आम की बौनी किस्म का कमाल, बंपर उपज से किसानों की बढ़ रही कमाई

आईसीएआर ने आम की बौनी किस्म तैयार की है, जिसकी खेती करने से बागवानों को खूब उपज मिल रही है. जबकि, फल में अधिक मिठास के चलते बाजार में भी खूब मांग बनी रहती है.

Kisan India
नोएडा | Published: 12 May, 2025 | 04:01 PM

आम की खेती करने वाले किसानों के लिए कृषि वैज्ञानिकों ने नई किस्म अरुणिका (Arunika) तैयार की है. इसके पौधे काफी छोटे होते हैं जिसकी वजह से इसे बौनी किस्म भी कहा जाता है. खास बात ये है कि इसे आम की दो किस्मों को मिलाकर तैयार किया गया है. इस किस्म की खेती उत्तर प्रदेश से लेकर मैदानी इलाकों में की जाती है. इसके फलों में मिठास की अधिकता के चलते बाजार में भी खूब डिमांड रहती है.

लखनऊ स्थित ICAR संस्थान के माध्यम से कृषि वैज्ञानिकों ने आम की एक खास हाईब्रिड किस्म को विकसित किया हैं. इसे अरुणिका (Arunika) नाम से जाना जाता है और इसे 2005 में तैयार किया गया है. यह न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन है, बल्कि खेती के लिहाज से भी किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. यह किस्म देश के सभी आम उत्पादक राज्यों में उगाई जा सकती है. वहीं, यह किस्म पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों के लिए भी उपयुक्त मानी गई है.

दो किस्मों से मिलकर बनी अरुणिका वैराइटी

अरुणिका आम इन दो खास किस्म अमरपाली और वनराज को मिलाकर तैयार किया गया है. यह एक बौनी (ड्वार्फ) किस्म है, जिसके मतलब छोटे आकार का पौधा होता है. वहीं इस पौधे को की देखभाल और फल तोड़ना आसान होता है. यह किस्म नियमित उपज वाली होती है किंतु इसके फल थोड़े देर से तैयार होते है. जिसे इसकी उपलब्धता बाजार में देर तक बनी रहती है. इसके चलते किसानों को अच्छा भाव मिलना भी आसाना हो जाता है.

ज्यादा मिठास के चलते खूब डिमांड

अरुणिका आम किस्म के फल मध्यम आकार के होते हैं, जिसका औसत वजन 190 से 210 ग्राम तक होता है. इसका छिलका चिकना, नारंगी-पीला रंग का होता है और उस पर हल्की लालिमा (रेड ब्लश) भी नजर आती है. इसका गूदा नारंगी-पीले रंग का, बहुत ही कम रेशेदार, और स्वाद में बेहतरीन होता है. इसमें TSS यानी मिठास का स्तर ज्यादा होता है, जो इसे स्वाद में अत्यधिक मीठा बनाता है. इसके साथ ही इसमें मैंगिफेरिन और लुपिओल जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण सेहत के लिए भी फायदेमंद साबित होते हैं.

यूपी समेत इन राज्यों में होती है खेती

इस किस्म की खेती अगर सही तरीकों से की जाए, तो यह अच्छी पैदावार भी देने में सक्षम है. किसान इसे अपने खेतों में लगाकर लंबे समय तक बेहतर क्वालिटी के साथ ज्यादा उत्पादन हासिल कर सकते है. इसकी शेल्फ लाइफ यानी रखने की क्षमता भी अच्छी है, जिससे इसे दूर-दराज तक बाजार में भेजना आसान हो सकता है. अरुणिका किस्म उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और ओडिशा जैसे कई राज्यों में की जा सकती है. यह किस्म पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों के लिए भी उपयुक्त मानी गई है.

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