घर का कचरा नहीं, पौधों की दवा हैं अंडे के छिलके- जानिए कैसे देते हैं प्राकृतिक पोषण

किचन में कई ऐसे सामान मौजूद होते हैं जो पौधों की सेहत को बेहतर बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं. ऐसा ही एक अनोखा और बेहद उपयोगी विकल्प है अंडे का छिलका. जिसे हम रोजमर्रा में कचरे के तौर पर फेंक देते हैं, वही पौधों के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं होता.

नई दिल्ली | Published: 6 Dec, 2025 | 08:01 AM

Eggshell Fertilizer: आजकल ज्यादातर लोग अपने घर के आंगन या बालकनी में पौधे लगाना पसंद करते हैं. गार्डनिंग न सिर्फ एक शौक है, बल्कि मन को सुकून देने वाली प्रक्रिया भी है. लेकिन अक्सर लोग यह नहीं जानते कि उनके ही किचन में कई ऐसे सामान मौजूद होते हैं जो पौधों की सेहत को बेहतर बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं. ऐसा ही एक अनोखा और बेहद उपयोगी विकल्प है अंडे का छिलका. जिसे हम रोजमर्रा में कचरे के तौर पर फेंक देते हैं, वही पौधों के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं होता.

क्यों खास हैं अंडे के छिलके?

अंडे के छिलकों में प्राकृतिक रूप से कैल्शियम कार्बोनेट पाया जाता है, जो पौधों की जड़ों और तनों के विकास के लिए बेहद आवश्यक माना जाता है. जिन पौधों में कैल्शियम की कमी होती है, उनकी पत्तियां पीली होने लगती हैं, तना कमजोर दिखने लगता है और जड़ें भी सही तरह नहीं बढ़ पातीं. ऐसे में अंडे के छिलके धीरे-धीरे मिट्टी में घुलकर पौधों को कैल्शियम उपलब्ध कराते हैं, जिससे पौधों की सेहत में जल्दी सुधार दिखाई देता है.

मिट्टी की क्वालिटी को बनाते हैं बेहतर

अक्सर किचन गार्डन या गमले की मिट्टी समय के साथ सख्त होती जाती है. यह समस्या इसलिए बढ़ती है क्योंकि मिट्टी में नमी तो रहती है लेकिन हवा का संचार कम हो जाता है. परिणामस्वरूप पौधे का विकास रुक जाता है. अंडे के छिलकों को हल्का क्रश करके अगर मिट्टी में मिलाया जाए तो मिट्टी हल्की और झरझरी हो जाती है. इससे जड़ों को ऑक्सीजन बेहतर मिलती है और पौधों की ग्रोथ तेज रहती है. साथ ही ये मिट्टी का pH संतुलित रखने में भी मदद करते हैं, जिससे पौधे ज्यादा स्वस्थ रहते हैं.

कीटों से भी देते हैं सुरक्षा

गार्डन में स्लग्स, स्नेल्स और छोटे-छोटे कीड़े पौधों की पत्तियां चबा लेते हैं. कई लोग इनके लिए केमिकल आधारित दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं, जो पौधों और मिट्टी दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है. अंडे के छिलकों से यह समस्या प्राकृतिक तरीके से हल हो जाती है. जब आप क्रश किए हुए छिलकों को पौधे की मिट्टी के ऊपर फैला देते हैं, तो उनकी नुकीली सतह कीड़े-पतंगों के रास्ते में बाधा बन जाती है. वे पौधों तक पहुंच ही नहीं पाते.

ऑर्गेनिक गार्डनिंग के लिए परफेक्ट विकल्प

आजकल लोग प्राकृतिक खेती और ऑर्गेनिक गार्डनिंग को अपनाने लगे हैं. ऐसे में अंडे के छिलके बेहद उपयुक्त विकल्प साबित होते हैं. ये न सिर्फ पौधों की ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं बल्कि किचन वेस्ट को रिसाइकल करने का भी शानदार तरीका हैं. जब छिलके धीरे-धीरे मिट्टी में मिल जाते हैं, तो मिट्टी और भी उपजाऊ होती जाती है. इससे पौधे घने, हरे-भरे और लंबे समय तक स्वस्थ रहते हैं.

कैसे करें इस्तेमाल?

अंडे के छिलकों का उपयोग करना बहुत आसान है. सबसे पहले इन्हें धोकर अच्छी तरह सुखा लें ताकि इनमें कोई गंध न रह जाए. उसके बाद हल्का क्रश करके पाउडर जैसा रूप दे दें. इसे आप सीधे मिट्टी में मिला सकते हैं, गमले की सतह पर फैला सकते हैं या कम्पोस्ट पिट में डाल सकते हैं. नियमित उपयोग से न सिर्फ पौधों की ग्रोथ बेहतर होती है बल्कि मिट्टी भी समय के साथ नई ऊर्जा पाती है.

अब छिलकों को न फेंकें

अंडे के छिलके जिनका कोई उपयोग नहीं समझा जाता था, वास्तव में पौधों की सेहत सुधारने का बेहतरीन तरीका हैं. ये मिट्टी को पोषक बनाते हैं, कीड़ों से सुरक्षा देते हैं और पौधों की ग्रोथ को लगातार बढ़ाते हैं. सबसे खास बात कि ये पूरी तरह ऑर्गेनिक और फ्री हैं.

इसलिए अगली बार जब भी आप अंडा खाएं, उसके छिलकों को कूड़े में न फेंकें. बस उन्हें बचाकर अपने पौधों को एक प्राकृतिक संजीवनी-बूटी का उपहार दें और देखें आपका गार्डन किस तरह हरा-भरा हो उठता है.

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