डायट में शामिल करें चने का ये नाश्ता, भीषण गर्मी में शरीर को रखता है हाइड्रेटेड

सत्तू खाने से आपके शरीर को बहुत से फायदे होते हैं. सत्तू खाने से शरीर में ताकत आती है और शरीर हाइड्रेटेड रहता है. गर्मियों में सत्तू लू से बचाने का काम भी करता है. सत्तू के सेवन से डायबिटीज और कोलेस्ट्रोल लेवल कंट्रोल होता है.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Published: 19 May, 2025 | 08:30 AM

चने की दाल, चने के पराठों का तो आपने बहुत स्वाद लिया होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि चने से आप एक ऐसा नाश्ता बना सकते हैं जिसको अपनी डायट में शामिल करना आपकी सेहत के लिए बेहद ही फायदेमंद हो सकता है. गर्मियों में इसके सेवन से शरीर ठंडा रहता है और पानी की कमी नहीं होती. शरीर हाइड्रेटेड रहता है. हम बात कर रहें हैं चने से बनने वाले सत्तू की. सत्तू एक हल्का नाश्ता है लेकिन ये संबे समय तक आपके पेट को भरा रखता है. तो चलिए बात कर लेते हैं कि चने से कैसे बनता है सत्तू और क्या हैं सत्तू के फायदे.

चने से ऐसे बनाएं सत्तू

आप चाहे तो चक्की पर चने को पिसवाकर सत्तू बनवा सकते हैं या फिर अपने घर में भी आप ग्राइंडर की मदद से सत्तू बना पाउडर बना सकते हैं. सत्तू पाउडर बनाना बेहद ही आसान है. सत्तू पाउडर बनाने के लिए पहले चने को अच्छे से भून लें ताकि वे थोड़े से सख्त हो जाएं. भुने हुए चने को हल्का ठंडा होने के बाद उनके छिलके उतार दें. अब छिलके निकाले हुए चने को मिक्सर में पीस लें. आप चाहें तो चने के साथ जीरे को भी पीसकर सत्तू में मिला सकते हैं. एक बार सत्तू पाउडर बन कर तैयार हो जाए तो उसके किसी एयर टाइट डब्बे में स्टोर करके रख दें

सत्तू पाउडर के फायदे

आपको बता दें सत्तू खाने से आपके शरीर को बहुत से फायदे होते हैं. सत्तू खाने से शरीर में ताकत आती है और शरीर हाइड्रेटेड रहता है. गर्मियों में सत्तू लू से बचाने का काम भी करता है. सत्तू के सेवन से डायबिटीज और कोलेस्ट्रोल लेवल कंट्रोल होता है. ये आपके पाचन को सुधारने से साथ-साथ एसिडिटी को भी कम करता है. इसके साथ ही सत्तू में फाइबर भी होता है जो पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखता है और वजन कम करने में मदद करता है.

इस तरह करें सत्तू का इस्तेमाल

सत्तू का इस्तेमाल लोग अपने स्वाद के अनुसार करते हैं. आप चाहें तो सत्तू को पानी में घोलकर उसमें चीनी, नमक, गुण और नींबू मिलाकर पी सकते हैं. आप इसे छाछ या दही में मिलाकर भी पी सकते हैं. सत्तू को बहुत से लोग लड्डू के रुप में भी करते हैं. इसके साथ ही सत्तों का इस्मेताम कई भारतीय व्यंजनों को बनाने में भी किया जाता है.

बारिश में न करें सत्तू का सेवन

सत्तू की तासीर ठंडी होती है इसलिए बारिश के मौसम में इसका सेवन कम करना चाहिए. राज में सत्तू के सेवन से बचना चाहिए. इस बात का भी खास ध्यान रखान चाहिए कि सत्तू का सेवन करते समय बीच में पानी नहीं पीना चाहिए.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 19 May, 2025 | 08:30 AM

अमरूद के उत्पादन में सबसे आगे कौन सा प्रदेश है?

Side Banner

अमरूद के उत्पादन में सबसे आगे कौन सा प्रदेश है?