चावल-गेहूं का स्टॉक मानक से ज्यादा.. प्याज-आलू का रकबा भी बढ़ा, दालों की खेती बढ़ाने की तैयारी

देश में गेहूं-चावल का स्टॉक बफर से काफी ज्यादा है, वहीं प्याज-आलू की बुआई में भी बढ़ोतरी हुई है. सरकार दालों की खेती बढ़ाने और किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने की तैयारी में है.

धीरज पांडेय
नोएडा | Updated On: 12 May, 2025 | 04:49 PM

देश के अन्न भंडार भर चुके हैं और बुवाई के आंकड़े भी उत्साहजनक हैं. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में यह साफ हुआ कि भारत के पास चावल और गेहूं का स्टॉक बफर मानक से कहीं अधिक है, वहीं प्याज-आलू जैसी प्रमुख सब्जियों की बुआई भी बढ़ी है. साथ ही सरकार अब दलहनों की खेती को बढ़ावा देने और किसानों को जल्द भुगतान सुनिश्चित करने की दिशा में सक्रिय हो गई है.

गेहूं-चावल का बंपर स्टॉक

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने बताया कि देश में चावल और गेहूं का वास्तविक स्टॉक 566.13 लाख मीट्रिक टन है, जबकि बफर मानक 210.40 लाख मीट्रिक टन का है. वहीं अकेले चावल का स्टॉक 389.05 लाख मीट्रिक टन, जबकि गेहूं का स्टॉक 177.08 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया है. यूपी, एमपी, पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों में गेहूं की 94-100 फीसदी कटाई हो चुकी है, जिससे स्पष्ट है कि हालिया लू या ओलावृष्टि जैसी घटनाएं फसल पर असर नहीं डालेंगी.

प्याज-आलू की बुआई भी बढ़ी

रबी सीजन में प्याज और आलू की बुआई में भी इजाफा हुआ है. प्याज का रकबा 2.82 लाख हेक्टेयर बढ़ा है जबकि आलू की बुआई में 0.47 लाख हेक्टेयर की बढ़त हुई है. अच्छी कीमतों और अनुकूल मौसम के कारण टमाटर की बुआई भी सुचारु रूप से चल रही है. देश के जलाशयों में पानी का भंडारण पिछले साल की तुलना में बेहतर है, जो कुल क्षमता का 117 फीसदी तक पहुंच चुका है.

दालों की खेती को बढ़ावा

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक में चना, मसूर, उड़द और अरहर जैसी दालों की एमएसपी पर खरीद को प्राथमिकता देने और किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि खरीद और भुगतान की प्रक्रिया में देरी किसानों के हित में नहीं है, इसलिए इसे और अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाया जाए. राज्यों को विशेष जोर देकर यह व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है.

धान, दलहन और मोटे अनाज की बुआई में बढ़ोतरी

ग्रीष्मकालीन सीजन में 2 मई 2025 तक धान की बुआई पिछले साल की तुलना में 3.44 लाख हेक्टेयर बढ़ी है. इसी तरह दलहनों में 2.20 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वहीं मूंग और उड़द जैसी फसलों के रकबे में भी लगातार 1.70 और 0.50 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी हुई है. यह रुझान खाद्य सुरक्षा और किसानों की आय दोनों के लिए सकारात्मक संकेत है.

जलाशयों की स्थिति पहले की अपेक्षा बेहतर

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि देश में मौसम तथा जलाशयों की स्थिति बेहतर है. पिछले वर्ष की तुलना में कुल जल संग्रहण की स्थिति अच्छी है। 161 जलाशयों में उपलब्ध संग्रहण पिछले वर्ष की इसी अवधि के संग्रहण का 117 फीसदी और पिछले दस वर्षों के औसत संग्रहण का 114 फीसदी है.

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Published: 12 May, 2025 | 03:49 PM

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