Gardening Tips: घर की बालकनी में ऐसे उगाएं ताजी अदरक, 4 महीने में मिल जाएगी शानदार फसल

अब ताजी और जैविक अदरक उगाना घर पर बेहद आसान है. बस सही मिट्टी, गमला और थोड़ी देखभाल की जरूरत है. चार से पांच महीने में आपकी खुद की अदरक की फसल तैयार हो जाएगी, जो रसोई और सेहत दोनों के लिए फायदेमंद है.

Kisan India
नोएडा | Published: 28 Oct, 2025 | 06:00 AM

Ginger Farming : अगर आपको बागवानी का शौक है और रसोई में हमेशा ताजी अदरक रखना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है. जी हां, अब आप बिना खेत या बगीचे के भी अपने घर में, बस एक गमले में ताजी जैविक अदरक उगा सकते हैं. यह न सिर्फ आपकी रसोई की जरूरतें पूरी करेगा, बल्कि आपके घर की बालकनी या छत की शोभा भी बढ़ाएगा. आइए जानते हैं गमले में अदरक उगाने का पूरा तरीका-रोपण से लेकर कटाई तक का सफर.

सही अदरक का चुनाव करें

अदरक उगाने की शुरुआत सही बीज अदरक से होती है. कोशिश करें कि बाजार से ऑर्गेनिक (जैविक) अदरक ही खरीदें, क्योंकि आमतौर पर गैर-जैविक अदरक को अंकुरण रोकने वाले रसायनों से उपचारित किया जाता है. चुनी गई अदरक ताजी, मोटी, चमकदार और सड़न से मुक्त होनी चाहिए. इसे करीब 2-3 सेंटीमीटर के टुकड़ों में काट लें. इन टुकड़ों को 1-2 दिन के लिए सूखने दें ताकि मिट्टी में लगाने के बाद यह सड़ें नहीं. यह छोटा-सा कदम पूरी फसल की नींव मजबूत बनाता है.

गमला और मिट्टी का सही चयन

अदरक की जड़ें फैलावदार  होती हैं, इसलिए गमले का आकार थोड़ा बड़ा और चौड़ा होना जरूरी है. कम से कम 12-14 इंच गहराई और 12-15 इंच चौड़ाई वाला गमला आदर्श रहेगा. गमले के नीचे जल निकासी (drainage) के छेद जरूर होने चाहिए ताकि पानी ठहरे नहीं. मिट्टी को हल्की, भुरभुरी और जैविक पदार्थों से भरपूर रखें. मिट्टी में थोड़ा गोबर खाद, नारियल रेशा या कम्पोस्ट मिलाना भी फायदेमंद होता है. अदरक को नमी पसंद है, लेकिन पानी रुकना नहीं चाहिए- यही इसकी सबसे बड़ी शर्त है.

रोपण का सही समय और तरीका

अदरक उगाने  का सबसे अच्छा समय बसंत की शुरुआत (फरवरी-मार्च) या मानसून के बाद  (अक्टूबर) माना जाता है. गमले को तैयार मिट्टी से तीन-चौथाई तक भर लें. अब अदरक के टुकड़ों को मिट्टी के ऊपर इस तरह रखें कि अंकुर वाला हिस्सा ऊपर की ओर हो. फिर इन्हें हल्के हाथों से 1-2 इंच मिट्टी से ढक दें. बहुत ज्यादा गहराई में दबाना गलत होगा. इसके बाद हल्का पानी दें ताकि मिट्टी नम हो जाए. यही से अदरक की जीवन यात्रा शुरू होती है.

देखभाल ऐसे करें- धूप, पानी और प्यार

अदरक को तेज धूप पसंद नहीं होती. इसे हल्की छांव या आधी धूप वाली जगह पर रखें. अगर आप घर के अंदर उगा रहे हैं, तो ऐसी खिड़की के पास रखें जहां सुबह की हल्की धूप आती हो. मिट्टी को हमेशा नम रखें लेकिन पानी जमा न होने दें. हफ्ते में 2-3 बार हल्का पानी देना पर्याप्त होता है. अगर मिट्टी सूखी दिखे, तभी पानी डालें. अधिक नमी से अदरक सड़ सकती है. हर महीने थोड़ी जैविक खाद डालें ताकि पौधा तेजी से बढ़ सके. आप चाहें तो सूखी पत्तियों या रसोई के वेस्ट से बना कम्पोस्ट भी मिला सकते हैं.

कटाई का सही समय

रोपण के करीब 4-5 महीने बाद आप ‘यंग अदरक’ यानी हरी अदरक की कटाई कर सकते हैं. यह अदरक नरम होती है, पतला छिलका और हल्की खुशबू वाली होती है.
अगर आप पूरी तरह परिपक्व अदरक चाहते हैं, तो 8-10 महीने तक इंतजार करें.
जब पौधे की पत्तियां पीली पड़ने लगें और सूख जाएं, तो समझिए अदरक कटाई के लिए तैयार है. कटाई करते समय धीरे-धीरे मिट्टी हटाकर अदरक निकालें, ताकि पौधे की बाकी जड़ें खराब न हों. कटाई के बाद अदरक को 2-3 दिन छांव में सुखाकर रखें. यह लंबे समय तक ताजी रहेगी.

छोटी जगह, बड़ी खुशबू और फायदा

अगर आप अपार्टमेंट या छोटे घर में रहते हैं, तो भी अदरक उगाना बिल्कुल आसान है. इससे न सिर्फ आपको ताजी, बिना रसायन वाली अदरक मिलेगी, बल्कि मिट्टी और पौधों से जुड़ने का सुकून भी मिलेगा. थोड़ी मेहनत और सही देखभाल से आप अपने घर में ऑर्गेनिक अदरक की फसल उगा सकते हैं- बिल्कुल बाजार जैसी, बल्कि उससे भी बेहतर.

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Published: 28 Oct, 2025 | 06:00 AM

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