ओलावृष्टि ने सेब की फसल को बर्बाद किया, फल बनने से पहले ही गिर गए फूल

उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में इस बार का मौसम बागवानों के लिए मुसीबत बनकर आया है. खासकर उत्तरकाशी जिले में बुधवार शाम हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि ने सेब की खेती को भारी नुकसान पहुंचाया है.

नोएडा | Updated On: 11 Apr, 2025 | 12:15 PM
1 / 8उत्तरकाशी में आंधी-बारिश और ओले गिरने से फसलों को नुकसान पहुंचा है. किसानों ने बताया कि फल बनने से पहले ही फसल चौपट हो गई है.

उत्तरकाशी में आंधी-बारिश और ओले गिरने से फसलों को नुकसान पहुंचा है. किसानों ने बताया कि फल बनने से पहले ही फसल चौपट हो गई है.

2 / 8उत्तरकाशी जिले के टुंडा तहसील के मंजगांव में सेब की बागवानी करने वाले किसान राम चंद्र नौटियाल का कहना है कि इस बार सेब में फूल बहुत अच्छा आया था. लेकिन यह आसमानी आफत ने काफी नुकसान कर दिया.

उत्तरकाशी जिले के टुंडा तहसील के मंजगांव में सेब की बागवानी करने वाले किसान राम चंद्र नौटियाल का कहना है कि इस बार सेब में फूल बहुत अच्छा आया था. लेकिन यह आसमानी आफत ने काफी नुकसान कर दिया.

3 / 8इसके साथी ही सेब के पौधों में इस समय फ्लावरिंग हो रही थी, लेकिन ओलावृष्टि से फूल झड़ने लगे हैं जिससे उत्पादन पर बुरा असर पड़ रहा हैं.

इसके साथी ही सेब के पौधों में इस समय फ्लावरिंग हो रही थी, लेकिन ओलावृष्टि से फूल झड़ने लगे हैं जिससे उत्पादन पर बुरा असर पड़ रहा हैं.

4 / 8Apple Cultivation in Himachal Pradesh

Apple Cultivation in Himachal Pradesh

5 / 8राम चंद्र नौटियाल आगे बताते हैं बागवानों में ओलों से बचाव के लिए हेल नेट भी लगाएं थे, लेकिन इस बार ओलों से बारिश और ओलावृष्टि सेब के लिए घातक साबित हो रहा है.

राम चंद्र नौटियाल आगे बताते हैं बागवानों में ओलों से बचाव के लिए हेल नेट भी लगाएं थे, लेकिन इस बार ओलों से बारिश और ओलावृष्टि सेब के लिए घातक साबित हो रहा है.

6 / 8कई किसानों का कहना है कि कहना है कि यदि अप्रैल के पहले सप्ताह में भी बारिश और ठंड जारी रहा तो सेब का उत्पादन इस साल काफी गिर सकता है.

कई किसानों का कहना है कि कहना है कि यदि अप्रैल के पहले सप्ताह में भी बारिश और ठंड जारी रहा तो सेब का उत्पादन इस साल काफी गिर सकता है.

7 / 8सेब किसानों को अलर्ट: कश्मीर में फफूंद संक्रमण का बढ़ा खतरा, फोटो क्रेडिट-pexels

सेब किसानों को अलर्ट: कश्मीर में फफूंद संक्रमण का बढ़ा खतरा, फोटो क्रेडिट-pexels

8 / 8उत्तराखंड जिला उद्यान अधिकारी डॉ. दिवांकर तिवारी ने बताया कि जल्द ही नुकसान का सर्वे किया जाएगा. वहीं उन्होंने किसानों को बगीचों में पानी जमा न होने देने और जरूरत पड़ने पर फफूंदनाशक का छिड़काव करने की सलाह दी है.

उत्तराखंड जिला उद्यान अधिकारी डॉ. दिवांकर तिवारी ने बताया कि जल्द ही नुकसान का सर्वे किया जाएगा. वहीं उन्होंने किसानों को बगीचों में पानी जमा न होने देने और जरूरत पड़ने पर फफूंदनाशक का छिड़काव करने की सलाह दी है.

Published: 11 Apr, 2025 | 12:15 PM