बालकनी या बगीचे में उगाएं ताजी और रसीली गाजर, शानदार पैदावार के लिए अपनाएं ये तरीका

घर पर उगाई गाजर स्वाद, पौष्टिकता और सेहत में बाजार की गाजर से बेहतर होती है. इस आसान तरीके से आप अपने घर में ताजी, मीठी और रसीली गाजर उगा सकते हैं, जो बच्चों और बड़ों दोनों के लिए स्वास्थ्यवर्धक है. अगर आप सोच रहे हैं कि घर पर गाजर कैसे उगाएं, तो चलिए जानते हैं.

नई दिल्ली | Published: 18 Oct, 2025 | 01:05 PM

Gardening Tips: आजकल बाजार में सब्जियां आसानी से मिल जाती हैं, लेकिन घर पर उगाई हुई ताजी गाजर का स्वाद और पौष्टिकता अलग ही होती है. गाजर केवल स्वाद में ही नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है. इसमें विटामिन A, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने, त्वचा को स्वस्थ रखने और इम्यूनिटी मजबूत करने में मदद करते हैं. अगर आप सोच रहे हैं कि घर पर गाजर कैसे उगाएं, तो चलिए जानते हैं.

सही जगह और धूप

गाजर उगाने के लिए सबसे पहले सही जगह चुनना जरूरी है. गाजर को पूरा दिन धूप पसंद है, इसलिए बालकनी, छत या बगीचे में ऐसी जगह चुनें जहां दिन में कम से कम 6 से 7 घंटे धूप आती हो. पर्याप्त धूपमिलने पर गाजर लंबी तो हो सकती है, लेकिन उसका रंग फीका और स्वाद कम हो जाएगा.

मिट्टी और गमले की तैयारी

गाजर हल्की, रेत जैसी और जल निकासी वाली मिट्टी में अच्छी तरह उगती है. भारी मिट्टी में जड़ पूरी तरह नहीं बढ़ पाती. गमले का चयन करते समय ध्यान दें कि इसकी गहराई कम से कम 12-15 इंच हो. मिट्टी तैयार करने के लिए बगीचे की मिट्टी में थोड़ी रेत और गोबर की खाद मिलाएं. इससे मिट्टी ढीली रहेगी और पौधों को पोषण मिलेगा.

बीज बोने की सही विधि

गाजर के बीज छोटे होते हैं, इसलिए इन्हें हल्की मिट्टी की परत में 0.5-1 सेंटीमीटर की गहराई में बोएं. बीजों के बीच 2-3 इंच की दूरी रखें, ताकि जड़ फैलने में आसानी हो. बीज बोने के बाद हल्का पानी दें और मिट्टी को नम बनाए रखें. अंकुरण के दौरान मिट्टी को न सूखा होने दें और न अधिक गीला.

पानी और देखभाल

गाजर को अधिक पानी पसंद नहीं है, लेकिन मिट्टी हमेशा हल्की गीली रहनी चाहिए. गर्मियों में दिन में एक बार हल्का पानी पर्याप्त है. सप्ताह में एक बार हल्की खाद डालें, जैसे गोबर की खाद या कम्पोस्ट. इससे पौधों को पोषण मिलेगा और गाजर मीठी और रसीली होगी.

जड़ और कटाई का समय

गाजर की जड़ 70-90 दिन में पूरी तरह विकसित हो जाती है. इसका आकार और रंग मिट्टी की गुणवत्ता और पोषण पर निर्भर करता है. गाजर को धीरे-धीरे निकालें, ताकि जड़ टूटे नहीं. ताजी गाजर को तुरंत खाया जा सकता है या फ्रिज में रखकर कुछ दिन तक इस्तेमाल किया जा सकता है.

अतिरिक्त सुझाव

यदि गाजर गमले में उगा रहे हैं, तो गमला जमीन से थोड़ा ऊपर रखें ताकि पानी जमा न हो. समय-समय पर पत्तियों की जांच करें और कीड़ों से बचाने के लिए हल्का जैविक कीटनाशक का इस्तेमाल कर सकते हैं. पौधों को नियमित पोषण देने और मिट्टी ढीली रखने से गाजर की गुणवत्ता और स्वाद और बढ़ जाता है.

घर पर उगाई गाजर स्वाद, पौष्टिकता और सेहत में बाजार की गाजर से बेहतर होती है. इस आसान तरीके से आप अपने घर में ताजी, मीठी और रसीली गाजर उगा सकते हैं, जो बच्चों और बड़ों दोनों के लिए स्वास्थ्यवर्धक है.

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