अगर आप बकरी पालते हैं या शुरुआत करने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके बहुत काम की है. खासकर बरसात के मौसम में बकरियों को भीगने, ठंड लगने और बीमारियों से बचाना जरूरी होता है. अगर उनका बाड़ा मजबूत और साफ नहीं हुआ तो नुकसान होना तय है. लेकिन कुछ आसान सावधानियों से आप बकरियों को सुरक्षित रख सकते हैं और बीमारी से बचा सकते हैं. इससे दूध, मांस या बच्चे पैदा करने की क्षमता बढ़ेगी और आपकी कमाई भी.
बकरी के बाड़े का ढांचा ऐसा हो जो हर मौसम झेले
चाहे बारिश हो, गर्मी हो या ठंड, बकरियों का बाड़ा ऐसा होना चाहिए जो हर मौसम में उन्हें सुरक्षित रख सके. तेज धूप, हवा, बारिश और ठंड से बचाने के लिए छत पर घास-फूस, मजबूत और हल्की सीमेंट शीट या खपरैल जैसी चीजें लगाई जा सकती हैं. साथ ही, बाड़े के चारों ओर मजबूत बाउंड्री होनी चाहिए ताकि कोई जंगली जानवर अंदर न आ सके.
हर बकरी के लिए चाहिए पर्याप्त जगह
अगर बकरी का बाड़ा छोटा होगा तो उन्हें ठीक से घूमने और बैठने की जगह नहीं मिलेगी, जिससे वे बीमार पड़ सकती हैं. मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक सामान्य बकरी को कम से कम 10 वर्गफीट जगह चाहिए. इसके अलावा, गर्भवती बकरी और छोटे बच्चों के लिए अलग-अलग जगह बनानी चाहिए. ऐसा करने से बकरियों को आराम मिलता है, तनाव नहीं होता और वे ज्यादा स्वस्थ रहती हैं.
साफ हवा और सूरज की रोशनी जरूरी
बकरियों के बाड़े में ताजी हवा का आना बहुत जरूरी है, जिससे पेशाब और गोबर की बदबू बाहर निकल सके और बकरियों को सांस की बीमारी न हो. बाड़े की दिशा ऐसी होनी चाहिए कि सुबह की धूप सीधे अंदर आए. इसलि बाड़ा पूरब से पश्चिम दिशा में बनाना चाहिए, ताकि सूरज की रोशनी से कीटाणु मर जाएं और बकरियां स्वस्थ रहें.
साफ-सफाई से ही होगा बीमारी से बचाव
बकरियों के बाड़े का फर्श समतल और सूखा होना बहुत जरूरी है. बारिश के मौसम में नमी से उनके पैरों में गलन या फंगल इंफेक्शन हो सकता है. इससे बचने के लिए रोजाना गोबर साफ करें, फिनाइल से धोएं और फर्श पर सूखा घास या बोरे का बिछावन जरूर बिछाएं, खासकर ठंड और बरसात के समय में. इससे बकरियां साफ-सुथरी और सुरक्षित रहती हैं.
अलग-अलग बकरियों के लिए अलग जगह
गर्भवती बकरियों, छोटे बच्चों (मेमनों) और नर बकरियों को एक साथ नहीं रखना चाहिए. इन सभी के लिए अलग-अलग बाड़े बनाना अच्छा होता है. इससे बीमारी फैलने का खतरा कम होता है और हर बकरी की देखभाल ठीक से हो पाती है. अलग रखने से बकरियों को आराम मिलता है और वे जल्दी स्वस्थ भी रहती हैं.