खराब बीज-दवा देने वाली कंपनी बंद होगी, खरीफ बुवाई के लिए राज्यों से होगा मंथन

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि खराब बीज और दवाइयां सप्लाई करने और बेचने वाली कंपनियों और विक्रेताओं पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि खराब बीज और दवाई को ट्रेस करने के लिए सारथी पोर्टल सिस्टम बनाया जा रहा है.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Updated On: 11 May, 2025 | 07:29 PM

खरीफ सीजन की शुरुआत से पहले ही केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने किसानों को खाद-बीज उपलब्ध कराने के लिए कमर कस ली है. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि खराब बीज और दवाइयां सप्लाई करने और बेचने वाली कंपनियों और विक्रेताओं पर कार्रवाई की जाएगी. उस खराब बीज को ट्रेस करने के लिए सारथी पोर्टल पर सिस्टम बनाया जा रहा है. इसके साथ ही मंत्रालय सीड ट्रेसेबिलिटी के लिए सीड एक्ट लाने की तैयारी कर रहा है. वहीं, कृषि मंत्री ने पाक सीमा से लगने वाले राज्यों में खरीफ की बुवाई को लेकर मंत्रियों के समूह के साथ मंथन किया जाएगा.

खराब बीज ट्रेस करने के लिए सिस्टम बन रहा

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अच्छे बीजों की उपलब्धता के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि कई बार निजी कंपनियां खराब बीज दे देती हैं, जिससे अंकुरण अच्छा नहीं होता है. इसके साथ ही खराब क्वालिटी के कीटनाशक और फसलों में इस्तेमाल होने वाली दवाइयां सप्लाई करने वाली निजी कंपनियों और विक्रेताओं पर कार्रवाई करने को कहा है. दोषी पाई जाने वाली कंपनियों के लाइसेंस निरस्त करने के साथ उन्हें बंद कराया जाएगा.

बीज विधेयक लाने की तैयारी में मंत्रालय

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सुझाव मिला है कि बीज विधेयक लाया जाए. इसके लिए विचार किया जा रहा है. खराब क्वालिटी के सीड को ट्रेस करने के लिए सारथी पोर्टल पर ट्रेसेबिलिटी सिस्टम विकसित किया जा रहा है. इससे पता चल सके कि कौन से किसान ने खराब बीज को उगाया और उसने कहां से इस बीज को खरीदा. उन्होंने कहा कि ट्रेस होने के बाद संबंधित व्यक्ति, निजी कंपनी या विक्रेता पर कठोर एक्शन लिया जा सके.

सरकार के पास भरपूर मात्रा में खरीफ फसलों के बीज

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे पास खरीफ के बीज पर्याप्त मात्रा में हैं. राज्यों की मांग पर हम उन्हें ये उन्नत बीज उपलब्ध कराएंगे. खरीफ की फसलों का उत्पादन कैसे बढ़े, अच्छे बीज किसानों को मिले, इसके लिए कृषि वैज्ञानिक और विभाग की पूरी टीम किसानों के बीच पहुंचकर उनसे संवाद करेंगी. कृषि, बागवानी, ICAR और ग्रामीण विकास के सभी विभाग मिलकर काम करेंगे.

यूरिया समेत अन्य खाद की व्यवस्था करा रही सरकार

उन्होंने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर राज्यों के सीमावर्ती जिलों के किसानों की खेती एवं उनके लिए उपलब्ध खाद-बीज और अन्य संसाधनों के संबंध में समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि किसानों की चिंता करना हमारी ड्यूटी है. हम बीजों और प्लांटिंग मटेरियल की जररूत का आकलन कर उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे, ताकि किसान खरीफ की बुवाई सही से कर सकें. यूरिया, DAP, NPK की व्यवस्था भी करवाई जाएगी.

सीमावर्ती किसानों की खेती जरूरतों को पूरा करने के निर्देश

कृषि मंत्री ने कहा कि हम ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की बैठक करेंगे और सभी स्थितियों पर निगरानी रखेंगे. उन्होंने कहा कि 20 किलोमीटर तक के सीमा क्षेत्र में भूमि, किसान और जरूरतों के आकलन के बाद कदम उठाए जाएंगे, ताकि खरीफ बुवाई प्रभावित न हो और उत्पादन पर असर न पड़े. उन्होंने कहा कि पंजाब, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्रों में किसानों की खेती सुरक्षित रहे, ये हमारी जिम्मेदारी है. सीमावर्ती क्षेत्रों में परिस्थितियों के कारण यदि बुवाई में थोड़ी देरी होती है, तब भी किसानों को किस प्रकार की सहायता चाहिए होगी, इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा.

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Published: 11 May, 2025 | 07:02 PM

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