अब वैज्ञानिक लैब में नहीं खेत में मिलेंगे.. एक दिन में 2 गांव कवर करेंगे, 20 राज्यों में जाएंगे कृषि मंत्री

ओडिशा, उत्तर प्रदेश, हरियाणा समेत देशभर के सभी राज्यों के 723 जिलों में विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरुआत हो गई है. कृषि मंत्री ने कहा कि वैज्ञानिक अब लैब में नहीं बैठेंगे, बल्कि लैंड तक पहुंचेंगे.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Updated On: 29 May, 2025 | 06:53 PM

देश के कृषि क्षेत्र को विकास की ओर तेजी से ले जाने के लिए आधुनिकता और पारंपरिकता को एक साथ लाने के लिए विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरूआत देशभर में आज 29 मई से कर दी गई है.  केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओडिशा के पुरी से अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि  वैज्ञानिक अब लैब में नहीं बैठेंगे, बल्कि लैंड तक पहुंचेंगे. यह अभियान 12 जून तक देशभर में चलेगा. कृषि मंत्रालय के अधीन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से जुड़े संस्थानों और कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिक और अधिकारी अभियान का हिस्सा बने हैं.

कृषि मंत्री बोले- खेती का विकास उद्देश्य

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भगवान जगन्नाथ जी की पुण्य धरा पुरी से आज ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ का शुभारंभ हो रहा है. देश में अन्न के भंडार भरे रहें, किसानों की आय बढ़े, इसके लिए हम गांव-गांव निकल रहे हैं. वैज्ञानिक अब लैब में नहीं बैठेंगे, बल्कि लैंड तक पहुंचेंगे. उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र का तेज विकास हमारा उद्देश्य है. उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि प्रिय किसान भाइयों, आपसे मेरी अपील है कि 29 मई से 12 जून तक चलने वाले इस अभियान को सफल बनाने में कोई कसर मत छोड़ना.

20 राज्यों की यात्रा करेंगे कृषि मंत्री

अभियान को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय व भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), राज्य सरकारों तथा कृषि से जुड़ी सभी संस्थाओं के सहयोग से संचालित कर रहा है, जिसमें देशभर के सभी 731 कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) एवं कृषि विश्वविद्यालय भी सम्मिलित है. यह अभियान भारतीय कृषि की दिशा व दशा बदलने का मार्ग प्रशस्त करेगा, वहीं वैज्ञानिक नवाचार और जमीनी स्तर की भागीदारी के माध्यम से देश के खाद्य भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक ठोस कदम भी है. 15 दिवसीय अभियान के दौरान केंद्रीय मंत्री चौहान लगभग 20 राज्यों की यात्रा कर किसानों व वैज्ञानिकों के साथ संवाद में शामिल होकर उत्साह बढ़ाएंगे.

लैब से निकलकर किसानों के बीच पहुंच रहे वैज्ञानिक

केंद्रीय मंत्री चौहान ने किसानों से कहा कि वैज्ञानिक आपके गांव में आ रहे हैं, आप समय निकालिए और उनके साथ बैठिए, खेती में नए प्रयोग सीखिए और उत्पादन बढ़ाइए. ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ का मतलब है कि वैज्ञानिक लैब से निकलकर खेत में किसानों के बीच जाएं, गांव में आपके साथ बैठे. शिवराज सिंह ने वैज्ञानिकों से कहा कि आप किसानों की सेवा करने जा रहे हैं, आपका सौभाग्य है कि गांवों में जाकर किसानों से बात करके उनकी फसल का उत्पादन बढ़ाने का मौका आपको मिल रहा है, इससे बड़ा कोई पुण्य हो नहीं सकता.

एक दिन में दो गांवों में जाएगी एक टीम

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि देश में अन्न के भंडार भरे रहें, किसानों की आय बढ़े, इसके लिए हम गांव-गांव निकल रहे हैं. उन्होंने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा. किसान जब खेत में बीज बोता है तो वो केवल बीज नहीं बोता, जीवन बोता है. कृषि मंत्री ने कहा कि 16 हजार वैज्ञानिकों की 2170 टीमें बनाई गई हैं, जो गांव-गांव जाकर किसानों से संवाद करेंगी. हरेक टीम एक दिन में दो गांवों में जाएगी. 15 दिनों तक अभियान के दौरान क्षेत्र की जलवायु, पानी, मिट्टी के पोषक तत्वों व अन्य बातों को ध्यान में रखते हुए किसानों को सिखाया जाएगा कि उन्हें कौन-सी फसल उगानी चाहिए, कौन-सी किस्म का उपयोग करना चाहिए, उर्वरकों का उपयोग कैसे करना चाहिए आदि. साथ ही, प्राकृतिक खेती और दलहन व तिलहन की खेती के बारे में किसानों से चर्चा की जाएगी.

दुनिया का फूड बास्केट बनने पर जोर

कृषि मंत्री ने कृषि उत्पादन में वृद्धि का उल्लेख करते हुए कहा कि इस साल देश में 3539.59 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न हुआ है, जो पिछले साल से 216.61 लाख मीट्रिक टन ज्यादा है, लेकिन हमें रूकना नहीं है, बल्कि और खाद्यान्न पैदा करना है. भारत केवल भारत की जनता का पेट नहीं भरेगा, हमको दुनिया का फूड बॉस्केट बनना है. अगर उत्पादन बढ़ाना है तो सबसे आवश्यक है अच्छे बीज. ICAR के वैज्ञानिकों को बधाई दी कि वे लैब में निरंतर प्रयोग करके नए बीज तैयार कर रहे हैं.

खरीफ फसलों का एमएसपी बढ़ाने का जिक्र किया

कृषि मंत्री ने कहा कि कल ही केंद्रीय कैबिनेट ने 14 खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. कृषि उत्पादन बढ़े, लागत घटे और खेती लाभ का धंधा बनें. पीएम मोदी के नेतृत्व में भारतीय कृषि और किसान दोनों समृद्ध हुए हैं. इस अभियान के माध्यम से सरकार देश के 700 जिलों के लगभग 1.5 करोड़ किसानों तक पहुंचेगी और उन्हें नई कृषि तकनीकों के अनुप्रयोग के बारे में जागरूक करेगी.

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Published: 29 May, 2025 | 11:36 AM

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