‘ड्वार्फ वायरस’ से धान की फसल चौपट, दवाई भी बेअसर.. अब किसान कर रहे फिर से बुवाई

पटियाला समेत पंजाब के कई जिलों में ड्वार्फ वायरस (SRBSDV) से धान की फसलें बर्बाद हो रही हैं. किसानों ने कीटनाशकों के बावजूद नुकसान झेला है और अब दोबारा रोपाई कर रहे हैं.

नोएडा | Updated On: 8 Aug, 2025 | 01:14 PM

पंजाब के पटियाला जिले में धान की फसल पर ‘ड्वार्फ वायरस’ (Southern Rice Black-Streaked Dwarf Virus – SRBSDV) का प्रकोप बढ़ गया है. इससे फसल बर्बाद हो रही है. ऐसे में कई किसान अपने खेतों में दोबारा धान की रोपाई कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि उन्होंने कीट नियंत्रण के लिए सुझाई गई दवाइयों का इस्तेमाल किया, लेकिन फिर भी वायरस पर काबू नहीं पाया जा सका. निराश किसानों ने पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (PAU), लुधियाना पर अपनी फसल खराब होने का आरोप लगाया है. किसानों का कहना है कि उन्होंने PAU से ही बीज खरीदे थे और यूनिवर्सिटी की सिफारिश पर ही फसल लगाई थी.

हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, SRBSDV नाम का यह वायरस इस साल पंजाब के कई जिलों में धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचा रहा है, जिससे किसानों की चिंता और नुकसान दोनों बढ़ गए हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक, व्हाइट-बैक्ड प्लांटहॉपर (WBPH) नाम का कीट SRBSDV वायरस फैलाने का मुख्य कारण है. यह वायरस धान के पौधों की ग्रोथ रोक देता है, जिससे पत्ते पतले और सीधे हो जाते हैं. साथ ही जड़ व तना कमजोर हो जाते हैं और पौधे की ऊंचाई सामान्य से आधी या एक-तिहाई रह जाती है. वहीं, ज्यादा असर होने पर पौधे सूख जाते हैं और मर जाते हैं, जिससे भारी फसल नुकसान होता है.

फसल को कीटनाशक से भी नहीं है फायदा

पटियाला के बठोई कलां गांव के किसान गुरविंदर सिंह की 10 एकड़ धान की फसल इस वायरस से बर्बाद हो गई. उन्होंने कहा कि मैं पूरी तरह टूट चुका हूं. वायरस को रोकने के लिए सभी तरह की दवाएं आजमा लीं, लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ. अब मैंने दोबारा धान लगाने का फैसला तो किया है, लेकिन पौधे जुटाना बहुत मुश्किल हो रहा है.

धान की फसल ड्वार्फ वायरस की चपेट में

एक और परेशान किसान की आठ एकड़ धान की फसल ड्वार्फ वायरस की चपेट में आ गई है. उन्होंने कहा  कि हमने पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (PAU) की सिफारिश पर धान की किस्में बोई थीं, फिर भी वायरस ने फसल को बर्बाद कर दिया. अब तो PAU की बताई गई कीटनाशक दवाएं भी असर नहीं कर रहीं. ऐसे में हमारे पास दोबारा रोपाई के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा.

510 हेक्टेयर फसल वायरस से बर्बाद

पंजाब कृषि विभाग के मुताबिक, अब तक फतेहगढ़ साहिब, पटियाला, संगरूर, नवांशहर, रूपनगर और मोहाली जिलों में करीब 510 हेक्टेयर धान की फसल इस वायरस से प्रभावित हुई है. PAU के विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस खासतौर पर जल्दी रोपी गई फसलों को ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है, जैसे कि PR 114, PR 128 और PR 131 किस्में. इस बीच, कृषि और किसान कल्याण विभाग के सचिव बसंत गर्ग ने कहा कि यह बीमारी अभी सिर्फ कुछ जिलों तक सीमित है. हमारी टीमें, PAU लुधियाना के विशेषज्ञों के साथ मिलकर, खेतों का दौरा कर रही हैं. किसानों को समाधान की जानकारी दी जा रही है और नुकसान कम करने में मदद की जा रही है.

Published: 8 Aug, 2025 | 01:04 PM

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