सेहतमंद बच्‍चा चाहिए तो गाभिन बकरी को खिलाएं ये खास चीजें, वरना हो सकता है घाटा

गर्भवती (गाभिन) बकरियों को सेहतमंद और मजबूत बच्चे के लिए खास आहार देना बहुत जरूरी होता है. सही पोषण मिलने से बच्चे का वजन ठीक रहता है और बीमारी या किसी नुकसान का खतरा कम हो जाता है.

नोएडा | Published: 11 Jul, 2025 | 10:33 PM

Goat Farming: अगर बकरी पालन से अच्छा मुनाफा कमाना है और आप चाहते हैं कि बकरी से एक स्वस्थ, मजबूत और दूध देने वाला बच्चा जन्म ले, तो सबसे जरूरी है कि गर्भवती (गाभिन) बकरी को सही और संतुलित आहार दिया जाए. अक्सर लोग गर्भवती बकरी को भी वही खाना देते हैं जो आम बकरियों को दिया जाता है. लेकिन यही सबसे बड़ी गलती होती है. गर्भावस्था के दौरान बकरी को ज्यादा पोषण और खास देखभाल की जरूरत होती है. अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो बच्चे की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है और बकरी भी कमजोर हो सकती है.

गर्भ ठहरने से पहले ही शुरू करें खास आहार

बकरी को गर्भवती बनाने के करीब दो हफ्ते पहले से ही आपको उसके आहार में बदलाव लाना चाहिए. विशेषज्ञों के अनुसार, इस समय बकरी को रोजाना 100 से 200 ग्राम दाना अतिरिक्त देना चाहिए. इससे उसकी गर्भ धारण करने की क्षमता में सुधार आता है और वह आसानी से गाभिन हो जाती है. कई बार देखा गया है कि कमजोरी और पोषण की कमी के कारण बकरियों में गर्भ ठहर ही नहीं पाता.

गर्भावस्था के आखिरी दिनों में चाहिए खास देखभाल

गर्भधारण के बाद शुरू के महीनों में बकरी को सामान्य आहार दिया जा सकता है, लेकिन जैसे-जैसे वह अंतिम छठे से सातवें सप्ताह में पहुंचती है तो बच्चे की तेजी से बढ़ोतरी होती है. मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 70 से 80 प्रतिशत बच्चे की ग्रोथ इसी दौरान होती है. ऐसे में बकरी को अच्छा हरा चारा, पौष्टिक भूसा और दाने का सही मिश्रण देना जरूरी हो जाता है. इससे न सिर्फ बच्चा सेहतमंद  होता है, बल्कि बकरी को भी डिलीवरी के बाद जल्दी रिकवरी मिलती है.

ब्याने से 5 दिन पहले दें ये पोषण आहार

जैसे ही बकरी के बच्चे को जन्म देने में 4 से 5 दिन बचते हैं, उस समय आहार में खास बदलाव करना चाहिए. इस समय बकरी को रोजाना 300 से 400 ग्राम तक अतिरिक्त दाना देना चाहिए. इससे बकरी को प्रसव के समय ज्यादा ताकत मिलती है और बच्चा भी आसानी से पैदा हो जाता है. अगर इस समय आहार में लापरवाही हुई तो बच्चा कमजोर पैदा हो सकता है या बकरी की जान को भी खतरा हो सकता है.

संतुलित आहार है सबसे बड़ा इलाज

गाभिन बकरी के लिए संतुलित आहार  में सूखा चारा (जैसे भूसा), हरा चारा (नेपियर, बरसीम), दाना (चना, मक्का, गेहूं का चोकर) और मिनरल मिक्सचर शामिल होना चाहिए. साथ ही साफ पानी की उपलब्धता भी जरूरी है. पोषण की सही व्यवस्था न सिर्फ स्वस्थ बच्चे की गारंटी देता है, बल्कि बकरी की दूध देने की क्षमता को भी बढ़ाता है.