अक्सर किसान ये शिकायत करते हैं कि उन्होंने समय पर खाद डाली, पानी दिया और कीटनाशक का भी इस्तेमाल किया, फिर भी फसल उम्मीद के मुताबिक नहीं हुई. इसका एक बड़ा कारण हो सकता है मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी. फसल की अच्छी उपज के लिए केवल NPK (नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटेशियम) ही काफी नहीं है, बल्कि पौधों को कुल 16 जरूरी पोषक तत्वों की जरूरत होती है. इन तत्वों में से अगर एक भी की कमी हो जाए तो फसल की वृद्धि रुक सकती है, पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं और दाने कमजोर बनते हैं. इसलिए पोषण की यह पूरी लिस्ट हर किसान को समझनी चाहिए.
हवा और पानी से मिलने वाले तत्व
पौधों की जिंदगी की शुरुआत तीन जरूरी तत्वों से होती है कार्बन, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन. ये उन्हें हवा और पानी से मिलते हैं. हवा से कार्बन और ऑक्सीजन मिलते हैं, जबकि पानी से हाइड्रोजन मिलता है. ये तीनों तत्व पौधों को ऊर्जा बनाने और उनकी कोशिकाएं मजबूत करने में मदद करते हैं. आमतौर पर इनकी कमी नहीं होती, लेकिन अगर मिट्टी में पानी की कमी हो जाए या हवा बहुत ज्यादा प्रदूषित हो तो पौधों की बढ़त पर बुरा असर पड़ सकता है. इसलिए साफ वातावरण और सिंचाई का सही ध्यान जरूरी है.
प्राथमिक पोषक तत्व को ज्यादा मात्रा में चाहिए
उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विभाग के मुताबिक, पौधों को बढ़ने के लिए तीन मुख्य पोषक तत्व सबसे ज्यादा चाहिए, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम. नाइट्रोजन पत्तों की हरियाली और बढ़त के लिए जरूरी है. वहीं फॉस्फोरस जड़ों को मजबूत करता है और फूल-फलों के विकास में मदद करता है. जबकि पोटेशियम पौधों को मजबूत बनाता है और उन्हें बीमारियों से बचाता है. अगर इनमें से किसी की कमी हो जाए तो फसल कमजोर हो जाती है और उपज कम होती है. इसलिए किसान यूरिया (नाइट्रोजन), डीएपी (फॉस्फोरस) और एमओपी (पोटेशियम) जैसी खादों का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं.
कम मात्रा में लेकिन जरूरी है द्वितीयक पोषक तत्व
कैल्शियम पौधों की कोशिकाओं को मजबूत बनाता है. वहीं, मैग्नीशियम हरियाली यानी क्लोरोफिल के लिए जरूरी होता है. जबकि सल्फर तेल वाली फसलों और दालों के स्वाद और गंध को ठीक रखता है. ये तीनों तत्व भले ही कम मात्रा में चाहिए होते हैं, लेकिन अगर इनकी कमी हो जाए तो पौधों की वृद्धि रुक सकती है, पत्तियां पीली पड़ सकती हैं और फसल कमजोर हो जाती है. इसलिए समय-समय पर इनकी पूर्ति करना जरूरी है.
बहुत कम मात्रा में चाहिए, लेकिन बिना इनके फसल अधूरी
पौधों को अच्छी बढ़त और उपज के लिए 6 सूक्ष्म पोषक तत्वों की जरूरत होती है, जिंक, आयरन, मैग्नीज, कॉपर, बोरॉन और मोलिब्डेनम की. जिंक बीज अंकुरण और पत्तियों की बढ़त में मदद करता है, जबकि आयरन क्लोरोफिल बनाने में काम आता है. वहीं, मैग्नीज एंजाइम को सक्रिय करता है और कॉपर फूलों-बीजों की क्वालिटी को सुधारता है. जबकि बोरॉन फल और पराग बनने में जरूरी होता है और मोलिब्डेनम नाइट्रोजन को पौधे के उपयोग लायक बनाता है. इनकी कमी से पत्तियां पीली पड़ती हैं, फूल गिरते हैं और बीज कमजोर बनते हैं.
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