खूब पैदा होगा गेहूं-सरसों.. इन बीजों की करें बुवाई, आधे रेट पर पाने के लिए ऐसे करें आवेदन
Seeds subsidy scheme for farmers in UP: किसानों को उन्नत और प्रमाणित किस्म के बीज आधी दर पर दिए जा रहे हैं. इस योजना के तहत जिन फसलों के बीज आधे रेट पर किसानों को दिए जा रहे हैं उनमें गेहूं, सरसों, तोरिया, राई, अलसी, चना, मसूर और मटर फसल के बीज शामिल किए हैं.
Uttar Pradesh News: रबी फसलों की बुवाई की तैयारियों में जुटे किसानों को ज्यादा पैदावार देने वाले उन्नत बीजों की जरूरत है. इस जरूरत को पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को प्रमाणित बीज उपलब्ध करा रही है. यह बीज तय कीमत से आधे रेट पर किसानों को दिए जा रहे हैं. इन बीजों को खरीदने के लिए यहां पर किसानों को बिक्री केंद्रों की लिस्ट दी जा रही है और ऑनलाइन सरकारी बीज खरीदने के लिए बुकिंग का तरीका भी बताया जा रहा है.
आधे रेट पर सरकार दे रही 8 फसलों के बीज
उत्तर प्रदेश में रबी फसलों की बुवाई का दौर शुरू हो चुका है. इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश कृषि विभाग ने निर्णय लिया है कि किसानों को उन्नत और प्रमाणित किस्म के बीज आधी दर पर दिए जा रहे हैं. इस योजना के तहत जिन फसलों के बीज आधे रेट पर किसानों को दिए जा रहे हैं उनमें गेहूं, सरसों, तोरिया, राई, अलसी, चना, मसूर और मटर फसल के बीज शामिल किए हैं.
इन बीजों में कीट-रोग का खतरा नहीं
कृषि विभाग ने रबी सीजन 2025 के लिए विशेष योजना के तहत घोषणा की है कि गेहूं, दलहन और तिलहन फसलों के बीज अब 50 फीसदी सब्सिडी पर यानी आधी कीमत में उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इससे किसानों को खर्च में राहत मिलेगी और पैदावार के साथ आमदनी भी बढ़ेगी. इन बीजों की खासियत है कि ये प्रमाणित हैं और उन्नत किस्म के हैं, जिसकी वजह से इनमें कीट-रोग लगने का खतरा कम रहता है. इससे किसानों को कम लागत में ज्यादा उपज मिलती है.
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कहां और कैसे मिलेगा बीज
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग के अनुसार राज्य के सभी ब्लॉकों में स्थित राजकीय बीज भंडारों पर ये अनुदानित बीज उपलब्ध हैं. किसान यहां जाकर खरीद सकते हैं.
किसान POS मशीन पर अंगूठा लगाकर पर्ची लेकर बीज हासिल कर सकते हैं.
पर्ची पर दर्ज रकम ही किसान अंश के रूप में जमा करनी होगी.
बीज की बुक ऑनलाइन भी कर सकते हैं
ऐसे किसान जो बीज बिक्री भंडार तक नहीं पहुंच सकते, वे कृषि विभाग के पोर्टल agridarshan.up.gov.in पर ऑनलाइन पंजीकरण करके भी बीज बुक कर सकते हैं। ऑनलाइन सुविधा खासकर उन किसानों के लिए ज्यादा उपयोगी है जो दूरदराज के क्षेत्रों में रहते हैं.
उन्नत बीजों से किसानों को क्या फायदा होगा
कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक प्रमाणित और उन्नत किस्म के बीजों में कीट-रोग लगने का खतरा कम होता है. इससे किसान की लागत घटती है, जबकि उत्पादन में बढ़ोतरी होती है. इसके अलावा रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है और फसल की क्वालिटी बेहतर मिलेगी. इससे बाजार में फसल को बेहतर दाम मिलने की संभावना बढ़ जाती है.