2019 के बाद सबसे कम खुदरा महंगाई, जून में घटकर 2.1 फीसदी पर पहुंचा आंकड़ा

जून में सब्जियों और दालों जैसी खाद्य चीजों के दाम घटे हैं, लेकिन तेल और वसा, फल और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स की कीमतों में पिछले साल की तुलना में तेज बढ़ोतरी हुई है.

नोएडा | Updated On: 14 Jul, 2025 | 07:35 PM

Food Inflation: जून 2025 में खुदरा महंगाई घटकर सिर्फ 2.1 फीसदी रही, जो जनवरी 2019 के बाद सबसे कम है. मई में यह दर 2.82 फीसदी थी, जबकि पिछले साल जून में 5.08 फीसदी थी. सरकार के मुताबिक, इस गिरावट की मुख्य वजह खाद्य पदार्थों की कीमतों में 1.06 फीसदी की कमी आना है. खासतौर पर शहरी इलाकों में खाने-पीने की चीजों के दाम ज्यादा घटे हैं. सबसे ज्यादा सब्जियों और दालों के दाम गिरे हैं.वहीं मांस, मछली और मसालों की कीमतों में भी थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है. आम जनता को काफी हद तक राहत मिली है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जून में सब्जियों और दालों जैसी खाद्य चीजों के दाम घटे हैं, लेकिन तेल और वसा, फल और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स की कीमतों में पिछले साल की तुलना में तेज बढ़ोतरी हुई है. फिर भी, ताजा महंगाई आंकड़े RBI को ब्याज दरों को कम रखकर आर्थिक विकास को सपोर्ट देने में मदद करेंगे. हालांकि, खाने की चीजों के सस्ते होने से यह सवाल उठने लगे हैं कि कृषि क्षेत्र और किसानों की आमदनी बढ़ाने के सरकार के लक्ष्य पर इसका क्या असर होगा.

रेपो रेट 0.50 फीसदी घटाकर 5.5 फीसदी कर दी

यह आंकड़ा ऐसे समय पर आया है जब RBI की मौद्रिक नीति समिति ने जून में रेपो रेट 0.50 फीसदी घटाकर 5.5 फीसदी कर दी थी. फरवरी से अब तक कुल 1 फीसदी की कटौती की जा चुकी है. Mint अखबार के एक सर्वेक्षण में 20 अर्थशास्त्रियों ने अनुमान लगाया था कि जून में महंगाई 2.3 फीसदी तक आ सकती है, लेकिन असली आंकड़ा 2.1 फीसदी रहा जो उम्मीद से भी कम है. ऐसे में कहा जा रहा है कि ताजा खुदरा महंगाई आंकड़े RBI की विकास को समर्थन देने वाली मौद्रिक नीति को बनाए रखने में मदद करेंगे.

हालांकि, जून के खुदरा महंगाई आंकड़े यह दिखाते हैं कि कई जरूरी उपभोक्ता वस्तुओं के दामों में दबाव कम हो रहा है, यानी महंगाई फिलहाल काबू में है. RBI ने जून की मौद्रिक समीक्षा में FY26 (2025-26) के लिए GDP वृद्धि दर 6.5 फीसदी पर बरकरार रखी है. हालांकि, पहले यह अनुमान 6.7 फीसदी था, लेकिन अप्रैल में इसे घटा दिया गया था.

वेज और नॉन-वेज थाली भी सस्ती

वहीं, पीछले हफ्ते खबर सामने आई थी कि वेज और नॉन-वेज थालियों की कीमत कम हो गई है. क्रिसिल इंटेलिजेंस की नई रिपोर्ट कहा गया था कि इस साल जून में घर पर तैयार की जाने वाली वेज और नॉन-वेज थालियों की लागत पिछले साल की तुलना में कम हो गई. इसकी बड़ी वजह है कुछ जरूरी सब्जियों के दामों में गिरावट आना है.रिपोर्ट में कहा गया था कि वेज थाली कुछ ज्यादा ही सस्ती हुई है. पिछले साल जून की तुलना में इस बार वेजिटेरियन थाली की औसत कीमत में 8 फीसदी की गिरावट आई है. इसका मुख्य कारण टमाटर में 24 फीसदी, आलू में 20 फीसदी और प्याज के दाम में 27 फीसदी की गिरावट है.

Published: 14 Jul, 2025 | 07:31 PM