राजस्थान सरकार 1 सितंबर 2025 से मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना का नया पंजीकरण शुरू करने जा रही है. इसके तहत पशुपालकों को पशु हानि की स्थिति में आर्थिक सुरक्षा दिया जाएगा.
बकरी पालन अब सिर्फ गुजारे का जरिया नहीं, बल्कि एक मुनाफे वाला बिजनेस बन चुका है. लेकिन अगर आप सोचते हैं कि सिर्फ जंगल या खेत में बकरी चराने से कमाई होगी तो ये गलतफहमी है.
बकरी पालन करने वाले किसानों के लिए यह खबर बेहद जरूरी है. कई बार चारा देने में की गई छोटी-सी लापरवाही बकरी की जान तक ले सकती है. अगर आप चाहते हैं कि आपका पशुपालन सुरक्षित और लाभदायक बना रहे तो कुछ जरूरी सावधानियों को अपनाना बेहद जरूरी है.
7 से 10 महीने की उम्र में मेमनों का वजन तेजी से बढ़ाया जा सकता है और बाजार में उन्हें अच्छी कीमत पर बेचा जा सकता है. इसके लिए सही दाने का चयन करना होता है.
रिन्डरपेस्ट, जिसे पशु प्लेग भी कहा जाता है, एक बेहद संक्रामक और जानलेवा बीमारी है जो जुगाली करने वाले पशुओं में तेजी से फैलती है. समय पर इलाज न हो तो यह बीमारी पशुओं की जान भी ले सकती है.
सरकार की अधिसूचना के मुताबिक अब कोई भी एंटीमाइक्रोबियल दवा इस उद्देश्य से नहीं दी जा सकती कि उससे पशु का वजन, दूध या अंडा उत्पादन बढ़ जाए. यानी, "ग्रोथ प्रमोशन" या "उपज बढ़ाने" के नाम पर दवा देना अब पूरी तरह से गैरकानूनी होगा.