हल्दी की खेती से किसानों को मिल सकता है दोगुना मुनाफा, बस ध्यान रखें ये जरूरी बातें

आजकल हल्दी की जैविक खेती का चलन तेजी से बढ़ रहा है. बाजार में ऑर्गेनिक हल्दी की मांग बहुत है और इसकी कीमत सामान्य हल्दी से अधिक मिलती है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 30 Jun, 2025 | 08:18 AM

हल्दी हमारे रसोईघरों का वह हिस्सा है, जो हर सब्जी, दाल और अचार को रंग और स्वाद देता है. लेकिन यही हल्दी अगर सही तरीके से उगाई जाए, तो यह किसानों के लिए कमाई का बड़ा जरिया भी बन सकती है. देश के कई हिस्सों में किसान अब हल्दी की खेती से लाखों रुपये कमा रहे हैं. आइए जानते हैं, हल्दी की खेती करते समय किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए ताकि फसल भी शानदार हो और मुनाफा भी दोगुना.

कैसा मौसम चाहिए हल्दी को?

हल्दी की खेती के लिए गर्म और नम मौसम सबसे अच्छा माना जाता है. 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान और अच्छी धूप इसे तेजी से बढ़ने में मदद करते हैं. ऐसे में जून-जुलाई का समय हल्दी की बोआई के लिए बिल्कुल उपयुक्त होता है.

मिट्टी कैसी हो?

हल्दी को अच्छी जल निकासी वाली दोमट या बलुई दोमट मिट्टी बहुत पसंद है. खेत में पानी नहीं रुकना चाहिए, वरना कंद सड़ सकते हैं. मिट्टी का पीएच 6.5 से 8.5 के बीच होना चाहिए, तभी हल्दी की जड़ें अच्छे से विकसित होती हैं. खेत तैयार करते समय एक बार मिट्टी की जांच करवा लेना फायदेमंद रहेगा.

बीज और सिंचाई का सही तरीका

हल्दी की बुवाई के लिए हमेशा रोगमुक्त, स्वस्थ और मोटे कंदों का चुनाव करें. इन कंदों को 2-3 सेमी गहराई में लाइन से बोना चाहिए. शुरुआती समय में हल्की सिंचाई करें, फिर हर 7-10 दिन पर जरूरत के अनुसार पानी देते रहें. बहुत ज्यादा पानी से जड़ों को नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए सिंचाई में संतुलन जरूरी है.

खाद और देखभाल

हल्दी की फसल को पोषण देने के लिए जैविक खाद जैसे गोबर की खाद, नीम खली, वर्मी कम्पोस्ट और थोड़ी मात्रा में यूरिया का इस्तेमाल करना चाहिए. निराई-गुड़ाई समय-समय पर करते रहें ताकि खरपतवार न बढ़ें और फसल को पूरे पोषक तत्व मिलें.

कटाई और सुखाना

हल्दी की फसल सामान्यतः 9 से 10 महीनों में तैयार हो जाती है. जब पत्तियां पीली होकर सूखने लगें, तो समझ लीजिए कटाई का समय आ गया है. कटाई के बाद हल्दी की गांठों को अच्छे से साफ करके धूप में सुखाया जाता है. सूखने के बाद उन्हें पिसा भी जा सकता है या सीधे मंडियों में बेचा जा सकता है.

जैविक खेती से मिलेगा और मुनाफा

आजकल हल्दी की जैविक खेती का चलन तेजी से बढ़ रहा है. बाजार में ऑर्गेनिक हल्दी की मांग बहुत है और इसकी कीमत सामान्य हल्दी से अधिक मिलती है. इसलिए अगर किसान जैविक विधियों से खेती करें, तो उन्हें मुनाफा भी ज्यादा मिलेगा और फसल भी सेहतमंद होगी.

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