Mandi Bhav: 20 रुपये किलो से भी सस्ता हुआ टमाटर, लहसुन का भी बिगड़ा खेल.. कीमतों में क्यों आई गिरावट

मंडी में दो हफ्ते पहले जो टमाटर 40 प्रति किलो थे, अब 20 रुपये से नीचे आ गए हैं. हालांकि, व्यापारियों का कहना है कि इस हफ्ते आवक बढ़ी है, इसलिए दाम गिरे हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 10 Sep, 2025 | 01:52 PM

Tomato Price Fall: दिल्ली-एनसीआर सहित के कई राज्यों में टमाटर जहां 50 से 60 रुपये किलो बिक रहे हैं, वहीं दक्षिण भारत में इसका रेट बहुत सस्ता हो गया है. कीमत में भारी गिरावट आने कारण किसान लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. मौजूदा वक्त में टमाटर का रेट 20 रुपये किलो से भी कम हो गया है. लगभग यह हाल लहसुन (Garlic Rate) के साथ भी है. जो लहसुन पिछले साल 400 से 600 रुपये किलो कारोबार कर रहा था, इस साल उसकी कीमत गिरकर 50  से 80 रुपये हो गई है. ऐसे में किसानों ने सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की है.

द हिन्दू की रिपोर्ट के मुताबिक, तमिलनाडु के ईरोड जिले में टमाटर का रेट बहुत कम हो गया है. नौ सितंबर को ईरोड के बाजारों में टमाटर की आवक बढ़ने से थोक दाम घटकर 16 रुपये प्रति किलो रह गए. ऐसे में किसान लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. कहा जा रहा है कि VOC पार्क ग्राउंड स्थित नेताजी डेली वेजिटेबल और फ्रूट मार्केट में थलवाड़ी, धर्मपुरी और आंध्र प्रदेश से भारी मात्रा में रोजाना टमाटर आ रहे हैं. यहां से इन्हें रिटेल व्यापारियों को बेचा जाता है. रोज करीब 2,200 से 2,800 बॉक्स (हर बॉक्स 15 किलो का) आते थे, लेकिन अब यह संख्या 3,200 बॉक्स से ऊपर पहुंच गई है.

2 हफ्ते में कम हो गईं कीमतें

यानी टमाटर की आवक बढ़ने से कीमतों में गिरावट आई है. दो हफ्ते पहले जो टमाटर 40 प्रति किलो थे, अब 20 रुपये से नीचे आ गए हैं. एक थोक व्यापारी ने कहा कि इस हफ्ते आवक बढ़ी है, इसलिए दाम गिरे हैं. सामान्य क्वालिटी के टमाटर 15 रुपये प्रति किलो और अच्छी क्वालिटी के 20 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं. उनका मानना है कि आने वाले 3 से 5 हफ्तों तक दाम और गिर सकते हैं, लेकिन शादी और त्योहारों के सीजन में मांग बढ़ने से दाम फिर से चढ़ सकते हैं.

रिटेल मार्केट में कितना है टमाटर का रेट

हालांकि, थोक बाजार में दाम भले ही गिरे हैं, लेकिन खुदरा बाजार में टमाटर अब भी 30 से 35 रुपये किलो बिक रहा है. ग्राहकों का कहना है कि थोक भाव गिरने का फायदा आम लोगों तक नहीं पहुंच रहा है. वे अभी भी तीन किलो टमाटर के लिए करीब 100 रुपये खर्च कर रहे हैं. संपत नगर की वी अमुधा ने कहा कि हमारे लिए टमाटर के दाम अब भी ज्यादा हैं. उन्होंने कहा कि अगस्त के दूसरे हफ्ते में टमाटर 45 रुपये प्रति किलो था, जो अंतिम हफ्ते में 60 रुपये तक पहुंच गया था. अब थोड़ी गिरावट जरूर हुई है, लेकिन कीमतें अभी भी सामान्य नहीं हैं.

लहसुन की कीमत में गिरावट

वहीं, केरल में लहसुन का रेट भी काफी कम हो गया है. पिछले साल जिस पारंपरिक लहसुन की किस्म कंथल्लूर और वट्टावाडा के रेट 400 से 600 रुपये प्रति किलो थे, अब उनकी कीमतें गिरकर 50 से 80 रुपये हो गई हैं. इससे किसानों के साथ-साथ व्यापारियों को भी आर्थिक नुकसान हो रहा है.

 

 

 

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Published: 10 Sep, 2025 | 01:48 PM

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