अनार एक ऐसा फल है जो अपने मीठे रसदार दानों और सेहतमंद गुणों के लिए जाना जाता है. लेकिन इसकी खेती करने वाले किसानों और बागवानी के शौकीनों के सामने एक आम और परेशान करने वाली समस्या है फलों का फटना. जब अनार फटते हैं, तो उनका सौंदर्य और बाजार में बेचने लायक़ गुणवत्ता दोनों प्रभावित होती हैं. तो आइए जानते हैं कि अनार क्यों फटते हैं और इसे रोकने के क्या उपाय किए जा सकते हैं.
क्यों फटते हैं अनार के फल?
अनियमित सिंचाई और पानी की मात्रा में बदलाव
अगर पौधों को कभी ज्यादा और कभी बहुत कम पानी दिया जाए तो यह फलों के फटने की सबसे बड़ी वजह बनता है. जब सूखे मौसम के बाद अचानक बहुत अधिक पानी मिलता है, तो फल के अंदर के दाने तेजी से फूलते हैं और बाहरी छिलका इतना जल्दी नहीं फैल पाता जिससे फल फट जाता है.
मौसम में अचानक बदलाव
अनार का पौधा नमी और तापमान के उतार-चढ़ाव को बहुत जल्दी महसूस करता है. अगर मौसम में अचानक बदलाव आता है, जैसे कि बहुत ज्यादा गर्मी या ठंड, तो फल के पकने की प्रक्रिया गड़बड़ा जाती है और छिलका कमजोर होकर फट सकता है.
पोषण की कमी
अगर मिट्टी में कैल्शियम जैसी जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो, तो फल की बाहरी परत (छिलका) कमजोर हो जाती है. यह कमजोर छिलका अचानक फैलने में असमर्थ होता है और फल फट जाता है.
फल का ज्यादा पकना (ओवररिपनेस)
जब फल बहुत देर तक पेड़ पर लटकते रहते हैं और समय पर नहीं तोड़े जाते, तो उनकी छाल कठोर होने लगती है. इसी दौरान अगर दाने अंदर से और भी रसदार बनते हैं, तो अंदर का दबाव बढ़ जाता है और फल फट सकता है.
किस्म का असर (जैविक विशेषताएं)
कुछ अनार की किस्में (varieties) ऐसी होती हैं जो दूसरों की तुलना में जल्दी फटती हैं. इसलिए यदि किसान बार-बार इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो किस्म का चुनाव भी एक अहम कारण हो सकता है.
कैसे रोका जाए अनार के फलों को फटने से?
सिंचाई में नियमितता रखें
सबसे जरूरी उपाय है कि पौधों को नियमित और समान मात्रा में पानी दिया जाए. ड्रिप सिंचाई प्रणाली (drip irrigation) जैसी तकनीक इस काम में बहुत मददगार हो सकती है.
मल्चिंग और मिट्टी की देखभाल करें
मिट्टी को ढककर रखने (mulching) से उसमें नमी बनी रहती है और तापमान भी नियंत्रित होता है. इससे पौधे पर कम तनाव आता है और फल का विकास बेहतर होता है.
समय पर फल तोड़ें (हार्वेस्टिंग)
जब फल पकने के करीब हों, तो उन्हें समय पर तोड़ लेना चाहिए. ज्यादा देर पेड़ पर रखने से ओवररिपनेस के कारण फल फट सकते हैं.
संतुलित खाद और पोषण दें
कैल्शियम और अन्य पोषक तत्वों की सही मात्रा देने से फल की त्वचा मजबूत बनती है और वह अंदर के दबाव को झेल सकती है. इसके लिए खाद योजना पहले से तैयार करना जरूरी है.
कम फटने वाली किस्मों का चयन करें
ऐसी किस्मों का चयन करें जिनमें फटने की संभावना कम होती है. शोध संस्थानों द्वारा विकसित नई किस्में किसानों के लिए बेहतर विकल्प बन सकती हैं.