एक लापरवाही और पूरे पशुशाला पर आफत! जानिए कैसे फैलती है जानलेवा रिन्डरपेस्ट बीमारी

रिन्डरपेस्ट, जिसे पशु प्लेग भी कहा जाता है, एक बेहद संक्रामक और जानलेवा बीमारी है जो जुगाली करने वाले पशुओं में तेजी से फैलती है. समय पर इलाज न हो तो यह बीमारी पशुओं की जान भी ले सकती है.

नोएडा | Updated On: 17 Jul, 2025 | 01:24 PM

एक ऐसी बीमारी जो एक मवेशी से शुरू होकर पूरे पशुशाला को तबाह कर सकती है. नाम है पशु प्लेग (रिन्डपेस्ट). ये एक खतरनाक संक्रामक की बीमारी है, जो संक्रमित जानवर के संपर्क में आने से तेजी से फैलती है. पशु को तेज बुखार आता है, आंखें लाल हो जाती हैं, मुंह से लार गिरने लगती है और बीट में खून तक आने लगता है. अगर समय पर लक्षण नहीं पहचाने गए तो 3 से 9 दिन के भीतर पशु की मौत हो सकती है.

कभी इस बीमारी ने दुनियाभर में लाखों मवेशियों की जान ली थी, लेकिन भारत सरकार की वैक्सीनेशन मुहिम और निगरानी की वजह से अब यह बीमारी लगभग खत्म हो चुकी है. फिर भी जरा सी लापरवाही पूरे फार्म पर भारी पड़ सकती है. चलिए जानते हैं कि ये बीमारी कैसे फैलती है और इससे अपने मवेशियों को कैसे बचाया जा सकता है.

संक्रमण से फैलती है बीमारी

रिन्डरपेस्ट (पशु प्लेग ) एक संक्रामक बीमारी है, जो वायरस से फैलती है. ये खासतौर पर गाय, भैंस, बकरी और भेड़ जैसे जुगाली करने वाले पशुओं को होती है. अगर कोई स्वस्थ पशु बीमार पशु के संपर्क में आ गया तो उसके बीमार होने में देर नहीं लगती. सिर्फ संपर्क से ही नहीं, बीमार पशु के खाने-पीने के बर्तन, गंदे हाथों से सेवा करने वाले लोग और आसपास की जगहें भी इस बीमारी को फैलाने का काम करती हैं. यानी एक पशु की बीमारी  पूरे पशुशाला को चपेट में ले सकती है.

ऐसे पहचानें इस रोग के लक्षण

हिमाचल सरकार के पशुपालन विभाग के मुताबक, रिन्डरपेस्ट के लक्षण बहुत तेजी से दिखने लगते हैं. सबसे पहले पशु को तेज बुखार  आता है और वह बेचैन हो जाता है. इसके अलावा उसकी आंखें लाल हो जाती हैं और दूध देना कम कर देता है. इतना ही नहीं बीमारी बढ़ने पर 2–3 दिन में पशु के मुंह, मसूड़ों और जीभ के नीचे छोटे-छोटे दाने निकल आते हैं, जो बाद में घाव बन जाते हैं. यही वजह है कि मुंह से लगातार लार टपकती रहती है. इसके बाद पतले और बदबूदार दस्त शुरू हो जाते हैं, जिनमें खून भी हो सकता है. ऐसा होने से पशु कमजोर हो जाता है और शरीर में पानी की कमी हो जाती है. समय पर इलाज न मिलने पर 3 से 9 दिन में मौत हो सकती है.

बचाव के लिए अपनाएं ये जरूरी सावधानियां

  • बीमार पशु को बाकी पशुओं से तुरंत अलग करें.
  • खाने-पीने के बर्तन साफ रखें.
  • जो लोग पशु की देखभाल करें, वे साफ हाथों और कपड़ों से काम करें.
  • अपने पशुओं को समय पर वैक्सीन दिलवाएं.
  • अगर लक्षण दिखें तो तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें.

भयानक रोग अब भारत में लगभग खत्म

एक समय था जब रिन्डरपेस्ट ने दुनियाभर में कहर मचा रखा था. इसके वजह से लाखों पशु इसकी चपेट में आकर मारे गए. भारत में भी यह बीमारी कई राज्यों में तेजी से फैली और इससे पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा. इतना ही नहीं जानवरों की मौत से दूध, मेहनत और आमदनी तीनों पर असर पड़ा. इस गंभीर खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने रिन्डरपेस्ट उन्मूलन परियोजना शुरू की. इसके तहत पूरे देश में मवेशियों को इसका टीका लगाया गया. लगातार वैक्सीनेशन और निगरानी के चलते आज यह बीमारी भारत में लगभग पूरी तरह खत्म हो चुकी है.

Published: 17 Jul, 2025 | 01:24 PM