उत्तर प्रदेश में खरीफ फसलों की सही बुवाई को लेकर प्रशासन सख्त है. खरीफ सीजन में किसानों को तय किए गए दामों पर समय से खाद उपलब्ध कराना प्रदेश सरकार की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है. इसी कड़ी में प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने लखनऊ और सीतापुर में रविवार और सोमवार दो दिन लगातार औचक निरीक्षण कर खाद वितरण व्यवस्था की हकीकत परखी और किसी भी प्रकार की कमी पाए जाने पर तत्काल कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए. इसके साथ ही इस औचक निरीक्षण के दौरान लखनऊ की दो खाद स्टोरेज कंपनियों पर कार्रवाई कर कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है.
खाद बनाने वाली कंपनी पर कार्रवाई
लखनऊ के कृषि अधिकारी से साथ प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने औचक निरीक्षण के दौरान यह पाया कि मैसर्स पाल खाद भंडार, कल्याणपुर, इंटौजा, बक्शी का तालाब में खाद बेचने वाले रजिस्टर में किसानों का पूरा ब्योरा दर्ज नहीं किया गया है, जिसके कारण किसानों में खाद बिक्री को लेकर पारदर्शिता नहीं है. किसानों तक खाद सही कीमत और सही समय पर पहुंचे इसके लिए जारी किए कड़े निर्देशों के बाद भी इस तरह की कमी पाए जाने पर फर्म को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
इसके साथ ही लखनऊ की ही एक और फर्म मैसर्स किसान खाद भण्डार (रिटेल आईडी-546619), ग्राम और पोस्ट बेहटा, बक्शी का तालाब, लखनऊ में निरीक्षण के दौरान यूरिया खाद की बिक्री तय की गई कीमत से ज्यादा पर बेचने की बात सामने आई है. जिसके चलते कृषि मंत्री के आदेश पर फर्म की उर्वरक बिक्री लाइसेंस तुरंत निलंबित कर दिया गया.
किसानों से बात कर की पुष्टि
तय कीमत से ज्यादा पर यूरिया खाद की बिक्री को लेकर पूछे गए सवाल पर फर्म ने बताया कि उन्हें इंडोरामा कंपनी का यूरिया उर्वरक मैसर्स ओम प्रकाश जयप्रकाश (थोक विक्रेता, आईडी-223138), बहरौली, गोसाईगंज, लखनऊ द्वारा ज्यादा कीमतों पर यूरिया खाद बेची जा रही है. फर्म की बताई गई इस बात की पुष्टि कृषि मंत्री ने किसानों से फोन पर बात कर की. किसानों की पुष्टि के बाद मैसर्स ओम प्रकाश जयप्रकाश का थोक उर्वरक बिक्री लाइसेंस पत्र तुरंत निलंबित कर दिया गया है.
कई खाद फर्मों पर गिरी गाज
प्रदेश के कृषि मंत्री के औचक निरीक्षण के दौरान कई खाद बिक्री करने वाली कंपनियों पर गाज गिरी. इस औचक निरीक्षण के दौरान खाद बेचने वाली कंपनियों द्वारा ज्यादा कीमतों पर खाद बेचे जाने की शिकायतें मिलने पर इन कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई भी की गई है. साथ ही उर्वरक कंपनी तराई बीज भंडार द्वारा बिना लाइसेंस के उर्वरक बिक्री करने पर दुकान सीज करने और अन्य 03 उर्वरक प्रतिष्ठानों के बंद पाए जाने पर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए दए हैं. कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को ये सख्त निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के किसानों को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए सही व्यवस्था की जाएं.