लेमन ग्रास लगाने से पहले जानें इसकी किस्में, हर एक का है अलग इस्तेमाल

नींबू घास को उगाना आसान होता है. यह गर्म और नम मौसम को पसंद करती है, लेकिन गमलों में घर के अंदर भी इसे उगाया जा सकता है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 21 May, 2025 | 02:57 PM

नींबू जैसी खुशबू और ताजगी से भरपूर स्वाद वाली नींबू घास (Lemongrass) न सिर्फ रसोई में खास जगह रखती है, बल्कि आयुर्वेद, घरेलू उपचार और सुगंध उत्पादों में भी खूब इस्तेमाल होती है. यह जड़ी-बूटी सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ाती, बल्कि स्वास्थ्य लाभ भी पहुंचाती है. आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि नींबू घास की भी कई किस्में होती हैं, और हर किस्म का अपना अलग उपयोग और गुण होता है. आइए जानते हैं नींबू घास की कुछ प्रमुख किस्मों के बारे में.

1. साइम्बोपोगोन सिट्रेटस (Cymbopogon citratus)

यह नींबू घास की सबसे आम और लोकप्रिय किस्म है, जिसे अक्सर वेस्ट इंडियन लेमनग्रास कहा जाता है. इसके लंबे, पतले डंठल हल्के हरे और पीले रंग के होते हैं. इसका स्वाद भी तीखा और नींबू जैसा होता है.

यह किस्म खासतौर पर चाय, सूप, करी, और मरीनेड में डाली जाती है. जब इसे पकाया जाता है, तो इसका स्वाद और खुशबू किसी भी खाने में एक खास लाजवाब असर छोड़ जाती है.

2. साइम्बोपोगोन फ्लेक्सुओसस (Cymbopogon flexuosus)

इसे ईस्ट इंडियन लेमनग्रास या कोचीन ग्रास भी कहा जाता है. यह भारत और श्रीलंका में पाया जाता है और अपनी अधिक मात्रा में मौजूद अरोमा ऑयल (essential oil) के कारण बहुत खास है.

इसकी खुशबू बहुत तीव्र होती है और यह इत्र, साबुन और मोमबत्तियों में एक प्रमुख घटक के रूप में काम आता है. इसके अलावा, यह थाई और वियतनामी व्यंजनों में भी उपयोगी होता है, जहां इसकी ताजगी और हल्की सी खटास खाना में स्वाद का एक नया आयाम जोड़ देती है.

3. साइम्बोपोगोन नार्डस (Cymbopogon nardus)

इस किस्म को सिट्रोनेला ग्रास के नाम से जाना जाता है और यह खासतौर पर अपने मच्छर भगाने वाले गुणों के लिए मशहूर है. इसका स्वाद खाने में ज्यादा पसंद नहीं किया जाता, इसलिए इसका उपयोग भोजन में कम होता है.

हालांकि इसका उपयोग सामान्यतः खाने में नहीं किया जाता क्योंकि इसका स्वाद बहुत तीव्र होता है, फिर भी यह कुछ पारंपरिक एशियाई व्यंजनों में सीमित रूप से उपयोग में लाया जाता है.

4. साइम्बोपोगोन विंटरियनस (Cymbopogon winterianus)

यह भी सिट्रोनेला परिवार की ही एक किस्म है और इसे जावा सिट्रोनेला के नाम से जाना जाता है. इसका तेल बेहद प्रभावशाली होता है और खासतौर पर कीट भगाने वाले उत्पादों में इस्तेमाल होता है.

लेकिन यह ध्यान देने योग्य है कि जावा सिट्रोनेला का उपयोग आमतौर पर खाने में नहीं किया जाता, क्योंकि इसका स्वाद बहुत तीव्र और कड़वा हो सकता है.

नींबू घास की खेती आसान है

नींबू घास को उगाना आसान होता है. यह गर्म और नम मौसम को पसंद करती है, लेकिन गमलों में घर के अंदर भी इसे उगाया जा सकता है. चाहे आप अपने बगीचे में साइम्बोपोगोन सिट्रेटस लगाएं या खिड़की के पास फ्लेक्सुओसस का पौधा रखें, दोनों ही स्वाद और खुशबू के मामले में बेहतरीन हैं.

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