Ginger Farming: सर्दी के मौसम आते ही अदरक की खपत बढ़ जाती है. लोग शरीर को गर्म रखने के लिए अदरक वाली चाय पीना शुरू कर देते हैं. ऐसे में डिमांड बढ़ने के चलते अदरक कीमत भी बढ़ जाती है, जिससे आम जनता का बजट भी बिगड़ जाता है. लेकिन अगर आप चाहें, तो अपने घर पर गमले में भी असानी से अदरक उगा सकते हैं. इससे आपको बिल्कुल जैविक अदरक खाने को मिलेगी और साथ ही पैसों की भी बजत होगी. खास बात यह है कि इसके लिए आपको ज्यादा मेहनत करने की जरूरत भी नहीं है. बस नीचे बताए गए तरीकों को अपनाना होगा.
कृषि एक्सपर्ट के मुताबिक, अदरक को घर में उगाना बहुत ही आसान है. इसके लिए आपको सबसे पहले मार्केट से कुछ अदरक खरीदने होंगे. फिर उसे छाटो-छोटे टुकड़े में काट लें. इसके बाद आयताकार गमले में मिट्टी में जैविक खाद मिलाकर भर दें. अगर आप चाहें तो इसमें बगीचे की मिट्टी, कोकोपीट, वर्मी कंपोस्ट और गोबर की खाद का मिश्रण डाल सकते हैं. इसके बाद अदरक के बीजों की बुवाई कर दें. इससे बीज जल्दी अंकुरित होंगे और पौधों का विकास तेजी से होगा.
गमले में ऐसे उगाएं अदरक
ध्यान रखें कि बुवाई करते समय मिट्टी ज्यादा चिपचिपी या गीली नहीं होनी चाहिए. इससे बीज सड़ भी सकते हैं. ऐसे गमले को वैसी जगह पर रखें जहां धूप कम से कम 8 घंटे आती हो. आप चाहें तो घर की बालकनी, छत, गार्डन या फिर खिड़की के पास भी गमले को रख सकते हैं. इससे बीज जल्दी अंकुरित होंगे और पोधों की ग्रोथ तेजी से होगी. खास बात यह है कि गमले को हमेशा टीन शेड में ही रखें, ताकि इसपर सर्द हवाओं एवं पाले का सीधा असर न हो. बुवाई के करीब 8 महीने बाद अदरक की फसल तैयार हो जाएगी.
अदरक एक नेचुरल इम्यूनिटी बूस्टर है
बता दें कि सर्दियों में इस्तेमाल होने वाली जड़ी-बूटियों और मसालों में अदरक का खास स्थान है. इसका उपयोग न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है, बल्कि यह सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है. जानकारों के अनुसार, अदरक एक नेचुरल इम्यूनिटी बूस्टर है और आयुर्वेद में इसे औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अदरक में कैल्शियम, जिंक, आयरन और विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को कई मौसमी बीमारियों से बचाते हैं. सबसे अच्छी बात यह है कि अब अदरक खाने के लिए आपको बाजार से खरीदने की जरूरत नहीं हैं. इसे आप अपने घर की छत पर रखे छोटे गमले में भी बड़ी आसानी से उगा सकते हैं.