पंजाब के कपूरथला में 6 लाख टन से ज्यादा हुई धान की खरीदी, किसानों के खातों में पहुंचे 1447 करोड़
पंजाब के कपूरथला और लुधियाना जिलों में धान खरीद तेजी से जारी है. कपूरथला में 6.22 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया, जबकि लुधियाना ने समय पर उठान में नया रिकॉर्ड बनाया. किसानों को 1,447 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया और प्रशासन ने पराली न जलाने की अपील की.
Paddy Procurement: पंजाब के कपूरथला और लुधियाना जिले में धान खरीदी तेजी गति से चल रही है. खासकर कपूरथला जिले में धान की खरीद 6 लाख मीट्रिक टन के आंकड़े को पार कर चुकी है. साथ ही सभी मंडियों में खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी है. उपायुक्त अमित कुमार पंचाल ने कहा कि अब तक कई एजेंसियों ने कुल 6,22,262.86 मीट्रिक टन धान खरीदा है, जबकि जिले की 42 मंडियों में कुल 6,22,934.88 मीट्रिक टन धान पहुंचा है. एजेंसीवार विवरण में उन्होंने कहा कि PUNGRAIN ने सबसे अधिक 2,30,218.60 मीट्रिक टन (37 फीसदी) धान खरीदा है. इसके बाद MARKFED ने 1,78,609.35 मीट्रिक टन (29 फीसदी), PUNSUP ने 1,51,777.25 मीट्रिक टन (24 फीसदी), और पंजाब स्टेट वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन ने 61,261.91 मीट्रिक टन (10 फीसदी) धान खरीदा है. वहीं निजी व्यापारियों ने अब तक 395.75 मीट्रिक टन धान की खरीद की है.
पंचाल ने कहा कि किसानों के भुगतान की प्रक्रिया भी सुचारू है और अब तक 1,447.52 करोड़ रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर किए जा चुके हैं. खरीद प्रक्रिया की रफ्तार बनाए रखने के लिए उपायुक्त अमित कुमार पंचाल ने सभी खरीद एजेंसियों, मंडी बोर्ड और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को धान की उठान प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दिए हैं.
5,87,569 मीट्रिक टन धान मंडियों से उठाया गया
उन्होंने कहा कि अब तक खरीदे गए कुल स्टॉक में से 5,87,569 मीट्रिक टन धान मंडियों से उठाया जा चुका है, जो राज्य सरकार द्वारा तय 72 घंटे की समय सीमा के भीतर है. साथ ही किसानों से अपील करते हुए पंचाल ने कहा कि वे अनुमेय नमी स्तर वाला धान ही मंडियों में लेकर आएं, ताकि किसी असुविधा या अस्वीकृति की स्थिति न बने. साथ ही उन्होंने किसानों से अनुरोध किया कि वे पराली न जलाएं, बल्कि उसे मिट्टी में मिलाकर खेतों की उर्वरता और पर्यावरण की सुरक्षा बनाए रखें.
वहीं, लुधियाना जिला इस बार पंजाब के धान खरीद सीजन में सबसे आगे उभरकर आया है. जिले ने मंडियों से खरीदे गए धान की समय पर उठान में एक नया मानक स्थापित किया है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, लुधियाना ईस्ट और लुधियाना वेस्ट ने राज्य सरकार द्वारा तय 72 घंटे की उठान सीमा को पार करते हुए क्रमशः 108.12 फीसदी और 105.67 फीसदी प्रदर्शन किया है. इसका मतलब है कि जिले ने न केवल तय समय में धान की उठान पूरी की, बल्कि उससे भी तेजी से स्टॉक को राइस मिलों तक पहुंचाया है.
मंडियों में पहुंचा 10 लाख मीट्रिक टन धान
सोमवार को खरीद कार्यों की समीक्षा के दौरान उपायुक्त हिमांशु जैन ने कहा कि लुधियाना राज्य में सबसे कुशल उठान प्रणाली वाला जिला बन गया है. उन्होंने कहा कि अब तक जिले की मंडियों में 10 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान पहुंच चुका है, जिसमें से 9 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा धान कई सरकारी एजेंसियों द्वारा खरीदा जा चुका है.