बालकनी या छत पर भी उग जाएगा अनार, ऐसे उगाएं घर पर हेल्दी पौधा
सर्दियों में अनार के पौधे को अच्छा पोषण देना उसकी बढ़त और फलन के लिए बहुत जरूरी होता है. इसके लिए हर 30–40 दिन में हल्की ऑर्गेनिक खाद डालें. आप चाहें तो घर में बनने वाले किचन वेस्ट से तैयार खाद, जैसे सब्जियों के छिलके की खाद, इस्तेमाल कर सकते हैं.
Farming Tips: शहरों में जगह कम होने के बावजूद आजकल लोग किचन गार्डनिंग को खूब अपनाने लगे हैं. बालकनी हो, छत हो या छोटे गार्डन—थोड़ी सी सही देखभाल और धूप मिले तो यहां फलदार पौधे भी आसानी से लगाए जा सकते हैं. इन्हीं फलों में से एक है अनार, जिसे घर पर उगाना न सिर्फ आसान है बल्कि सेहत के लिहाज से भी बेहतरीन है. ताजे, रसीले और केमिकल-फ्री अनार अगर घर पर ही मिल जाएं, तो इससे बेहतर क्या हो सकता है!
अनार क्यों जरूरी है?
अनार को सुपरफूड कहा जाता है. इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन C, आयरन, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. ये खून बढ़ाने, इम्यूनिटी बढ़ाने और शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाने में बेहद कारगर हैं. यही कारण है कि घर पर अनार उगाने से आपको पूरी तरह शुद्ध और पौष्टिक फल मिलते हैं, जिनमें किसी तरह के केमिकल या प्रिजर्वेटिव नहीं होते.
अनार उगाने के लिए सही जगह
अनार धूप वाला पौधा है. इसे रोजाना कम से कम 5–6 घंटे धूप चाहिए होती है. अगर आपके घर में गार्डन नहीं है, तो बालकनी या छत सबसे सही जगह है.
अनार को गहरे और चौड़े गमले में भी आसानी से उगाया जा सकता है. बस यह सुनिश्चित करें कि गमले में पानी जल्दी निकल जाए ताकि मिट्टी में नमी ज्यादा देर तक न रुके.
किस तरह का गमला और मिट्टी होनी चाहिए?
अनार के लिए 12–15 इंच का गमला ठीक रहता है. मिट्टी हल्की, उपजाऊ और पानी निकालने योग्य होनी चाहिए.
मिट्टी मिश्रण की सही रेसिपी
- 50 फीसदी बगीचे की मिट्टी
- 25 फीसदी रेत
- 25 फीसदी ऑर्गेनिक खाद (कंपोस्ट या गोबर खाद)
इससे मिट्टी फूली-फूली रहती है और जड़ों को सांस लेने में आसानी होती है.
अनार का पौधा कैसे लगाएं?
अनार को दो तरीकों से उगाया जा सकता है—
1. कलम से पौधा
पुराने और स्वस्थ पौधे की 6–8 इंच लंबी टहनी काटकर सीधे गमले में लगा दें. कलम से पौधा जल्दी बढ़ता है और जल्द फल भी देता है.
2. बीज से पौधा
अनार के दाने धोकर सुखा लें और मिट्टी में बो दें. हालांकि बीज से पौधा बड़ा होने में समय लगता है, इसलिए ज्यादातर लोग कलम वाला तरीका अपनाते हैं.
सही तरह से पानी कैसे दें?
अनार में अधिक पानी डालने से जड़ें गल सकती हैं, इसलिए संतुलन जरूरी है.
- गमले में पौधा लगाने के बाद हल्का पानी दें.
- गर्मी में रोज पानी.
- सर्दी और बरसात में कम पानी दें.
- हमेशा सुबह या शाम को ही पानी डालें.
- ओवरवॉटरिंग से पौधा कमजोर हो जाता है, इसलिए मिट्टी छूकर ही पानी दें.
पौधे को पोषण कैसे दें?
सर्दियों में अनार के पौधे को अच्छा पोषण देना उसकी बढ़त और फलन के लिए बहुत जरूरी होता है. इसके लिए हर 30–40 दिन में हल्की ऑर्गेनिक खाद डालें. आप चाहें तो घर में बनने वाले किचन वेस्ट से तैयार खाद, जैसे सब्जियों के छिलके की खाद, इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा गोबर खाद पौधे की मिट्टी को उपजाऊ बनाती है और धीरे-धीरे पोषक तत्व देती है. कई लोग चाय की पत्ती की खाद भी मिलाते हैं, जो मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने में मदद करती है. इन प्राकृतिक खादों से पौधा ज्यादा हरा-भरा रहता है और समय आने पर बेहतर और मीठे फल देता है.
कीड़ों से बचाव कैसे करें?
अनार के पौधों पर कभी-कभी छोटे कीड़े, खासकर एफिड्स, जल्दी लग जाते हैं और पत्तियों का रस चूसकर पौधे की ग्रोथ रोक देते हैं. ऐसे समय में नीम का तेल सबसे सुरक्षित और असरदार उपाय माना जाता है. इसकी कुछ बूंदें पानी में मिलाकर हर 15 दिन पर हल्का स्प्रे करें. यह न सिर्फ कीड़ों को दूर रखता है, बल्कि पौधे को किसी भी तरह के रसायन के दुष्प्रभाव से भी बचाता है. नीम का तेल पूरी तरह प्राकृतिक है, इसलिए इससे पौधे की सेहत पर कोई नुकसान नहीं होता और पौधा लंबे समय तक सुरक्षित रहता है.
घर पर उगे अनार से मिलेगा ताजगी, स्वाद और स्वास्थ्य
अनार का पौधा बेहद मजबूत होता है और ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती. बस धूप, हल्की खाद और सही पानी इतना ही काफी है. कुछ ही महीनों में छोटा सा पौधा हरा-भरा हो जाएगा और समय आने पर आपको अपने ही घर में उगाए ताजे, रसीले अनार मिलेंगे.