरी है कि पौधे को सही खाद दी जाए. लौकी के पौधे की ग्रोथ के लिए जरूरी है कि आप हर 15 से 20 दिन में गमले में गोबर की खाद या वर्मीकंपोस्ट जरूर डालें. साथ ही आप नीम के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके इस्तेमाल से कीटों को दूर रखने में मदद मिलती है. इसके अलावा जैसे-जैसे आपका पौधा बढ़े वैसे -वैसे उसे किसी जाली पर चढ़ाते जाएं ताकि बेलों को सहारा मिलता रहे.
5- पैदावार और तुड़ाई का समय
लौकी के बीजों की बुवाई के करीब 50 से 60 दिनों में पौधे में फल और फूल आना शुरू हो जाते हैं. बाक करें लौकी की कटाई की तो जब लौकी नरम और हल्के हरे रंग की हो तब उसे कटाई करना सही होता है. जरूरत से ज्यादा पक जाने पर लौकी की स्वाद बिगड़ सकता है. बता दें कि, घर पर उगाई गई लौकी से आप करीब 10 से 15 लौकी प्राप्त कर सकते हैं.